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0 शतरंज की खोज भारत में की गई थी।
0 बीज गणित, त्रिकोण मिति और परिकलन का अध्ययन भारत में ही आरंभ हुआ था।
0 स्थान मूल्य प्रणाली और दशमलव प्रणाली का विकास भारत में 100 ईसा पूर्व में हुआ था।
0 सांप-सीढ़ी का खेल तेरहवीं शताब्दी में कवि संत ज्ञान देव द्वारा तैयार किया गया था। इसे मूल रूप से मोक्षपट कहते थे। इस खेल में सीढि़यां वरदानों का प्रतिनिधित्व करती थीं, जबकि सांप अवगुणों को दर्शाते थे। इस खेल को कौडि़यों तथा पांसों के साथ खेला जाता था। आगे चलकर इस खेल में कई बदलाव किए गए, परन्तु इसका अर्थ वही रहा अर्थात् अच्छे काम लोगों को स्वर्ग की ओर ले जाते हैं, जबकि बुरे काम दोबारा जन्म-मृत्यु के चक्र में डाल देते हैं।
0 विश्व का सर्वप्रथम विश्वविद्यालय 700 ईसा पूर्व में तक्षशिला में स्थापित किया गया था। इसमें 60 से अधिक विषयों में हर वर्ष 10500 से अधिक छात्र दुनियाभर से आकर अध्ययन करते थे। नालन्दा विश्वविद्यालय चौथी शताब्दी में स्थापित किया गया था जो शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन भारत की महानतम उपलब्धियों में से एक है।
0 मानव जाति के लिए सबसे आरंभिक चिकित्सा विज्ञान आयुर्वेद के जनक माने जाने वाले चरक ने 2500 वर्ष पहले आयुर्वेद का संकलन किया था।
0 नौवहन की कला का जन्म 600 वर्ष पहले सिंध नदी में हुआ था। दुनिया का सबसे पहला नौवहन संस्कृत शब्द नव-गति से उत्पन्न हुआ है। शब्द नौ-सेना भी संस्कृत के ह्यनह्ण और ह्यअह्ण शब्द से बना है।
0 भास्कराचार्य ने खगोल शास्त्र में कई सौ साल पहले पृथ्वी द्वारा सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने में लगने वाले समय की गणना की थी। उनकी गणना के अनुसार सूर्य की परिक्रमा में पृथ्वी को 365.258756484 दिन का समय लगता है।
0 भारतीय गणितज्ञ बुधायन द्वारा पाई ह्य ह्ण का मूल्य ज्ञात किया गया था और उन्होंने जिस संकल्पना को समझाया आज उसे ह्यपाइथागोरसह्ण का प्रमेय कहते हैं। उन्होंने इसकी खोज छठवीं शताब्दी में की, जो यूरोपीय गणितज्ञों से काफी पहले की गई थी।
0 चतुष्पद समीकरण का उपयेाग 11वीं शताब्दी में श्रीधराचार्य द्वारा किया गया था। ग्रीक तथा रोमनों द्वारा उपयोग की गई सबसे बड़ी संख्या 106 थी, हिन्दुओं ने (10)53 जितनी बड़ी संख्याओं का उपयोग (अर्थात 10 की घन 53) करने का विशिष्ट कार्य 5000 ईसा पूर्व के दौरान किया। आज भी उपयोग की जाने वाली सबसे बड़ी संख्या टेरा (10)12 (10 की घात 12) है।
0 वर्ष 1986 तक भारत विश्व में हीरे का एकमात्र उत्पादक स्रोत था (संदर्भ-जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अमरीका)
0 सुश्रुत को शल्य चिकित्सा का जनक माना जाता है। लगभग 2600 वर्ष पहले सुश्रुत और उनके सहयोगियों ने मोतियाबिंद, कृत्रिम अंगों को लगाना, शल्य क्रिया द्वारा प्रसव, अस्थिभंग जोड़ना, मूत्राशय की पथरी, प्लास्टिक सर्जरी और मस्तिष्क की शल्य क्रियाएं आदि के सफल प्रयोग किए थे।
0 वर्तमान में भारत से 90 देशों को सॉफ्टवेयर का निर्यात किया जाता है।
0 विश्व में सबसे बड़ा धार्मिक भवन अंगकोरवाट, हिन्दू मंदिर है जो कम्बोडिया में 11वीं शताब्दी के दौरान बनाया गया था।
0 योग कला का उद्भव भारत में हुआ यहां 5,000 वर्ष से अधिक समय से यह विद्या मौजूद है।
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