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जनजाति सुरक्षा मंच का प्रतिनिधि मंडल छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से मिलाजनजातियों की जमीन वापस दिलाओगत 28 फरवरी को रायपुर में जनजाति सुरक्षा मंच, छत्तीसगढ़ के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के राज्यपाल श्री ई.एस.एल. नरसिम्हन से मिलकर जनजातियों की कृषि भूमि को अवैध एवं बेनामी तरीके से बेचने के मामलों पर अविलम्ब कार्रवाई करने की मांग की। रायपुर, सरगुजा, बस्तर, कांकेर, कोरबा, जशपुर और महासमुन्द जिलों के 19 प्रमुख कार्यकर्ता प्रतिनिधिमंडल में सम्मिलित थे। मंच के छत्तीसगढ़ प्रांत के संयोजक श्री मुरारी लाल सिंह के नेतृत्व में मिले प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को इस विषय की विस्तार से जानकारी दी कि राज्य के सभी उपखण्ड अधिकारियों के पास सैकड़ों की संख्या में ऐसे वाद पड़े हुए हैं जिन पर उच्च न्यायालय के निर्देशों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जब भी प्रशासन या राजस्व विभाग इन मामलों पर कोई कार्रवाई करता है तब जनजातियों की भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोग अपने राजनीतिक प्रभाव का उपयोग कर मानवाधिकार, राजनीतिक उत्पीड़न व अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के अनर्गल आरोप लगाते हैं। इस प्रकार न्यायिक कार्रवाई पर अनुचित दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो निन्दनीय है।उल्लेखनीय है कि गत दिनों जशपुर जिले के बड़ा करौंजा गांव में चर्च के उकसाने पर मौके पर निरीक्षण करने गये उपखण्ड अधिकारी और 8 अन्य सरकारी कर्मचारियों को बंधक बना लिया गया, जिन्हें रात 8.30 बजे पुलिस बल ने पहुंच कर मुक्त कराया। घटना की नामजद रपट दर्ज होने के बावजूद इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है। इससे लोगों का सरकार एवं न्यायालय की शक्ति पर से विश्वास ही उठ जाएगा।प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मांग की कि अपने स्वार्थों के लिए लोगों को उकसाने वाले अपराधी तत्वों पर कठोर कार्यवाही की जाए और प्रशासन को निर्देश दिए जाएं कि बिना किसी दबाव में आये न्यायिक कार्रवाई कर जनजातियों की जमीन का कब्जा उन्हें फिर से दिलाए। राज्यपाल श्री नरसिम्हन ने सारी बातें ध्यानपूर्वक सुनीं और आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन भी दिया। ज्ञापन की प्रतियां राज्य के मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, राजस्व मंत्री और जनजाति कल्याण मंत्री को भी भेजी गई हैं। प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से वनवासी कल्याण आश्रम के सह महामंत्री श्री कृपा प्रसाद सिंह, श्री रामप्रकाश पांडे, बस्तर के महाप्राण मरकाम और सुखराम मरकाम, सरगुजा के पुनीराम नागवंशी और सुखनन्दन किसान, रायपुर के वीरेन्द्र पाण्डे और कोरबा के शिवमोहन सिंह सम्मिलित थे। प्रतिनिधि25
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