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पाकिस्तान में मजहबी उन्माद किस कदर बढ़ गया है, इसका एक और नमूना 4 नवम्बर को दिखा। इस दिन 'ईश निन्दा' के आरोप में पंजाब प्रान्त के कसूर जिले के कोट राधा किशन गांव में शहजाद मसीह (35)और उसकी पत्नी शमा (31) को मुसलमानों की उन्मादी भीड़ ने जिंदा जला दिया। यह ईसाई दम्पति भीड़ से जान की भीख मांगता रहा, लेकिन कट्टरवादियों पर कोई असर नहीं पड़ा। भीड़ में शामिल लोगों ने पहले इन दोनों की बुरी तरह पिटाई की और आखिर में दोनों को जिंदा ही आग में झोक दिया।
घटना के संदर्भ में कहा जा रहा है कि दोनों पति-पत्नी चक गांव के पास मोहम्मद यूसुफ गुज्जर के ईंट भट्ठे में मजदूरी करते थे और वहीं अपने चार बच्चों के साथ रहते थे। बहुत दिनों से उन दोनों को मजदूरी नहीं मिली थी। कई बार मांगने पर भी जब मजदूरी नहीं मिली तो मसीह अपने परिवार के साथ उस भट्ठे को छोड़ कर और कहीं जाना चाहता था, जबकि भट्ठा मालिक उसे जाने देने को तैयार नहीं था। घटना से दो दिन पहले मसीह और भट्ठा मालिक में बहस हो गई। इसके बाद भट्ठा मालिक ने दोनों पति-पत्नी और उनके बच्चों को एक कमरे में बन्द कर दिया।
दूसरे दिन उसने दो मस्जिदों से घोषणा करवा दी कि मसीह और उसके परिवार ने कुरान जलाकर ईशनिन्दा की है। यह घोषणा होते ही मजहबी उन्मादी भट्ठे पर पहंुच गए और मसीह और उसकी पत्नी को कमरे से निकालकर पीटने लगे और बुरी तरह घायल कर भट्ठे की आग में फेंक दिया। हालांकि उन्मादियों ने उनके बच्चों को छोड़ दिया। मसीह के एक रिश्तेदार इमानुल सरफराज ने आरोप लगाया है कि उन्मादियों ने पुलिस के सामने ही दिल दहला देने वाली इस घटना को अंजाम दिया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बचाने के लिए कुछ नहीं किया। इस घटना को लेकर इस्लामाबाद में 5 नवम्बर को अनेक ईसाई संगठनों और मानवाधिकारवादी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया, दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की। इसके बाद ही पुलिस ने करीब 600 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया और उनकी धर-पकड़ शुरू कर दी गई। लेकिन इस तरह के मामलों में पाकिस्तान पुलिस के पूर्व रवैए को देखकर कहा जा सकता है कि शायद ही किसी दोषी को सजा हो पाएगी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में ईश निन्दा कानून के जरिए वहां के अल्पसंख्यक समुदायों को वर्षों से निशाना बनाया जा रहा है। अब तक अनेक अहमदियों, ईसाइयों और हिन्दुओं को बड़ी बर्बरतापूर्वक मौत के घाट उतारा जा चुका है। कुछ वर्ष पूर्व ईशनिन्दा कानून के विरुद्ध में बोलने पर पंजाब के तत्कालीन गवर्नर सलमान तासीर की हत्या उनके सुरक्षाकर्मी ने ही कर दी थी। जब उस हत्यारे को अदालत में लाया गया तो वहां के वकीलों ने उसके स्वागत में रास्ते में कालीन बिछाया और फूल माला पहनाकर उसके पक्ष में नारे लगाए।
पंजाब प्रांत में ही ईशनिंदा के आरोप में 6 नवम्बर को तुफैल हैदर की भी हत्या कर दी गई। यह हत्यारा एक पुलिसकर्मी है। तुफैल पर आरोप लगाया गया कि उसने मोहम्मद साहब के साथियों के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस हत्या के बाद पाकिस्तानी पुलिस की भूमिका पर भी अंगुली उठने लगी है। ल्ल
बढ़ीं मुश्किलें डेमोक्रेट बराक की
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पार्टी डेमोक्रेटिक पार्टी को मध्यावधि चुनाव में करारी हार मिली है, जबकि रिपब्लिकन पार्टी को इस चुनाव में बड़ी जीत मिली है। इसके साथ ही रिपब्लिकन पार्टी ने ऊपरी सदन सीनेट में बहुमत प्राप्त कर लिया है। राजनीतिक पंडितों ने इस हार को बराक ओबामा की नीतियों की हार माना है। रिपब्लिकन पार्टी को सीनेट में बहुमत प्राप्त करने के लिए छह सीटें चाहिए थीं, जबकि पार्टी ने सात सीटों पर जीत दर्ज की है। निचले सदन प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन को पहले से बहुमत प्राप्त है। रिपब्लिकन पार्टी को कांग्रेस के दोनों सदनों में बहुमत मिलने से बराक ओबामा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जानकार मान रहे हैं कि अब रिपब्लिकन पार्टी गत दो वर्ष में बराक ओबामा द्वारा लिए गए कई नीतिगत निर्णयों को बदल सकती है। यदि ऐसा होता है तो ओबामा ही नहीं, कई अन्य देश भी प्रभावित होंगे। उल्लेखनीय है कि आर्थिक, सुरक्षा, रोजगार, आतंकवाद आदि कई मामलों में ओबामा ने जो नीतियां अपनाई हैं, उनसे रिपब्लिकन सांसद सहमत नहीं रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी अमरीकी अर्थव्यवस्था की गिरती सेहत को भी प्रमुखता से उठाती रही है। उसका कहना रहा है कि बराक ओबामा अमरीकियों की अपेक्षा के अनुसार आर्थिक सुधार नहीं कर पाए हैं।
रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर और 2016 में पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार रैंड पॉल ने कहा है कि यह चुनाव राष्ट्रपति ओबामा के कायार्ें पर जनमत संग्रह है। ओबामा अभी और दो वर्ष तक राष्ट्रपति रहेंगे, लेकिन इन दो वर्ष का कार्यकाल पूरा करना, उनके लिए आसान नहीं रह गया है। इस चुनाव में अमरीका में रह रहे भारतवंशियों ने भी अपनी ताकत का अहसास कराया है। दक्षिणी कैरोलीना की गवर्नर निक्की हेली और कैलीफोर्निया की अटॉर्नी जनरल कमला हैरिस ने लगातार दूसरी बार विजय प्राप्त की है। मिशिगन से सैम सिंह,कनेक्टिकट से प्रसाद श्रीनिवासन, ओहायो से नीरज अंटानी और कोलाराडो से जनक जोशी ने जीत हासिल की है।
प्रस्तुति : अरुण कुमार सिंह
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