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हिन्दुओं के विरुद्ध दमनकारी प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करने वाले सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम विधेयक का तीव्र विरोध करते हुए विश्व हिन्दू परिषद ने इसे मुस्लिम तुष्टीकरण की पराकाष्ठा बताया है। हिन्दू युवा सम्मेलन में विहिप के केंद्रीय मंत्री डॉ. सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस विधेयक की वकालत करने वाले लोग गुजरात, मुजफ्फरनगर, दिल्ली व मुंबई के दंगों की बात तो करते हैं किन्तु उन दंगों के पीछे के गोधरा, लव जिहाद, गम्भीर हिन्दू उत्पीड़न व मुंबई आतंकी हमले जैसी घटनाओं पर वे मौन धारण कर लेते हैं।
गत 22 दिसंबर को पश्चिमी दिल्ली के शिवाजी कॉलेज के सामने स्थित सांवलिया मैदान में एकत्रित हजारों बजरंगियों को त्रिशूल दीक्षा देने के उपरांत बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक श्री राजेश पाण्डे ने सम्बोधित करते हुए कहा कि प्राचीन गुरुकुल शिक्षा पद्धति में शास्त्रों के साथ शस्त्रों की शिक्षा भी दी जाती थी जो आज पूरी तरह से विलुप्त हो चुकी है। बजरंग दल ने देश के लाखों नौजवानों को त्रिशूल दीक्षा देकर उनको सेवा, सुरक्षा व संस्कारों के माध्यम से राष्ट्र, धर्म व संस्कृति की रक्षा के लिए संकल्पित किया है। उन्होंने देश के युवाओं का आहवान करते हुए कहा कि वे भगवान शंकर के प्रसाद रूपी इस त्रिशूल को धारण कर मन्दिरों, गोमाता, गीता व गायत्री पर हो रहे जिहादी हमलों,व आतंकवाद से समाज को छुटकारा दिलाने हेतु आगे आएं और भय मुक्त भारत का निर्माण करें।
विहिप अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहल,बजरंग दल के प्रान्त संयोजक श्री शिव कुमार,विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रकाश शर्मा, प्रांत अध्यक्ष बी स्वदेश पाल गुप्ता, क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री करुणा प्रकाश, प्रांत संयुक्त महामंत्री श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव, प्रान्त मंत्री श्री राम पाल सिंह यादव,बजरंग दल के राष्ट्रीय प्रशिक्षण प्रमुख श्री मनोज वर्मा सहित अनेक गणमान्य वक्ताओं ने सम्मेलन संबोधित किया।
स्वयंसेवक की नृशंस हत्या
कालीकट में एक और रक्तमय घटना के चलते अवैध खनन का विरोध कर रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता अनूप (29) की भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम)के बदमाशों ने बेरहमी से हत्या कर दी। अनूप को सीपीआईएम के खिलाफ प्रदर्शन करने के दौरान 18 दिसम्बर को निशाना बनाया गया था जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुआ था। अस्पताल में उपचार के दौरान 19 दिसम्बर को अनूप ने दम तोड़ दिया। केरल में सीपीआईएम के बदमाशों का खूनी-खेल बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यशिक्षक अनपू अवैध खनन के विरोध में अन्य कार्यकर्ताआंे को लेकर 18 दिसम्बर को प्रदर्शन कर रहे थे। तभी बदमाशों ने नदापुरम के कुट्टयादि स्थित कार्यक्रम स्थल पर बम फेंक कर हमला कर दिया था। इस हमले में अनूप बुरी तरह से घायल हो गए जिन्हें उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था। जहां उपचार के दौरान 19 दिसम्बर को उनकी मौत हो गई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए अनूप को श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख श्री नंद कुमार ने कहा कि पश्चिमी घाट को सुरक्षित रखने के लिए जारी संघर्ष में स्वयंसेवक सबसे आगे आकर कम्युनिस्ट पूंजीवादियों का अपनी जान को जोखिम में डालकर भी सामना कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि केरल में कम्युनिस्ट आतंकवाद चरम पर है। पिछले कई वर्षों में आतंकवादी हमले में संघ परिवार के सैकड़ों कार्यकर्ता मौत के शिकार बन चुके हैं और हजारों लोग विभिन्न हमलों में घायल हो चुके हैं। 