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दिल्ली में गत दिनों भारत नीति प्रतिष्ठान ने 'भारतीय राजनीति में मूलभूत परिवर्तन' विषय पर एक परिसंवाद का आयोजन किया। परिसंवाद के मुख्य वक्ता थे विख्यात विद्वान और बेल्जियम के घेंट विश्वविद्यालय में विज्ञान के प्राध्यापक प्रो़ बालगंगाधर। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मात्र सरकार का बदलना उन वास्तविक और मूलभूत परिवर्तनों की गारंटी नहीं है, जिसकी भारतीय समाज, शिक्षा जगत और बौद्धिक वर्ग को आवश्यकता है। अनेक शताब्दियों की गुलामी ने हमें अपने ही इतिहास, संस्कृति और अनुभूतियों के प्रति विदेशी और परकीय मानसिकता से भर दिया है। यही मानसिकता भारत के लिए खतरा है। -प्रतिनिधि
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