|
सार्थक हुई मददकच्छ जिले का नवनिर्मित गांव अटल नगर (चपरेडी) दो साल पहले गुजरात में महाविनाशकारी भूकम्प से जान-माल की भारी क्षति हुई थी। हजारों घर ध्वस्त हुए, बड़ी संख्या में लोग मौत के मुंह में समा गए और चारों तरफ घायलों का रुदन सुनाई पड़ने लगा था। पीड़ितों की सहायता करने के लिए सबसे पहले रा.स्व.संघ, सेवा भारती, विश्व हिन्दू परिषद्, वनवासी कल्याण आश्रम, भारत विकास परिषद् आदि संगठन आगे आए थे। उन्होंने इस हादसे से पीड़ित हजारों लोगों को राहत पहुंचाई।राहत कार्यों के बाद ध्वस्त हुए गांवों को बसाना एक बड़ी चुनौती थी। इसके लिए भी इन संगठनों के कार्यकर्ताओं कीनवनिर्मित गांव रामनगर (मीठा पसवारिया) के निवासियों के साथ हैं (बाएं से) श्री मोहन गुप्ता, श्री विजय मल्लमपटी, श्रीमती सरला प्रकाश, डा. विनोद प्रकाश, श्रीमती भारती मल्लमपटी, श्रीमती तुलसा गुप्ता, उनके पीछे हैं श्री सुरेश जैन टोली तन-मन-धन से जुट गई। उधर भारत ही नहीं, बल्कि भारत के बाहर विदेशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने भी भूकम्पपीड़ितों के लिए पैसा इकट्ठा किया। वह धन सेवा भारती, गुजरात के माध्यम से पुनर्वास कार्यों में खर्च किया गया। पुनर्वास के लिए 14 गांवों को चुना गया। इन गांवों में मकान, बच्चों की पढ़ाई के लिए विद्यालय, मन्दिर, पंचायत घर, डाकघर, औषधालय आदि निर्मित किए गए। अब तक 7 गांवों को पूरी तरह बसाया जा चुका है और 7 गांवों को शीघ्र ही पूर्ण विकसित करके वहां के निवासियों को सौंपा जाएगा। ये गांव जामनगर, राजकोट, पारण, बनासकांठा, कच्छ और सुरेन्द्रनगर जिलों में हैं।लेकिन विडम्बना देखिए। तथाकथित सेकुलरों को यह सेवा कार्य सहन नहीं हुआ। इन लोगों ने देश-विदेश में इस कार्य के विरुद्ध दुष्प्रचार किया।इस दुष्प्रचार झूठा साबित करने के लिए गत दिनों विदेशों में कार्यरत सहयोगी संस्थाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने नवनिर्मित गांवों का दौरा किया। इनमें प्रमुख थे भारत विकास सहायता कोष (अमरीका) के उपाध्यक्ष श्री मोहन गुप्ता, सेवा इन्टरनेशनल (ब्रिटेन) के अध्यक्ष श्री शान्तिभाई मिस्त्री, उपाध्यक्ष श्री अर्जुन लाल शर्मा, रा.स्व.संघ के अ.भा.सेवा प्रमुख श्री सुरेशराव जोशी आदि।प्रतिनिधिमंडल के सदस्यश्री प्रदीप राजाराम (नीदरलैण्ड), श्रीमती एवं डा. विनोद प्रकाश (अमरीका), श्री भरत वाडुकुल (ब्रिटेन), श्री शान्ति भाई मिस्त्री (ब्रिटेन), श्री बचूभाई पटेल (ब्रिटेन), श्री अर्जुनलाल शर्मा (ब्रिटेन), डा. शंकर तत्ववादी, श्री मोहन गुप्ता (अमरीका), श्रीमती तुलसा गुप्ता (अमरीका), श्री राजकुमार शर्मा (कनाडा), श्री गुलाबभाई शाह (केन्या), श्रीमती एवं श्री नेमचन्दभाई शाह (केन्या), श्रीमती एवं श्री पी.एस. शाह (केन्या), श्री सुरेश जैन (अमरीका), श्री मगनभाई व्यास (बहरीन), श्री सुरेश सदाशिव जोशी, श्री विष्णु कुमार, श्री के. भास्कर, डा. माधव मेहन्दले, श्री श्याम परांडे, श्री नवीन प्रसाद, डा. राजेश सिन्हा, श्री विजय मल्लमपटी और श्रीमती भारती मल्लमपटी। इस प्रतिनिधिमंडल में भारत के विभिन्न राज्यों के समाजसेवियों के अतिरिक्त विदेशों के 18 सेवाभावी व्यक्ति शामिल थे। इन लोगों ने सेवा भारती द्वारा गोद लिए गए गांवों का दौरा किया, वहां चल रहे कार्यों को निकट से देखा और ग्रामीणों से बातचीत की। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य वहां के कार्यों से काफी सन्तुष्ट हुए और इन कार्यों के विरुद्ध हो रहे दुष्प्रचार को निराधार बताया। सदस्यों ने कम पैसे और कम समय में इतने अच्छे कार्य के लिए सेवा भारती के कार्यकर्ताओं की सराहना भी की। सेवा भारती द्वारा नवनिर्मित गांव हैं- अटल नगर (चपरेडी), हमीरामोरा, सायण, रामनगर, मीठा पसवारिया, वल्लभपुर, जाखोत्रा, रामपुर, बच्छराजपुर, विसनगर, देवगढ़, जीवापर, बा. आमरण, रापर और मयापुर। इन गांवों में 1869 मकान बनाये जा चुके हैं। द प्रतिनिधि15
टिप्पणियाँ