1 दिसम्बर को केरल के कण्णूर में भी भाजपा कार्यकर्ता विनोद को बुरी तरह से घायल कर दिया गया था। जिसके बाद पेरियारम मेडिकल अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी। उस दौरान कार्यकर्ता लक्ष्मणन और कुन्हीरमन भी बुरी तरह से घायल हुए थे। ल्ल प्रतिनिधि
वन विभाग के दफ्तर में आग,
पादरी के खिलाफ मामला दर्ज
कैथोलिक चर्च से जुड़े रहने वाले ईसाई विशेष रूप से यह दावा करते हैं कि उनका मत सब ओर शांति, अहिंसा और करुणा सिखाता है, लेकिन वास्तविकता में वे अपने उद्देश्यों कि पूर्ति के लिए सभी प्रकार कि हिंसा का सहारा लेते हैं। एक बिशप की सरकार को रक्तपात की धमकी तथा दूसरे की एक सांसद के विरुद्घ अभियान चलाने के बाद अब एक पादरी के वन परिसर में आगजनी में शामिल होने पर यह आरोप तेजी से लग रहे हैं कि केरल के कैथोलिक चर्च पश्चिमी घाट की सुरक्षा के मुद्दे के संबंध से जुड़े पादरियों का एक वर्ग अवैध या अवांछनीय तत्वों को नियंत्रित करने में असमर्थ है।
केरल वन विभाग ने फादर साजी मंगलाथ के खिलाफ पुलिस में शिकायत कर कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा पश्चिमी घाट पर कस्तूरीरंगन पैनल के कुछ प्रस्तावों को लागू करने के विरुद्घ विरोध प्रदर्शन में फादर साजी ने कोझीकोड के थमारसेरी वन विभाग दफ्तर में आगजनी में प्रमुख भूमिका निभाई थी। प्राथमिकी रपट के अनुसार कोदंचेरी ग्राम पंचायत के सदस्य जैसन कीझकुनल ने भी आगजनी में पादरी का साथ दिया था। पुलिस की खुफिया विभाग द्वारा तैयार एक रपट में यह भी कथित घटना में पुजारी की संलिप्तता का उल्लेख किया है । कस्तूरीरंगन की रपट के खिलाफ आबादकार किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन के समय कुछ लोगो के एक समूह ने जिनका सम्बन्ध चर्च से था, चंदन तस्करों और अवैध पत्थर खदान ऑपरेटरों के साथ मिलकर 15 नवंबर को थमारसेरी स्थित वन रेंज दफ्तर में आग लगा दी। बाद में मालूम हुआ कि आगजनी की वास्तविक मंशा भूमि हथियाने , अवैध खदान संचालन , वन नियमों का उल्लंघन, चंदन तस्करी और कई मामले, जो कि विभिन्न अदालतों में लंबित थे जिनमें से संबंधित दस्तावेजों को नष्ट करने के लिए था। वन विभाग के दस्तावेजों को 90 प्रतिशत आगजनी में नष्ट कर दिया गया था।
थमारसेरी चर्च परिसर के बिशप मार रेमेगिओसे इंचाननीयिल ने नवंबर में एक सभा को सम्बोधित करते हुए कहा था कि अगर कस्तूरीरंगन कि रपट लागू होगी तो पश्चिमी घाट पर जलियांवाला बाग की घटना दोहरायी जाएगी। इससे एक नया माओवादी संगठन जन्म लेगा और यहां रक्तपात होगा, लेकिन पर्यावरण कि रक्षा के लिए सरकार गरीब किसानों को हानि नहीं पंहुचा सकती। इसके 9 दिन बाद ही आगजनी में पुजारी की कथित संलिप्तता पर रपट आयी है। कई वरिष्ठ पादरियों ने पश्चिमी घाट और इसकी पारिस्थितिकी को बचाने के लिए बात कर रहे जनप्रतिनिधियों पर हमला करने के लिए असभ्य भाषा का इस्तेमाल किया था। इडुक्की चर्च परिसर के बिशप मार मैथ्यू अंनिकुजिकातील ने तो अपरोक्ष रूप से कांग्रेस के स्थानीय सांसद पी. टी. थामस को हराने के लिए स्थानीय लोगो से अपील भी की थी जिसकी कांग्रेस और दूसरे राजनीतिक दलों ने आलोचना की है।
प्रतिनिधि
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