संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की बढ़ती आशंकाओं पर एक विशेष बैठक में भारत की ओर से दिए गए वक्तव्य की रूस ने खुलकर सराहना की है। रूस ने भारत के मत को संतुलित, सिद्धांत के अनुरूप और स्वतंत्र बताते हुए इसकी प्रशंसा के पुल बांधे हैं।
उल्लेखनीय है रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव को लेकर जहां दुनियाभर के देश दो पालों में बंटे दिख रहे हैं, ऐसे में भारत तटस्थ भूमिका अपनाता दिख रहा है। भारत ने इस मुद्दे पर हमेशा बहुत संतुलित मत रखा है। दो दिन पूर्व संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस विषय पर हुई महत्वपूण बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि वक्त की आवश्यकता को देखते हुए इस मुद्दे पर शांत तथा रचनात्मक कूटनीति की आवश्यकता है। इस वक्त कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे तनाव बढ़े।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने कहा कि वक्त की आवश्यकता को देखते हुए इस मुद्दे पर शांत तथा रचनात्मक कूटनीति की आवश्यकता है। इस वक्त कोई भी ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे तनाव बढ़े।
भारत के इस वक्तव्य पर अगले दिन यानी शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित रूस के दूतावास ने एक आधिकारिक वक्तव्य जारी किया जिसमें भारत के मत की प्रशंसा की गई। अपने वक्त्व्य में रूसी दूतावास की तरफ से कहा गया है कि 'हम भारत के संतुलित, सैद्धांतिक तथा स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं'।
सुरक्षा परिषद बैठक में भारत का पक्ष रखते हुए तिरुमूर्ति ने यह भी कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए वहां फौरन तनाव घटाने की आवश्यकता है।
हालांकि इस बीच खबर मिली है कि क्रेमलिन में रूस और बेलारूस के शीर्ष नेताओं के बीच युद्ध की आशंकाओं और नाटो देशों के व्यवहार को लेकर लंबी बातचीत हुई है। वार्ता के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बेलारूस में चल रहा युद्ध अभ्यास रक्षात्मक है, यह किसी हमले के लिए नहीं है। बताया गया कि यह अभ्यास 20 फरवरी तक चलेगा।
उधर बेलारूस के राष्ट्रपति लूकाशेंको ने भी युद्ध की स्थिति में परमाणु अस्त्रों के प्रयोग की संभावनाओें की बात करके तनाव को और बढ़ा दिया है। उनका कहना था कि जिस तरह अमेरिका ने परमाणु अस्त्रों को तैयार रखा हुआ है, इसे देखते हुए हम भी इस दिशा में सोच सकते हैं। बेलारूसी राष्ट्रपति का संकेत साफ है कि जरूरत पड़ी तो वे भी परमाणु हथियारों को प्रयोग करने से पीछे नहीं हटेंगे।
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