राजधानी दिल्ली के गाजीपुर मंडी में शुक्रवार को मिले इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को सुबह 11.40 बजे ब्लास्ट होना था। सुरक्षा एजेंसियों मिले टाइमर से इसका खुलास हुआ है। टाइमर में 11.40 का ही समय डाला हुआ था। इस IED में तीन किलो विस्फोटक रखा गया था, जिसमें आरडीएक्स एवं अमोनियम नाइट्रेट का भी इस्तेमाल किया गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल प्राथमिक जांच में मान रही है कि यह एक आतंकी हमले की साजिश थी। इसी को ध्यान में रखते हुए आगे की जांच की जा रही है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह गाजीपुर मंडी में स्कूटी के ऊपर एक लावारिस बैग मिला था। पूर्वाह्न 10.20 पर इसके बारे में पुलिस को फोन पर जानकारी दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरी मंडी को खाली करवाने के साथ ही दमकल विभाग और एनएसजी को भी सूचित किया, क्योंकि बैग में संदिग्ध सामान लग रहा था। मौके पर पहुंची एनएसजी की टीम ने क्रेन की मदद से आठ फिट गहरा गड्ढा करवाया और इस बम को उसमें फोड़ा। इस पूरे मामले को लेकर स्पेशल सेल द्वारा एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि इस साजिश के पीछे कौन शामिल था।
पुलिस सूत्रों की मानें तो उक्त बम में सुबह 11.40 बजे धमाका होने का समय डाला गया था। यह एक आईईडी था, जिसे आतंकी धमाकों के लिए इस्तेमाल करते हैं। इसमें तीन किलो विस्फोटक था, जिससे अगर धमाका होता तो वहां मौजूद कई लोगों की जान चली जाती। यह ईआईडी जिस तरीके से बनाया गया था, वह आतंकी साजिश की तरफ इशारा करता है। स्पेशल सेल का मानना है कि किसी आतंकी संगठन के स्लीपर सेल के द्वारा इस बैग को फूल मंडी में रखवाया गया। उसकी पहचान करने के लिए आसपास लगे हुए सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। इसके अलावा टेक्निकल सर्विलांस के जरिये भी सुराग तलाशने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस सूत्रों का मानना है कि आरोपित ने सुबह लगभग 10.20 बजे इस बैग को स्कूटी पर रखा था। यह माना जा रहा है कि वह शायद जल्दी मंडी में पहुंच गया, जिसकी वजह से पुलिस को बचाव के लिए अधिक समय मिल गया। वहीं यह भी संभावना है कि वह ज्यादा लोगों की भीड़ हो जाने पर इस धमाके को करना चाहता था। इस लिए उसने 11.40 बजे का समय सेट किया था।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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