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* 2012 में भाजपा के किरीट सोमैया और देवेंद्र फडनवीस ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भुजबल ने मुंबई-दिल्ली में महाराष्ट्र सदन निर्माण के लिए चमणकर बिल्डर्स को 10,000 करोड़ रू. के हस्तांतरणीय डेवलपमेंट अधिकार दे दिए।
* दिसंबर 2014 में महाराष्ट्र सरकार ने इस घोटाले की खुली जांच के आदेश दिए।
* 17 जून 2015 को प्रवर्तन निदेशालय ने प्रिंवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट में भुजबल, उनके बेटे पंकज और भतीजे समीर भुजबल के खिलाफ दो एफआइआर दर्ज की।
* एफआइआर दर्ज करने से पहले भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने 2006 में विभिन्न परियोजनाओं के ठेकों में अनियमितता बरतने के मामले में भुजबल की 26 संपत्तियों की जांच की। तब भुजबल उप-मुख्यमंत्री थे।
* 14 मार्च , 2016 को भुजबल को प्रवर्तन निदेशालय ने करोड़ों रुपए के महाराष्ट्र सदन घोटाले में मनी लॉड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
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