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'दोषों के परिमार्जन के साथ जागरूक, संस्कारित, संगठित और सक्रिय हिन्दू समाज की रचना के लिए ऐसे आदर्श स्वयंसेवकों को तैयार करने में संघ जुटा है, जिनमें उनके व्यक्तिगत जीवन की शुद्धता प्रकट होती हो और वे शेष समाज का मार्गदर्शन कर सकें।' ये विचार हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी के। श्री जोशी 14 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित रक्षाबंधन उत्सव को सम्बोधित कर रहे थे।
कार्यकर्ताओं के सामूहिक चिन्तन को अभिव्यक्त करते हुए श्री जोशी ने कहा कि इस देश का मूलभूत चिंतन ही संघ के सभी कायोंर् का आधार है। सरकार्यवाह ने यह भी स्पष्ट किया कि संघ हिन्दू समाज को सभी प्रकार के भेदों से ऊपर उठकर संगठित शक्ति के रूप में खड़ा करना चाहता है। यह न किसी के विरोध में है और न शक्ति-प्रदर्शन कर किसी को डराना है। संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार को उद्धृत करते हुए उन्होंने कहा कि हम न किसी से डरते हैं और न किसी को डराते हैं। हमारा इतिहास साक्षी है कि हम अपने देश से बाहर कभी शस्त्र लेकर नहीं, बल्कि शास्त्र लेकर गए।
इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी, केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी, शिक्षा बचाओ आंदोलन समिति के अध्यक्ष श्री दीनानाथ बत्रा, स्वदेशी जागरण मंच के प्रमुख श्री कश्मीरी लाल, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख डॉ. मनमोहन वैद्य, लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन सहित बड़ी संख्या में भाजपा के सांसद उपस्थित थे।
-प्रतिनिधि
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