संस्कार भारती के रजत जयंती वर्ष में
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

संस्कार भारती के रजत जयंती वर्ष में

by
May 2, 2006, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 02 May 2006 00:00:00

सांस्कृतिक क्रांति का उद्घोष

– विनीता गुप्ता

मकर संक्रांति के दिन लखनऊ में सांस्कृतिक क्रांति का संकल्प दोहराया गया। 25 वर्ष पूर्व सुविख्यात विद्वान श्री हरिभाऊ वाकणकर के सान्निध्य में कुछ राष्ट्र चिन्तकों ने लखनऊ में ही संस्कार भारती की स्थापना कर सांस्कृतिक क्रांति का सूत्रपात किया था। संस्कार भारती की 25 वर्ष की यात्रा को रेखांकित करने के उद्देश्य से वर्ष 2006-2007 को सांस्कृतिक चेतना अभियान वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।

लखनऊ के निराला नगर स्थित माधव सभागार में देशभर से आए लगभग 850 कला साधकों और राष्ट्र चिन्तकों की उपस्थिति में “सांस्कृतिक चेतना अभियान वर्ष” का भव्य शुभारम्भ हुआ। स्वामी विवेकानन्द जयंती (12 जनवरी) से शुरू हुए इस चार दिवसीय समारोह का समापन 15 जनवरी को भारत माता मंदिर के संस्थापक स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी की उपस्थिति में हुआ। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि ने भारतीय संस्कृति पर आक्रमण के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “अपनी संस्कृति की रक्षा हर कीमत पर करनी जरूरी है।” उन्होंने आगे कहा कि “गंगा की जगह वोल्गा को पूजने वालों और व्यास की जगह माक्र्स को पूजने वालों के भारतीय संस्कृति पर आक्रमण के प्रयास अवश्य विफल होंगे।”

इस अवसर पर देश के सुविख्यात 35 कलाकारों को वाकणकर सम्मान से अलंकृत किया गया। सम्मानित कलाकारों में कुछ प्रमुख नाम हैं- सुविख्यात शास्त्रीय गायक पद्मश्री पं. सुरिन्दर सिंह (दिल्ली), नाटकर्मी श्री मदन गडकरी (नागपुर), लोक गायक श्री लल्लू वाजपेयी (बुंदेलखण्ड), रंगकर्मी श्री नगेन बोरा (असम), श्री बृजेन्द्र अवस्थी (बदायूं) और डा. चित्तरंजन ज्योतिषी।

मकर संक्रांति के दिन लखनऊ शहर में संस्कार भारती के कार्यक्रमों की निराली छटा बिखरी हुई थी। निराला नगर और माधव सभागार से लेकर गोमती तट के कुडिया घाट तक लखनऊ में पांच स्थानों पर देशभर से आए कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। दिल्ली से गए कलाकारों के दल ने कथक शैली में प्रस्तुत बैले में आतंकवाद की त्रासदी को उभारा तो अन्य प्रदेशों से आए कलाकारों ने अपनी पारम्परिक वेशभूषा में मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इससे पूर्व 13 जनवरी को माधव सभागार में सत्य नारायण मौर्य “बाबा” ने अपनी प्रस्तुति “भारत मां की आरती” से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस पांच दिवसीय समारोह में “सांस्कृतिक चेतना : स्वरूप एवं दिशा” विषय पर एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। 14 जनवरी को माधव सभागार में आयोजित राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में डा. बृजेन्द्र अवस्थी, श्री गजेन्द्र सोलंकी सहित लगभग दो दर्जन कवियों ने देर रात तक काव्य पाठ किया।

समारोह परिसर में चारों ओर रंग-बिरंगी कलात्मक रंगोली सहसा ही आने-जाने वालों को आकर्षित कर रही थी। सुबह-शाम रंगोली बनाते कलाकारों के इर्द-गिर्द जिज्ञासुओं की भीड़ एकत्रित हो जाती थी। चार किलोमीटर लम्बी रंगधारा के मार्ग का निर्देशन रंगोली द्वारा ही किया गया था। विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकार जब अपने पारम्परिक परिधानों में सजकर हाथों में अपने-अपने प्रांतों के बैनरों के साथ नृत्य करते लखनऊ की सड़कों से गुजरे तो शहर की रौनक देखने वाली थी। वर्षभर पूरे देश में सांस्कृतिक जागरण का संकल्प लेकर अपने-अपने प्रदेशों में विभिन्न कार्यक्रमों की योजनाओं के साथ संस्कार भारती से जुड़े कलासाधक और कार्यकर्ता अपने-अपने कर्म क्षेत्रों में लौट गए।

41

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies