राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक गुजरात के कर्णावती में शुक्रवार से शुरू हुई। बैठक का शुभारंभ सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन करके किया। इसके बाद सरकार्यवाह जी ने उपस्थित प्रतिनिधियों के सामने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
बैठक प्रारंभ होने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मनमोहन जी वैद्य ने पत्रकार परिषद् को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा संघ का महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाला मंडल है। इस बार देशभर के सभी प्रांतों से 1248 कार्यकर्ता बैठक में अपेक्षित हैं। बैठक के प्रारम्भ में पिछले वर्ष दिवंगत हुए महानुभावों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनमें भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, बाबा साहेब पुरंदरे, राहुल बजाज, पंडित बिरजू महाराज और श्रीनिवास रामानुजाचार्य स्वामी प्रमुख हैं।
स्वयंसेवकों से संघ कार्य के लिए अधिक समय देने का आह्वान
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2017 से 2021 तक संघ की वेबसाइट में 'join rss' के माध्यम से
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20 से 35 आयु वर्ग के प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख से 1.25 लाख
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युवाओं ने संघ से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की
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15 अप्रैल से जुलाई के मध्य तक 104 स्थानों पर संघ शिक्षा वर्ग होंगे,
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5.50 लाख स्वयंसेवकों ने महामारी के पहले दिन से ही सेवा कार्य प्रारम्भ
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2303 नगरीय क्षेत्रों में से 94% में शाखा का कार्य चल रहा है
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1248 कार्यकर्ता बैठक में अपेक्षित हैं।
पिछले दो वर्ष से कोविड संकट के बावजूद संघकार्य 2020 की तुलना में 98.6% पुनः प्रारम्भ हो चुका है। साप्ताहिक मिलन की संख्या भी बढ़ी है। दैनिक शाखाओं में 61% शाखाएं छात्रों की हैं और 39% व्यवसायी शाखाएं हैं। संघ की दृष्टि से देशभर में 6506 खंड हैं, इनमें से 84% में शाखाएं हैं, 59,000 मंडलों में से करीब 41% मंडलों में संघ का प्रत्यक्ष शाखा के रूप में कार्य है।
2303 नगरीय क्षेत्रों में से 94% में शाखा का कार्य चल रहा है एवं आने वाले दो वर्षों में सभी मंडलों में संघ की शाखा हो, ऐसा प्रयास किया जाएगा। 2017 से 2021 तक संघ की वेबसाइट में 'join rss' के माध्यम से 20 से 35 आयु वर्ग के प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख से 1.25 लाख युवाओं ने संघ से जुड़ने की इच्छा व्यक्त की।
15 अप्रैल से जुलाई के मध्य तक 104 स्थानों पर संघ शिक्षा वर्ग होंगे, जिनमें प्रति वर्ग औसतन संख्या 300 की रहेगी। कोरोना-काल में संघ के स्वयंसेवकों ने समाज के साथ मिलकर सक्रियता के साथ सेवा कार्य किया। 5.50 लाख स्वयंसेवकों ने महामारी के पहले दिन से ही सेवा कार्य प्रारम्भ कर दिया था। विश्व में भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां बड़ी संख्या में मठ, मंदिर, गुरुद्वारों से बहुत बड़ा वर्ग सेवा कार्य के लिए निकला। यह एक जागरूक राष्ट्र के लक्षण हैं। संघ में कुटुंब प्रबोधन, गौसंवर्धन एवं ग्रामीण विकास का कार्य बहुत अच्छी मात्रा में चल रहा है।
दो वर्ष से कोविड संकट के बावजूद संघकार्य 2020 की तुलना में 98.6% पुनः प्रारम्भ हो चुका है। साप्ताहिक मिलन की संख्या भी बढ़ी है। दैनिक शाखाओं में 61% शाखाएं छात्रों की हैं और 39% व्यवसायी शाखाएं हैं। संघ की दृष्टि से देशभर में 6506 खंड हैं, इनमें से 84% में शाखाएं हैं, 59,000 मंडलों में से करीब 41% मंडलों में संघ का प्रत्यक्ष शाखा के रूप में कार्य है।
सह सरकार्यवाह ने स्वयंसेवकों से संघ कार्य के लिए अधिक समय देने का आह्वान किया। पत्रकार परिषद् में मंच पर मनमोहन जी के साथ अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर उपस्थित रहे। इसके अलावा अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार एवं आलोक कुमार पत्रकार वार्ता में उपस्थित रहे।
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