चीन: चीनी कंपनियों पर अमेरिका ने लगाई रोक तो भड़का बीजिंग
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

चीन: चीनी कंपनियों पर अमेरिका ने लगाई रोक तो भड़का बीजिंग

by WEB DESK
Jul 13, 2021, 05:19 pm IST
in विश्व, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उइगरों पर दमन के खिलाफ लगातार हो रहे हैं प्रदर्शन   फाइल चित्र

उइगरों पर दमन के संदर्भ में दुनिया के अनेक लोकतांत्रिक देश बीजिंग को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं

पिछले दिनों एक बार फिर अमेरिका ने अपने यहां की 10 चीनी कंपनियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन पर रोक लगा दी है। अमेरिका ने यह कदम चीन में उइगरों के दमन और मानवाधिकार उल्लंघन के आरोपों के संदर्भ में लगाई है। लेकिन वाशिंगटन की इस कार्रवाई पर बीजिंग की त्योरियां चढ़ी हुई हैं।

दमन और खंडन
चीन ने गत दिनों कहा है कि वह अमेरिका के इस कदम का उचित जवाब देगा। उल्लेखनीय है कि उइगरों तथा अन्य मुस्लिम समूहों के उत्पीड़न के विरुद्ध अमेरिका ने एक साथ कई चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका की यह कार्रवाई चीनी कारोबार, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार नियमों के खिलाफ है, उनका गंभीर उल्लंघन करती है। बीजिंग स्थित मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि चीनी कंपनियों के कानूनी अधिकारों और हितों की रक्षा की जाएगी और इसके लिए जो आवश्यक कदम होंगे वे उठाए जाएंगे। हमेशा की तरह, बीजिंग ने अपने पश्चिमी क्षेत्र सिंक्यांग में उइगर मुस्लिमों को यातना शिविरों में रखे जाने और उनसे जबरन काम कराने के तमाम आरोपों का खंडन किया है। इसके अलावा अपनी कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ वीसा पाबंदियों का जवाब देना शुरू कर दिया है।

उइगरों तथा अन्य मुस्लिम समूहों के उत्पीड़न के विरुद्ध अमेरिका ने एक साथ कई चीनी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय का कहना है कि अमेरिका की यह कार्रवाई चीनी कारोबार तथा अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार नियमों के खिलाफ है, उनका गंभीर उल्लंघन करती है। बीजिंग ने कहा है कि चीनी कंपनियों के कानूनी अधिकारों और हितों की रक्षा की जाएगी और इसके लिए जो आवश्यक कदम होंगे वे उठाए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि 9 जुलाई को अमेरिका ने अपने यहां की और 34 कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया है। इनमें से 10 कंपनियां चीन की हैं। इस बारे में अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने सूचना जारी की है। सूत्रों की मानें तो, चीन के स्वायत्तशासी सिंक्यांग प्रांत में मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़े मामलों और उच्चस्तरीय तकनीकी निगरानी के आधार पर यह कड़ी कार्रवाई की गई है। अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने पिछले ही महीने कहा था कि उइगर मुस्लिमों को यातना देने जाने के विरुद्ध चीनी कंपनियों पर कार्रवाई की जाएगी।

दुनियाभर में चीन द्वारा उइगरों पर अत्याचार किए जाने की विस्तृत जानकारी उपलब्ध है। उइगरों को अगवा करना, उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर जेेल भेजना, यातना शिविरों में ठूंस देना, उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के हैरान करने वाले आंकड़े जगजाहिर हैं। लेकिन न तो कभी चीन ने, न उसके पैसे पर चल रहे पाकिस्तान जैसे इस्लामी देशों ने उइगरों के दमन को बयां करते इन तथ्यों को स्वीकारा है।

 

दुनियाभर में चीन द्वारा उइगरों पर अत्याचार किए जाने की विस्तृत जानकारी उपलब्ध है। उइगरों को अगवा करना, उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाकर जेेल भेजना, यातना शिविरों में ठूंस देना, उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के हैरान करने वाले आंकड़े जगजाहिर हैं। लेकिन न तो कभी चीन ने, न उसके पैसे पर चल रहे पाकिस्तान जैसे इस्लामी देशों ने उइगरों के दमन को बयां करते इन तथ्यों को स्वीकारा है।
यातना शिविर या 'सुधार शिविर'
चीन पर हाल में यह आरोप भी लगा था कि वह उइगर मुस्लिमों की प्रजनन दर को नियंत्रित करने के लिए पुरुषों और महिलाओं की जबरन नसबंदी करवा रहा है। चीन इस आरोप से भी लगातार कन्नी काट रहा है। अजीब बात है कि चीन ने अपने यहां चल रहे यातना शिविरों को 'सुधार शिविर' नाम दिया हुआ है। वह कहता है कि चीन के लोेगों को मजहबी उन्माद से अलग रखने के लिए ये शिविर एक तरह से तालीम देने वाले शिविर हैं।
हालांकि विशेषज्ञ लगातार बताते आ रहे हैं कि चीन ने तिब्बत और सिंक्यांग में बड़े पैमाने पर जनसांख्यिक बदलाव करने के लिए दोनों जगह हान नस्ल के चीनी बसा दिए हैं। सरकारी सुविधाओं में भी हान नस्ल के लोगों को विशेष सुविधा दी जाती है जबकि उइगरों और तिब्बतियों को दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता है।

Follow Us on Telegram

 
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

हिंदू ट्रस्ट में काम, चर्च में प्रार्थना, TTD अधिकारी निलंबित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies