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वाराणसी का केशव बाल पुस्तकालय गत सात वर्षों से छात्र-छात्राओं में राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक चेतना जगाने के लिए संस्कृति एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता आयोजित करता आ रहा है। इसी श्रृंखला में गत 20 जनवरी को वाराणसी के छह केन्द्रों पर लगभग 2600 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। अब तक की यह सर्वाधिक संख्या है। पिछले वर्ष परीक्षा के तीन केन्द्र थे, इस बार तीन केन्द्र और बढ़ गये हैं। इस अवसर पर सनातन धर्मकेशव बाल पुस्तकालय के संरक्षक श्री रमेन्द्र नाथ मुखर्जी ने बताया कि चरित्रवान, निर्भय एवं उत्तरदायी नई पीढ़ी के निर्माण के लिए आवश्यक है कि बच्चों में पौराणिक ग्रंथों में समाहित ज्ञान जानने की लालसा उत्पन्न कराई जाए। उन्हें ऋषियों, क्रांतिकारियों एवं समाज सुधारकों के त्याग, बलिदान एवं साहसिक कार्यों से अवगत कराया जाए। इसी उद्देश्यों को ध्यान में रखकर पुस्तकालय अपने सीमित साधनों से बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए कार्य कर रहा है। (वि.सं.के. काशी)18
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