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माक्र्सवादी हिंसा के शिकारहिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं के विरुद्ध माक्र्सवादियों की हिंसा का दौर थमने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। पिछले दिनों दो घटनाओं में माक्र्सवादी गुण्डों ने दो हिन्दुत्वनिष्ठ कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या कर दी।4 मार्च, 2007 की रात्रि में कन्नूर के निकट पन्नूर में माकपा गुण्डों के एक समूह ने 37 वर्षीय वलसाराज कुरुप की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। वलसाराज थलासेरी अधिवक्ता संघ से जुड़े एक वरिष्ठ अधिवक्ता थे और भाजपा में सक्रिय थे। माकपाई गुण्डों ने रात 9 बजे वलसाराज को एक मामले में कानूनी सलाह लेने के बहाने उनके घर से बाहर बुलाया। हालांकि पहले तो वलसाराज थोड़े ठिठके लेकिन उनकी जान पहचान का एक नाम सुनकर वे बाहर आए। दरवाजे पर ही उनके सर पर लोहे की एक मोटी छड़ से प्रहार किया गया। पैरों पर तेज धार हथियारों से घाव किये गये। इसके बाद वे गुण्डे भाग गये। हालांकि घायल वलसाराज को उनके पड़ोसी अस्पताल ले गये मगर उनको बचाया नहीं जा सका। वलसाराज की पत्नी बिन्दु ने बताया कि उस हिंसक दस्ते में कम से कम पांच लोग थे। उनकी बड़ी बेटी देवप्रिया प्राथमिक कक्षा में है और छोटी कृष्णप्रिया तो महज तीन माह की ही है।पता चला है कि वलसाराज भाजपा पेरिंगालम विधानसभा क्षेत्र समिति के सदस्य थे। उन्होंने पिछला निकाय चुनाव भाजपा समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। समझा जाता है कि उसी समय माक्र्सवादियों ने ठान लिया था कि वे वलसाराज को “खत्म” कर देंगे।16 मार्च, 2007 को एक अन्य घटना में मुस्लिमबहुल मल्लपुरम जिले में तानूर में जिहादियों ने 47 वर्षीय स्वयंसेवक लक्ष्मणन की निर्मम हत्या कर दी। वे दोनों जिहादी मोटरसाइकिल पर सवार थे। हत्यारों ने लम्बे चाकुओं से लक्ष्मणन पर घातक प्रहार किये। गले और सिर पर गहरे घावों के कारण लक्ष्मणन की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। वे अपने पीछे अपनी पत्नी लता, पुत्री सुलक्षणा और पुत्र सुदर्शन को बिलखता छोड़ गये। लक्ष्मणन पिछले 20 वर्ष से ओटुकुंगल में व्यापार करते थे। उनकी मृत्यु की खबर सुनते ही स्थानीय बाजार बंद हो गये और चक्का जाम हो गया। मल्लपुरम में हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के कार्यकर्ताओं की हत्याएं बेरोकटोक जारी हैं। शासन भी इस पर लगाम नहीं लगाता। लक्ष्मणन की हत्या से पूरे तानूर क्षेत्र में तनाव पैदा हो गया जिसके कारण पुलिस ने दिखावे के लिए करीब सौ लोगों को गिरफ्तार किया। पकड़े गये लोगों में वे 25 लोग भी शामिल थे जिनपर हिन्दुओं के विरुद्ध भाषणबाजी करने और उन्माद भड़काने का आरोप है। पुलिस ने दिखावे के लिए ही एन.डी.एफ. के ग्रीन वैली नामक मुख्यालय की भी तलाशी ली। -प्रदीप कुमार23
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