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“पं. प्रतापनारायण मिश्र स्मृति
युवा साहित्यकार सम्मान-2011″ सम्पन्न
भाऊराव देवरस सेवा न्यास के तत्वावधान में गत दिनों लखनऊ (उ.प्र.) में “पं. प्रतापनारायण मिश्र स्मृति युवा साहित्यकार सम्मान-2011” सम्पन्न हुआ। इसमें विभिन्न विधाओं के 6 युवा साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
समारोह का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण एवं अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। तत्पश्चात अध्यक्षता कर रहे उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के अध्यक्ष श्री गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि साहित्यकारों का सम्मान केवल साहित्यकार विशेष का सम्मान नहीं होता, अपितु समाज को दिशा देने वाले श्रेष्ठ विचारों का सम्मान होता है। साहित्य सृजन करने का मान बढ़े तथा और प्रभावी लेखन की प्रेरणा मिल सके इस उद्देश्य से सरकार एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा साहित्यकारों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित लखनऊ के सांसद श्री लालजी टण्डन ने कहा कि जो साहित्यकार लेखन करते हैं, उनका सम्मान करना समाज का पुनीत कर्तव्य है। जिस प्रकार श्रेष्ठ साहित्य कालजयी होता है, वैसे ही रचनाकार भी अपनी कृतियों के माध्यम से कालजयी हो जाता है।
कार्यक्रम में पुरस्कृत होने वालों में काव्य विधा के लिए श्री अरविंद “पथिक”, कथा साहित्य के लिए श्री अखिलेश द्विवेदी “अकेला”, बाल साहित्य के लिए श्री मनोहर चमोली “मनु”, पत्रकारिता के लिए सुश्री अपर्णा रस्तोगी, संस्कृत के लिए डा. प्रकाश चंद्र पंत “दीप” तथा राजस्थानी साहित्य के लिए डा. मदन गोपाल लढ़ा को “पं. प्रतापनारायण मिश्र स्मृति युवा साहित्यकार सम्मान-2011” से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप सभी को मां सरस्वती की प्रतिमा, अंगवस्त्र, श्रीफल तथा 5,000 रुपए की सम्मान राशि भेंट की गई। इस अवसर पर न्यास के प्रमुख न्यासी श्री ब्रह्मदेव शर्मा “भाईजी”, कोषाध्यक्ष डा. सूर्यकांत, लखनऊ के महापौर डा. दिनेश शर्मा, श्री राजीव शर्मा, श्री हरजीवन रस्तोगी, डा. देवेन्द्र प्रताप सिंह सहित बड़ी संख्या में गण्यमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डा. विजय कर्ण ने किया। द प्रतिनिधि
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