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करोड़ बैंक खाते खुले जनधन योजना के तहत,11 नवम्बर, 2015 तक
मुद्रा योजना का लक्ष्य जिसके पास धन नहीं, उसे धन उपलब्ध करवाना है। यह योजना छोटे उद्यमियों में विश्वास जगाएगी। वे राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रहे हैं और देश उनके प्रयासों में पूरी मदद करेगा। लघु उद्यमियों को वित्तीय सहायता देने से भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
—नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
देश में साढ़े छह दशकों तक भारत की जनता मतदान कर विभिन्न दलों की केन्द्र में सरकारें बनवाने में अहम भूमिका निभाती रही। इस जनता को कभी मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य नहीं किया गया। पूर्ववत्ती सरकारों ने गंभीरता से विचार नहीं किया कि देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले भारतीयों को किस प्रकार लाभान्वित कर एकसूत्र में पिरोया जाए। लेकिन मात्र डेढ़ वर्ष में ही केन्द्र की राजग सरकार ने बीमा और बैंकिंग क्षेत्र में विभिन्न योजनाएं शुरू कर कश्मीर से कन्याकुमारी तक देशवासियों को एकसूत्र में बांध दिया।
वर्ष 2015 में आठ अप्रैल को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) की शुरुआत की गई। इस योजना के तहत ऐसा कोई भी भारतीय नागरिक जिसके पास कोई कारोबारी योजना है और उसे 10 लाख रुपए तक का ऋण चाहिए, वह इस योजना के तहत बैंकों से ऋण ले सकता है। इसमें तीन प्रकार की श्रेणियां बनाई गईं जिसमें शिशु को 50 हजार रुपए तक का कर्ज, 50 हजार रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक किशोर और पांच लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक वयस्क कर्ज लेकर सहायता प्राप्त कर सकता है।
आंकड़ों के अनुसार 25 नवम्बर, 2015 तक प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत कुल 45948.28 करोड़ रुपए का वितरण किया जा चुका है और कर्ज लेने वालों की कुल संख्या 6600241 रही। एक जून, 2015 को अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के नाम से पेंशन योजना की शुरुआत की गई। इस योजना का लाभ उठाते हुए 24 नवम्बर, 2015 तक कुल 10.35 लाख लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। वर्ष 2015 में ही प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की शुरुआत की गई, जो कि निजी दुर्घटना में आर्थिक राहत देने वाली योजना है। हर वर्ष इसका नवीनीकरण करवाना अनिवार्य है। इसमें बीमाधारक के परिजन को अपंगता या मृत्य होने पर दो लाख रुपए तक मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है। वहीं दुर्घटना के दौरान आंशिक अपंगता की स्थिति में एक लाख रुपए दिए जाते हैं। इस योजना का 18 वर्ष की आयु से लेकर 70 वर्ष तक की आयु वाले लाभ उठा सकते हैं। इसकी जानकारी देने के लिए राज्यवार टोल फ्री नंबर भी आवंटित किए गए।
24 नवम्बर तक इसके तहत 9.16 करोड़ लोग पंजीकरण करवा चुके हैं। इस अवधि में देशभर से 1491 लोगों द्वारा बीमा राशि पाने का दावा किया जिसमें से 740 लोगों का भुगतान भी किया जा चुका है। इसके अलावा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना (पीएमजेजेवाई) में वार्षिक बीमा का प्रावधान है। इसमें किसी भी कारण से मृत्यु होने पर पीडि़त परिवार को दो लाख रुपए तक की राशि दी जाती है। इस योजना का 18 वर्ष से 50 वर्ष की आयु वाले लाभ उठा सकते हैं।
24 नवम्बर तक इस योजना का 2.86 करोड़ लोग पंजीकरण करवा चुके हैं। 8558 बीमा धारकों द्वारा दावा किया गया जिनमें से 5955 लोगों भुगतान किया जा चुका हैै। इन योजनाओं का सीधे-सीधे देशवासी लाभ उठा रहे हैं। जिन लोगों के कभी बैंक में खाते नहीं खुल सके, आज वे भी सीधे एलपीजी सब्सिडी की राशि अपने खाते में प्राप्त कर रहे हैं। इससे न केवल कालाबाजारी पर रोक लगी है, बल्कि उपभोक्ता उचित लाभ प्राप्त कर रहे हैं। इन योजनाओं के होने से देश में लंबे समय से आर्थिक अभाव की मार झेल रहे लोगों में आत्मनिर्भरता बढ़ी है।
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