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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देशभर में 68 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। संघ के स्वयंसेवकों ने अनेक स्थानों पर स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किए। सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने नागपुर के महाल स्थित मोहितेवाड़ा मैदान में राष्ट्र-ध्वज फहराया। उल्लेखनीय है कि यहीं 1925 में डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की थी।
इस अवसर पर श्री भागवत ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और कड़ी मेहनत से हमें यह आजादी मिली है। इस अवसर पर संघ के अनेक वरिष्ठ कार्यकर्ता और अन्य संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। वहीं सह सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबले ने ओडिशा के सम्भलपुर में आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया। जबकि संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ़ मनमोहन वैद्य एवं सह प्रचार प्रमुख श्री जे़ नन्दकुमार ने संघ विचार परिवार के अन्य प्रमुख अधिकारियों के साथ दिल्ली के लालकिले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लिया।
जशपुर में स्वतंत्रता दिवस
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम विद्यालय, जशपुर में ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित हुआ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संघचालक श्री केशव प्रसाद सोनी, वनवासी कल्याण आश्रम के उपाध्यक्ष श्री कृपा प्रसाद सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बासुदेव राम यादव ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया व छात्रों को सम्बोधित किया। वक्ताओं ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले हुतात्माओं का स्मरण किया। गांधी जी से लेकर भगत सिंह तथा बिरसा मुण्डा जैसे महापुरुषों को याद किया गया। ल्ल प्रतिनिधि
पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने प्रदर्शन
पाकिस्तानी उच्चायुक्त द्वारा कश्मीरी अलगाववादियों को वार्ता हेतु बुलाए जाने का विरोध विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, अखण्ड भारत मोर्चा व जम्मू-कश्मीर पीपुल्स फोरम इत्यादि अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने किया है।
इन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने 19 अगस्त को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के सामने जमकर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिससे अनेक प्रदर्शनकारियों को चोट पहुंची। कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। इस अवसर पर विहिप के प्रांत महामंत्री श्री रामकृष्ण श्रीवास्तव ने कहा कि पाक उच्चायोग का यह कदम हमारी ही धरती पर हमें ही ललकारने के बराबर है जिसे कोई भी भारतीय स्वीकार नहीं कर सकता है।
उन्होंने मांग की कि न सिर्फ सभी कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को अविलम्ब गिरफ्तार कर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए, बल्कि पाकिस्तानी उच्चायुक्त को भी वापस पाकिस्तान भेजा जाए। ल्ल प्रतिनिधि
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