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देहरादून स्थित श्रीगोवर्द्धन विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में 1 से 3 अगस्त तक विद्यार्थी कार्यकर्ता शिविर आयोजित हुआ। शिविर में उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों के लगभग ढाई सौ से अधिक कार्यकर्ताओं ने सहभागिता की। तीन दिन तक इन कार्यकर्ताओं को कई विषयों की जानकारी दी गई।
शिविर के समापन समारोह में कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचारक प्रमुख श्री जगदीश का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए श्री जगदीश ने कहा कि सामूहिक चिंतन और श्रम से हम भारत की तस्वीर बदल सकते हैं। संघ समाज की उन्नति के लिए संकल्पबद्ध है और सामूहिक शक्ति को केन्द्रित कर कार्य करने की प्रेरणा देता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ न कुछ संकल्प करना चाहिए और उन संकल्पों को पूरा करने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा देनी चाहिए। उन्होंने शहीद भगत सिंह और सुभाषचंद्र बोस का उदाहरण देते हुए कहा कि उन दोनों के जीवन में संकल्प और लक्ष्य निर्धारण ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाईर्। उन्होंने कहा कि आज देश का विद्यार्थी निराशा के वातावरण से गुजर रहा है। उसके पास योग्यता है, लेकिन रोजगार नहीं। इस निराशावादी वातावरण को दूर करने के लिए सबको संकल्प लेना पड़ेगा। समारोह को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उत्तराखण्ड के प्रान्त प्रचारक डॉ़ हरीश और सह प्रान्त कार्यवाह श्री दिनेश सेमवाल ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर भाजपा नेता श्री शिवप्रकाश, प्रान्त कार्यवाह श्री लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल, सह क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख श्री शशिकांत दीक्षित, श्री भजराम पंवार, संयुक्त क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री कृपाशंकर आदि उपस्थित थे। -वि. सं. के., देहरादून
हिन्दी को 'हिंग्लिश' बनाने वाले सावधान!
आजकल हिन्दी के अनेक समाचार पत्र बोलचाल की भाषा के नाम पर अंग्रेजी के शब्दों का धड़ल्ले से प्रयोग कर रहे हैं। ये अखबार अंग्रेजी के ऐसे-ऐसे शब्दों का भी प्रयोग करने लगे हैं, जिनको समझने के लिए पाठकों को अंग्रेजी का शब्दकोश देखना पड़ता है। विडम्बना तो यह है कि जिन अंग्रेजी शब्दों के लिए हिन्दी में बड़े ही आसान शब्द हैं, उनके लिए भी ये लोग अंग्रेजी के शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस कारण हिन्दी-प्रेमियों में इन अखबारों के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है। पिछले दिनों इन्दौर में हिन्दी-प्रेमियों के इस संदर्भ में गुस्से को लोगों ने उस समय महसूस किया जब लगभग ढाई हजार युवाओं ने हिन्दी को 'हिंग्लिश' बनाने वाले अखबारों की प्रतियां जलाईं। रीगल चौराहे पर गांधी प्रतिमा के सामने इन हिन्दी-पे्रमियों ने अखबारों को जलाकर उनकी राख उनके मालिकों और सम्पादकों को लिफाफों में भरकर भेजी। इन युवाओं का नेतृत्व प्रभु जोशी, अनिल त्रिवेदी, तपन भट्टाचार्य, प्रकाश कान्त, जीवनसिंह ठाकुर आदि ने किया। -प्रतिनिधि
शिक्षाविद् सुधीर कुमार सिन्हा नहीं रहे
बिहार में विद्या भारती के संभाग निरीक्षक रहे शिक्षाविद् श्री सुधीर कुमार सिन्हा का गत दिनों एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। विद्या भारती से जुड़ने से पहले श्री सिन्हा 'दिनमान' एवं 'धर्मयुग' में नियमित लिखते थे। विद्या भारती में रहते हुए भी उन्होंने विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं के लिए स्तंभ लिखे। वे विभिन्न चैनलों में भी विमर्श के लिए जाते थे। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए गत दिनों विश्व संवाद केन्द्र, पटना के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा हुई। सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक डॉ़ शत्रुघ्न प्रसाद ने कहा कि सुधीर जी एक प्रयोगधर्मी व्यक्तित्व के स्वामी थे। वे शिक्षा के क्षेत्र में नित्य नूतन प्रयोग करते थे। विद्या भारती के श्री महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि सुधीर जी हंसमुख एवं अत्यंत मृदुभाषी थे। रा़ स्व़ संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख श्री राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि सुधीर जी का निधन उनकी व्यक्तिगत क्षति है। सभा को विश्व संवाद केंद्र न्यास के अध्यक्ष श्री श्रीप्रकाश नारायण सिंह, अधिवक्ता श्री सुधीर नारायण, श्री विमल जैन, श्री शिव नारायण प्रसाद महतो आदि ने भी संबोधित किया। -प्रतिनिधि
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