मालदा में 'युवा समावेश'सम्पूर्ण विश्व के लिए है
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बासुदेब पाल
–मोहनराव भागवत, सरसंघचालक, रा.स्व.संघ
हिन्दू जगे बिना भारत का उत्थान संभव नहीं और भारत के उत्थान के बिना विश्व का कल्याण संभव नहीं।
'भारत का जो पुनरुत्थान-पुनर्जागरण हुआ है, उसमें अनेक महापुरुषों का योगदान है, स्वामी विवेकानंद का इसमें विशेष योगदान है। स्वामी विवेकानंद का संदेश केवल भारत के लिए नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व के लिए है।' उक्त विचार रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने गत 17 फरवरी को मालदा (पश्चिम बंगाल) में आयोजित 'युवा समावेश' को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। कार्यक्रम का आयोजन स्वामी विवेकानंद सार्द्ध शती समारोह समिति की उत्तरबंग इकाई के तत्वावधान में हुआ। पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों से आए करीब 8 हजार युवाओं ने इसमें भाग लिया। मालदा शहर के अनेक प्रबुद्ध नागरिक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
युवाओं को संबोधित करते हुए श्री भागवत ने कहा कि विश्व को राह दिखाने की क्षमता भारत के विचारों में है। स्वामी विवेकानंद ने हम सबको 'स्वाभिमान' की दीक्षा दी। भारत के पास अभी भी दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है। यह काम हम सबको करना है। इसलिए हमें स्वामी विवेकानंद के विचारों के अनुसार स्वयं को ढालना होगा। स्वामी विवेकानंद सार्द्ध शती के उद्घोष 'भारत जागो विश्व जगाओ' के संबंध में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हिन्दू जगे बिना भारत का उत्थान संभव नहीं और भारत के उत्थान के बिना विश्व का कल्याण संभव नहीं। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज के सामने अनेक चुनौतियां हैं, हमें उनका सामना करना पड़ेगा।
श्री भागवत ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के प्रति यदि हमारे मन में श्रद्धा है तो हमें समाज कार्य के लिए तैयार रहना चाहिए। हम भले ही अपनी आठवीं पीढ़ी का नाम न जानते हों, लेकिन स्वामी विवेकानंद के नाम से हम सब परिचित हैं। स्वामी विवेकानंद ने युवाओं पर भरोसा किया। हमें स्वामीजी के स्वप्नों का भारत निर्माण करने के लिए कटिबद्ध होना होगा। इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी।
स्वागत उद्बोधन सार्द्ध शती समारोह समिति के डा. तुषारकांति घोष ने दिया। इस अवसर पर बेलूर मठ के स्वामी तत्वज्ञानानंद महाराज एवं विवेकानंद केन्द्र के श्री शिवपूजन विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री रामेश्वर पाल ने किया, जबकि आभार प्रकट किया श्री दीपंकर वर्मा ने। वर्षा होने के बावजूद अनेक युवा मोटरसाइकिल रैलियों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे।
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