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हिन्दुत्व से जुड़ा था निराला का साहित्य-हस्तीमल, अ.भा. संपर्क प्रमुख, रा.स्व.संघसम्मेलन में मंच पर हैं (बाएं से) डा. रमेशचंद्र शर्मा, श्री हस्तीमल, डा. रमेशचंद्र शुक्ल एवं डा. मथुरेश नंदन कुलश्रेष्ठ गत 20 अप्रैल को अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, राजस्थान का वार्षिक साहित्यकार सम्मेलन जयपुर में संपन्न हुआ। सम्मेलन में संपूर्ण प्रांत से आए सौ से अधिक साहित्यकार उपस्थित थे। इस अवसर पर निराला और हिन्दुत्व पर साहित्य चर्चा और पत्रवाचन भी किया गया। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि थे, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अ.भा. संपर्क प्रमुख श्री हस्तीमल। उन्होंने कहा कि साहित्यिक रचनाकर्म का हिन्दुत्व से संबंध स्वत: सिद्ध है। निराला की लेखनी भी चंदबरदाई और भूषण जैसे कवियों के अनुरूप थी। उद्घाटन सत्र के अध्यक्ष प्रसिद्ध समालोचक डा. रमेशचंद्र शुक्ल थे। समापन सत्र में निराला और हिन्दुत्व शीर्षक से प्रकाशित स्मारिका का विमोचन किया गया। इसकी अध्यक्षता राजस्थानसंस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सत्यदेव मिश्र ने की। सायंकाल काव्यगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें 25 कवियों ने भाग लिया। सम्मेलन में साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री श्री रमेशचंद्र शर्मा, नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष डा. मथुरेश नंदन कुलश्रेष्ठ व अन्य प्रबुद्धजन उपस्थित थे। दप्रतिनिधि29
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