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विश्व हिन्दू परिषद के अन्तरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगडि़या ने पाकिस्तान में जन्मे निवासी तारिक फ तेह के 23 नवम्बर वाले ट्वीट को निराधार बताया है। ट्वीट में तारिक ने श्री तोगडि़या पर ह्यसभी मुस्लिमों को खत्म करने और किसी भी मुस्लिम को जिंदा नहीं छोड़नेह्ण की बात कहने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि यह भारत, विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दुओं और उनके खिलाफ दुर्भावना से ग्रस्त होकर किया गया है।
25 नवम्बर को जारी प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जारी ट्वीट द्वेषपूर्ण, मनगढ़ंत है और यह सोची -समझी साजिश है। ऐसा मुस्लिम मजहब के लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिए किया गया है। इस संबंध में श्री तोगडि़या ने साफ किया है कि उन्होंने तारिक से कभी-कुछ भी नहीं कहा और वह उसे जानते तक नहीं हैं। गत 23 नवम्बर को वह अमृतसर के विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष के आवास पर रात के भोजन पर आमंत्रित थे। वहां केवल परिषद के ही 60-70 कार्यकर्ता उपस्थित थे और बाहरी लोगों को निमंत्रण तक नहीं था तो फिर तारिक वहां कैसे पहंुच गया और उसे किसी ने देखा भी नहीं ?
वहां पर आगामी मार्गशीष माह पर होने वाली पूजा के संबंध में चर्चा हुई थी। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि भोजन शाम सात बजे आयोजित किया गया था, जबकि वहां मौजूद होने का दावा करने वाले तारिक ने शाम 5.33 बजे ही ट्वीट कर दिया। इससे साफ है कि ट्वीट पर लिखी सभी बातें झूठी और निराधार हैं और उसका उद्देश्य सिर्फ अफवाह फैलाना है। इसके ठीक अगले दिन 24 नवम्बर को उन्हें ट्वीट के बारे में परिषद के उन लोगों से जानकारी मिली, जो 23 नवम्बर को उनके साथ उपस्थित थे। वे सभी जानते हैं कि वहां पर ऐसी किसी बात की चर्चा नहीं की गई थी, जो तारिक के ट्वीट पर लिखी गई हैं। श्री तोगडि़या ने कहा कि ऐसे ट्वीट का उद्देश्य केवल सोशल मीडिया के जरिए समुदाय विशेष में भय व्याप्त करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर तारिक ने सशर्त माफी नहीं मांगी तो वह उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे। प्रतिनिधि
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