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गत 24 सितंबर को नई दिल्ली में वरिष्ठ संतों के नेतृत्व में राजधानी के प्रमुख हिन्दू संगठनों ने सुभाष पार्क से अवैध ढांचा हटाये जाने की मांग को लेकर दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने प्रचण्ड प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में दिल्ली के कोने-कोने से आये वरिष्ठ संत व राजधानीवासियों ने हजारों की संख्या में भाग लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त द्वारा अपनाई जा रही भेदभावपूर्ण नीति की जमकर आलोचना की तथा उप राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारी सुभाष पार्क में अवैध ढांचे को बनाने में पुलिस की मूक सहमति व संरक्षण तथा माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाबजूद उसे तोड़ने में लाचारी व्यक्त करने के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी श्री राघवानन्द, कालिका पीठाधीश्वर महन्त सुरेन्द्र नाथ अवधूत, उच्च न्यायालय में इस मामले के याचिकाकर्ता श्री एस.एस. साईंबाबा सहित अनेक संतों तथा विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री प्रकाश शर्मा व प्रांत महामंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन तथा राष्ट्रवादी शिवसेना के अध्यक्ष श्री जय भगवान गोयल सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर से एक नारा बुलंद किया कि 'पांच से पहले तोड़ो, नहीं तो कुर्सी छोड़ो' अर्थात उच्च न्यायालय में मामले की अगली तारीख यानी 5 अक्तूबर तक सुभाष पार्क के ढांचे को तोड़ो, नहीं तो कुर्सी छोड़ो। उपस्थित जन समूह ने संकल्प लिया कि अब हम हिन्दू आस्था पर चोट बर्दाश्त नहीं करेंगे। श्री प्रकाश शर्मा ने कहा कि उच्च न्यायालय का मान बना रहे इसलिए इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय को भी हस्तक्षेप करना चाहिए।
दिल्ली के रिंग रोड पर स्थित आईटीओ चौक से पुलिस मुख्यालय की ओर बढ़े विशाल जनसमूह को विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, दुर्गावाहिनी, मातृ शक्ति, राष्ट्रवादी शिवसेना, अखंड हिन्दुस्थान मोर्चा, हिन्दू महासभा, शिवसेना, हिन्दू मंच, सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा, हिन्दू रक्षा समिति, हिन्दू स्वाभिमान संघ, राष्ट्रीय सिख संगत सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारियों ने सम्बोधित किया।प्रतिनिधि
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