''एक को मारा लेकिन सौ पैदा हुए''
May 22, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

''एक को मारा लेकिन सौ पैदा हुए''

by
May 2, 2016, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 May 2016 12:40:24

25 मार्च, 2008 को निखिल को मार दिया गया। वह केवल 22 वर्ष का था। वह ट्रक पर हेल्पर था और अपने परिवार में एकमात्र कमाने वाला था। परिवार में उसके पिता, मां और एक बहन है। उसके पिता अनिल कुमार बताते हैं, ''निखिल को पार्टी नेतृत्व की ओर से कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी। माकपा के नेताओं ने मुझे धमकाया था कि वे उनके बेटे के हाथ और पैर काट देंगे। उस दिन निखिल जब वापस लौट रहा था तो माकपा के हथियारबंद गुंडों ने रास्ते में उसका पीछा किया और उसके पैर और सिर को काट दिया।'' आंसुओं में डुबी आंखों व भर्राए गले से निखिल के पिता ने दीवार की तरफ टंगी निखिल की  तस्वीर की ओर इशारा किया और कहा, ''मेरे एक ही बेटा था, अब मेरी एक बेटी रह गई है। मैं वामपंथी था, लेकिन उन्होंने इसका भी लिहाज नहीं किया। जब भी वह हमें धमकाने आए तो मैं उनके सामने गिड़गिड़ाया, मैंने उनसे कहा कि मेरा पूरा परिवार वामपंथी है तो वे मेरे बेटे के पीछे क्यों पड़े हैं। वह अभी बहुत छोटा है।'' बात करते-करते वह अचानक आवेश में आ जाते हैं और गुस्से में कहते हैं, ''जब उन्होंने मेरे बेटे को मार डाला तो मेरे भाइयों ने, मेरे परिवार ने माकपा को छोड़ दिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए।''
निखिल के बारे में बात करते हुए  उसकी मां श्यामला गर्व से कहती हैं, ''वह बारहवीं करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक्स का सर्टिफाइड कोर्स कर रहा था। बहुत अच्छा क्रिकेट खिलाड़ी था। कितनी ही ट्रॉफियां जीती थीं।'' वे बताती हैं, '' निखिल ने घर बनाने की पहल भी की थी। उसकी जिद थी कि नया घर बनाया जाना चाहिए। वह अपनी छोटी बहन के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहता था। वह बहुत जिंदादिल था। वामपंथी परिवार होने के कारण निखिल का शाखा में जाने से मन परिवर्तन हुआ था। उसके अधिकांश दोस्त स्वयंसेवक थे। जब स्थानीय नेताओं को निखिल की स्वयंसेवकों से दोस्ती का पता चला तो उन्होंने हमारे परिवार को धमकाया। उसके बाद उन्होंने हमें सामाजिक तौर पर अलग-थलग करने की कोशिश की, लेकिन निखिल ने इसकी परवाह नहीं की और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य को नहीं छोड़ा।''
निखिल की हत्या के मामले में पुलिस ने आठ माकपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। न्यायालय को अभी इस मामले पर गौर करना हैं क्योंकि 2006 के अन्य मामले ही अभी तक लंबित पड़े हुए हैं। निखिल के शोक संतप्त माता-पिता न्याय का इंतजार कर रहे हैं।
अनिल कहते हैं, ''यह किन्हीं बाहरी लोगों का काम नहीं है इसके जिम्मेदार आसपास के लोग ही हैं। वह जानते थे कि निखिल मेरा बेटा था, वह मेरा एक ही बेटा था, जो बुढ़ापे में मेरा सहारा बनता। उन्होंने उसे मुझसे छीन लिया, उसे मार दिया। मैं उन्हें छोड़ूंगा नहीं। मैं उनसे अंतिम सांस तक लड़ूंगा।'' मां कहती हैं, ''उन्होंने एक को मारा लेकिन इस गांव से सैकड़ों उठ खड़े हुए हैं।'' 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Jyoti malhotra sent to 4 Day police remand

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा

Uttarakhand Pushkar Singh Dhami demography change

उत्तराखंड: सीएम धामी का सख्त फरमान, अतिक्रमण, भ्रष्टाचार और डेमोग्राफी नहीं करेंगे बर्दाश्त

S jaishankar

आतंकी पाकिस्तान में हैं तो उन्हें वहीं घुसकर मारेंगे: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले-ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी

pomegranate leaf tea

घर पर अनार के पत्तों की चाय कैसे बनाएं?

Pahalgam terror attack

BREAKING: जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में सेना की मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, दो की तलाश जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर

ISI की बड़ी साजिश नाकाम: दो पाकिस्तानी एजेंट गिरफ्तार, दिल्ली में आतंकी हमले की थी तैयारी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Jyoti malhotra sent to 4 Day police remand

पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को कोर्ट ने 4 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा

Uttarakhand Pushkar Singh Dhami demography change

उत्तराखंड: सीएम धामी का सख्त फरमान, अतिक्रमण, भ्रष्टाचार और डेमोग्राफी नहीं करेंगे बर्दाश्त

S jaishankar

आतंकी पाकिस्तान में हैं तो उन्हें वहीं घुसकर मारेंगे: विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले-ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी

pomegranate leaf tea

घर पर अनार के पत्तों की चाय कैसे बनाएं?

Pahalgam terror attack

BREAKING: जम्मू-कश्मीर: किश्तवाड़ में सेना की मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर, दो की तलाश जारी

प्रतीकात्मक तस्वीर

ISI की बड़ी साजिश नाकाम: दो पाकिस्तानी एजेंट गिरफ्तार, दिल्ली में आतंकी हमले की थी तैयारी

G Parmeshwar ED Raid Cooperate

अपने शैक्षणिक संस्थानों पर ED के छापे से नरम पड़े कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर, अब कहा- हम सहयोग करेंगे

Operation Sindoor BSF Pakistan infiltration

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने 8 मई को 45-50 आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश की, बीएसएफ ने किया नाकाम

करवाचौथ का व्रत केवल सुहागिनों के लिए ही क्यों, “तलाकशुदा और लिव के लिए भी हो”, SC ने खारिज की दलील

G Parmeshwara ED Raids Gold smuggling case

बुरे फंसे कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर, गोल्ड तस्करी के मामले में ED ने कई ठिकानों पर मारे छापे

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies