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पंचनद शोध संस्थान दरा कंवल भारती पब्लिक स्कूल, साधनगर पालभ में 'जेएनयू : कहा है मर्यांदा' विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। गोष्ठी में मुख्यवक्ता के रूप में शीर्ष पत्रकार एवं जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र के अध्यक्ष पद्मश्री जवाहरलाल कौल ने कहा कि जेएनयू अपने स्थापना के समय से ही कांग्रेस द्वारा वामपंथियों के लिए वैचारिक अभिव्यक्ति के नाम पर संसाधनों की लूट का केन्द्र रहा है। गांधी के सिद्धांतों पर बनी कांग्रेस के समझ में यह बात नहीं आई या वह समझना नहीं चाहती यह आज भी अधूरा प्रश्न है।
श्री जवाहरलाल कौल ने कहा कि जेएनयू की स्थापना गरीबों, वंचितों और आदिवासियों के लिए कम कीमत पर उच्च शिक्षा और अलग-अलग क्षेत्रों में अच्छे दर्जे के शोध के उद्देश्य से की गई थी। जेएनयू में आज लगभग 9 हजार छात्र- छात्राएं है जबकि डीयू में 50-60 हजार। कमजोर वर्ग से भी जेएनयू में उन्हीं छात्रों या शिक्षकों को लिया जाता है जो वामपंथियों की विचारधारा के अनुकूल होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली सरकार आने से वामपंथियों में ज्यादा बेचैनी है। देशभर में पिछले दो वर्षों से विपक्षियों की ओर से पूरी योजना बन रही थी, इसी का प्रमाण जेएनयू में दिखा। गोष्ठी की अध्यक्षता केन्द्र के अध्यक्ष श्री श्योदान सिंह लोधी ने की। इस अवसर पर डॉ. कृष्णचन्द्र पांडे, संजय मित्तल, डी. नरसिम्हा राव, रवींद्र भारती, राममोहन, बच्चीराम, डॉ. नीरज सिंह, नरेन्द्र पाठक, प्रवीण सैनी, दीवान सिंह रावत व भास्कर तिवारी आदि उपस्थित थे। अतिथियों का आभार कंवल भारत पब्लिक स्कूल के चेयरमैन श्री दिलावर सिंह ने किया। -प्रतिनिधि
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