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नई दिल्ली के पहाड़गंज स्थित उदासीन आश्रम मेंे 20 सितम्बर को विश्व हिन्दू परिषद् की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में सेवा कुंभ आयोजित हुआ। इसमें लोगों की सेवा के प्रति रुचि इस बात से झलक रही थी कि प्रदर्शनी में लगी हर सामग्री को लोग बड़े चाव से न केवल देख रहे थे, बल्कि स्वयं सेवा के किस आयाम से जुड़ सकते हैं, यह जानने की जिज्ञासा भी थी। सेवा कुंभ को संबोधित करते हुए विहिप के केन्द्रीय मंत्री व अखिल भारतीय सेवा प्रमुख श्री अरविन्द भाई ब्रह्मभट्ट ने कहा कि सेवा ही हिन्दू संस्कृति का आधार है। देशभर में हम हजारों सेवा प्रकल्पों के माध्यम से समाज के हर वर्ग के उत्थान हेतु काम कर रहे हैं, किन्तु इन्हें अभी बड़ी संख्या में विस्तार देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में आशीर्वचन देते हुए सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के अध्यक्ष स्वामी राघवानन्द जी महाराज ने कहा कि समाज के उपेक्षित वर्ग के उत्थान, युवाओं को संस्कारित, स्वावलंबी व सक्षम बनाने तथा भारत के चहुंमुखी विकास हेतु देश के प्रत्येक समर्थ व्यक्ति को अपनी-अपनी क्षमतानुसार सेवा के कायोंर् में अपनी अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री प्रेमचन्द गोयल ने सेवा कार्य में किसी भी प्रकार के दिखावे से हमेशा दूर रहने पर बल दिया। इस अवसर पर सेवा कार्य में विशेष योगदान करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया।
सेवा कुंभ में विहिप की प्रेरणा से नि:स्वार्थ सेवा में लगी आधा दर्जन से अधिक स्वयंसेवी संस्थाओं ने भाग लिया। प्रदर्शनी में गोबर और गोमूत्र से बने उत्पाद, हिन्दू हेल्प लाईन के अनुपम कार्य तथा महिला व बाल विकास केन्द्रों के कार्य दर्शकों को विशेष रुचिकर लगे। भगिनी निवेदिता सेवा न्यास, भारतीय जन सेवा संस्थान, हनुमान संस्कृत महाविद्यालय, रघुवीर नगर सहित अनेक संस्थानों ने कुंभ में सहभागिता की। – प्रतिनिधि
सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विवेकानंद नगर (देहरादून) के स्वयंसेवकों द्वारा 20 सितम्बर को विश्व संवाद केन्द्र में सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया। इसमें स्वयंसेवकों के साथ-साथ अन्य लोगों ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया। इस दौरान स्वयंसेवकों ने हनुमान जी को 35 किलो के लड्डू से भोग लगाया। कार्यक्रम में नगर संघचालक शशि आनंद, नगर कार्यवाह आनंद, सह नगर कार्यवाह संदीप गुप्ता, विष्णु भट्ट आदि प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे।– प्रतिनिधि
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