विजय दिवस पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा सैनिक सम्मान समारोह
July 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

विजय दिवस पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा सैनिक सम्मान समारोह

by
Apr 1, 2004, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 01 Apr 2004 00:00:00

सेना से देश बहुत कुछ सीख सकता है-रविशंकर प्रसाद, केन्द्रीय सूचना व प्रसारण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के वीर (से.नि.) कमांडर बब्बर भान यादव का सम्मान करते हुए श्री रविशंकर प्रसाद 16दिसम्बर, 1971 को पाकिस्तान पर मिली ऐतिहासिक विजय की याद में पूर्व सैनिक सेवा परिषद् द्वारा गत 14 दिसम्बर को नई दिल्ली में विजय दिवस-2003 वीर सैनिक सम्मान समारोह के रूप में मनाया गया। समारोह की अध्यक्षता 1971 के युद्ध के महानायक सेवानिवृत ले.ज. जगजीत सिंह अरोड़ा कर रहे थे और मुख्य अतिथि थे केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रविशंकर प्रसाद तथा केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री प्रो. चमन लाल गुप्ता। इस समारोह के आयोजन में एक अन्य स्वयंसेवी संस्था भारतीय तेजस ने भी सहयोग किया था। समारोह में 45 वीर सैनिकों को सम्मानित किया गया। इनमें से 7 युद्ध में वीरगति प्राप्त कर चुके थे, इसलिए उनके परिजनों ने यह सम्मान ग्रहण किया। इस अवसर पर श्रीरविशंकर प्रसाद ने कहा कि 1971 में मिली विजय देश की आंतरिक शक्ति का प्रतीक थी। इसके बाद भारत प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ता रहा है। उन्होंने कहा कि सेना और देश के बीच अ.भा.पू.सै.से. परिषद् को सेतु का काम करना होगा। सेना की परंपरा और प्रतिबद्धता से देश को बहुत कुछ सीखने की आवश्यकता है। सेना में गोरखा, पंजाब, बिहार, बंगाल आदि रेजीमेंट होती हैं लेकिन वहां कोई जातीयता या प्रांतीयता नहीं है। उन्होंने कहा कि 1999 में जब हमारा वायुयान अपहृत कर कंधार ले जाया गया था तो यात्रियों के परिजनों ने प्रधानमंत्री आवास के समक्ष धरना दे दिया था। परंतु उन्होंने यह नहीं सोचा कि जिन आतंकवादियों को वे छोड़ने के लिए कह रहे हैं, उनके द्वारा सेना के अनेक जवान भी बंधक बनाए जाते हैं। उन जवानों के परिजन तो इस प्रकार धरना नहीं देते। वे देशहित में सोचते हैं। श्री रविशंकर ने कहा कि ऐसी प्रतिबद्धता व निष्ठा प्रत्येक देशवासी को सीखनी चाहिए। एक सैनिक का सम्मान केवल उसका नहीं, बल्कि देश का सम्मान है।समारोह को संबोधित करते हुए प्रो. चमन लाल गुप्ता ने कहा कि सैनिकों के लिए एक केन्द्रीय स्मारक बनाने का प्रयत्न चल रहा है। इतना ही नहीं, प्रत्येक प्रांत में भी एक स्मारक बनाने की तैयारी की जा रही है। इस अवसर पर परिषद् द्वारा प्रकाशित एक स्मारिका का लोकार्पण भी किया गया। समारोह में तत्कालीन नौसेनाध्यक्ष एडमिरल एस.एम. नन्दा, परिषद् के अध्यक्ष सेवानिवृत्त ले.जन. कपिल कुमार नन्दा, भारतीय तेजस के अध्यक्ष श्री अनिल गुप्ता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहसरकार्यवाह श्री मदनदास, अ.भा. प्रचार प्रमुख श्री श्रीकांत जोशी, अ.भा. सह संपर्क प्रमुख श्री इंद्रेश कुमार सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों ने भाग लिया। -प्रतिनिधि17

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

पीले दांतों से ऐसे पाएं छुटकारा

इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं पीले दांतों से छुटकारा

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कन्वर्जन की जड़ें गहरी, साजिश बड़ी : ये है छांगुर जलालुद्दीन का काला सच, पाञ्चजन्य ने 2022 में ही कर दिया था खुलासा

मतदाता सूची मामला: कुछ संगठन और याचिकाकर्ता कर रहे हैं भ्रमित और लोकतंत्र की जड़ों को खोखला

लव जिहाद : राजू नहीं था, निकला वसीम, सऊदी से बलरामपुर तक की कहानी

सऊदी में छांगुर ने खेला कन्वर्जन का खेल, बनवा दिया गंदा वीडियो : खुलासा करने पर हिन्दू युवती को दी जा रहीं धमकियां

स्वामी दीपांकर

भिक्षा यात्रा 1 करोड़ हिंदुओं को कर चुकी है एकजुट, अब कांवड़ यात्रा में लेंगे जातियों में न बंटने का संकल्प

पीले दांतों से ऐसे पाएं छुटकारा

इन घरेलू उपायों की मदद से पाएं पीले दांतों से छुटकारा

कभी भीख मांगता था हिंदुओं को मुस्लिम बनाने वाला ‘मौलाना छांगुर’

सनातन के पदचिह्न: थाईलैंड में जीवित है हिंदू संस्कृति की विरासत

कुमारी ए.आर. अनघा और कुमारी राजेश्वरी

अनघा और राजेश्वरी ने बढ़ाया कल्याण आश्रम का मान

ऑपरेशन कालनेमि का असर : उत्तराखंड में बंग्लादेशी सहित 25 ढोंगी गिरफ्तार

Ajit Doval

अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और पाकिस्तान के झूठे दावों की बताई सच्चाई

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies