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प्राचीन और आधुनिक ज्ञान के मेल से होगा गांव का विकास
अनिल सौमित्र
गत दिनों विज्ञान भारती द्वारा भोपाल में ग्रामीण प्रौद्योगिकी पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें देशभर से चुनिंदा वैज्ञानिकों और शोधार्थियों ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संस्कृत के प्रचार-प्रसार और भारत की ज्ञान शक्ति को उजागर करने के लिए संस्कृत विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए आधुनिक तकनीक के साथ विज्ञान सम्मत प्राचीन प्रौद्योगिकी को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने प्राचीन प्रौद्योगिकी को समयानुकूल बनाने पर भी जोर दिया। उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे केन्द्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष महेश शर्मा। उन्होंने परंपरागत तकनीक और स्थानीय संसाधनों द्वारा ग्रामीण जरुरतों को पूरा करने पर बल दिया। विज्ञान भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. के.आई. वासु ने विज्ञान भारती के औचित्य और उद्देश्यों के बारे में कहा कि हमारा उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी को ग्रामीण जनता तक ले जाना है। सम्मेलन में विज्ञान भारती और स्वदेशी विज्ञान आंदोलन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री जय कुमार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद् के पूर्व उप निदेशक डा. पी.एन. सुब्राह्मण्यम, महाराष्ट्र में तकनीकी सलाहकार ए.के. द्विवेदी और डा. सदानंद सप्रे उपस्थित थे।
इस अवसर पर विभिन्न प्रदेशों से आए 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने 70 अनुसंधान पत्रों को चर्चा के लिए प्रस्तुत किया। भारत में प्राकृतिक संसाधनों के रख-रखाव के देशज तरीके, जैविक-खाद-पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रक के रूप में, प्राकृतिक औषधीय ज्ञान के संरक्षण में ग्रामीण महिलाओं की भूमिका, ग्रामीण भवन निर्माण की कम लागत, ग्रामीण विकास में सूचना-प्रौद्योगिकी की भूमिका, वैकल्पिक उर्जा के स्रोत और रतनजोत की खेती तथा ग्रामीण विकास की संभावनाएं जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
“हकीकत” के बाद इम्मानुएल की एक नई शरारत
अपनी “वेबसाइट” पर भारत के नक्शे से जम्मू-कश्मीर गायब किया
(हि.स.)
“हकीकत” पुस्तक के माध्यम से हिन्दू देवी-देवताओं पर भद्दी टिप्पणियां करने वाली इम्मानुएल संस्था ने भारत के मानचित्र को खंडित ढंग से पेश कर एक बार फिर विवादों को जन्म दे दिया है। संस्था ने अपनी “वेबसाइट” में प्रदर्शित भारत के नक्शे से जम्मू-कश्मीर को पूरी तरह से हटा दिया है। इम्मानुएल के इस कारनामे से लोगों में तीखा रोष व्याप्त है। (हकीकत के बारे में पाञ्चजन्य में हाल ही में समाचार प्रकाशित किया गया था।) इम्मानुएल के संस्थापक थामस ने फिर से भारतीय संस्कृति पर चोट करने की कोशिश की है। मैथ्यू द्वारा चलाई जा रही इम्मानुएल की “वेबसाइट” www.tesd.hopegivers.com में भारत के नक्शे से जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र हटा दिया गया है। इस हरकत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रामगंज मंडी के विधायक प्रह्लाद गुंजल कहते हैं, “यह संस्था राष्ट्रद्रोही गतिविधियों में लिप्त है और भारतीय नक्शे से जम्मू-कश्मीर को हटाकर संस्था ने अपनी देशविरोधी सोच को जाहिर किया है।” उन्होंने इम्मानुएल के विरुद्ध राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। राजस्थान उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ के पूर्व महासचिव महेन्द्र शांडिल्य का कहना है कि “वेबसाइट” पर देश का गलत नक्शा दिखाना राष्ट्रविरोधी गतिविधि है, सरकार को “वेबसाइट” के स्वामी को राष्ट्रद्रोह के आरोप में गिरफ्तार करना चाहिए।
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