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अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान विद्या भारती का राष्ट्रीय खेलकूद रजत जयंती समारोह गत 24-27 नवंबर को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में धूमधाम से सम्पन्न हो गया। समारोह में विद्या भारती से संबद्ध देशभर में संचालित विद्यालयों के राष्ट्रीय स्तर के 700 खिलाड़ियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। दक्षिण भारत की छात्रा सुश्री यू. आर्थी ने प्रतियोगिताओं में तीन स्वर्ण पदक प्राप्त कर विशिष्ट खिलाड़ी का स्थान प्राप्त किया। सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश रहा।
समारोह का उद्घाटन कार्यक्रम 24 नवंबर को हुआ। पूर्व उप प्रधानमंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा यह कहते ही कि 'मैं विद्या भारती के राष्ट्रीय खेलकूद रजत जयंती समारोह की शुरुआत की घोषणा करता हूं', पूरा स्टेडियम आतिशबाजी की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। खुले आसमान में रंग-बिरंगे गुब्बारे दिखाई देने लगे।
कार्यक्रम के मंच पर श्री आडवाणी के साथ सुप्रसिद्ध उद्योगपति महाशय धर्मपाल, 2012 ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता श्री योगेश्वर दत्त, उत्तरी दिल्ली नगर निगम की महापौर श्रीमती मीरा अग्रवाल, विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री श्री श्रीराम आरावकर भी आसीन थे।
उद्घाटन कार्यक्रम में 6 हजार विद्यार्थियों ने सामूहिक सूर्य नमस्कार और योगासन की सुन्दर प्रस्तुति दी। इनके अलावा 1500 विद्यार्थियों ने एरोबिक की लाजवाब प्रस्तुति दी। छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम गीता बाल भारती विद्यालय तथा सरस्वती विद्या मंदिर के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए। खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने आए देशभर के खिलाड़ियों ने अपने-अपने राज्यों के दल के साथ घोष वादन पर स्वागत संचलन किया तथा मंच के सामने पहुंचकर सलामी दी।
समारोह का समापन कार्यक्रम 27 नवंबर को हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों- एस.जी.एफ. के अध्यक्ष महाबली सतपाल, 2012 ओलम्पिक में रजत पदक विजेता श्री सुशील कुमार, विद्या भारती के संरक्षक श्री ब्रह्मदेव शर्मा 'भाईजी', राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री यतीन्द्र शर्मा, राष्ट्रीय सह संयोजक खेलकूद श्री कृपा शंकर द्वारा सम्पन्न हुई प्रतियोगिताओं में स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 1000 छात्रों द्वारा 'जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया…
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