पिछड़ता पंजाब: राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

पिछड़ता पंजाब: राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती

पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब के सामने भारतीय राज्य पंजाब रणनीतिक रूप से जम्मू-कश्मीर जितना ही महत्वपूर्ण है। एक पश्चिमी सीमावर्ती राज्य होने के नाते, यह राज्य पाकिस्तान के साथ 425 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिस पर बीएसएफ की सुरक्षा रहती है।

by लेफ्टिनेंट जनरल एम के दास,पीवीएसएम, बार टू एसएम, वीएसएम ( सेवानिवृत)
Feb 18, 2025, 09:11 am IST
in विश्लेषण, पंजाब
Punjab national security threat

अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भारत का पंजाब राज्य एक बार फिर सुर्खियों में है। दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की हार के बाद पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार पर सबका ध्यान गया। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सभी आप विधायकों को बुलाया और राजधानी नई दिल्ली में पंजाब भवन में उनके साथ बैठक की। वैसे भी सीएम मान और बड़ी संख्या में उनके मंत्री और विधायक पिछले एक महीने से दिल्ली में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस प्रकार की कार्यशैली भारत के महत्वपूर्ण सीमावर्ती राज्य में शासन के बारे में काफी कुछ कहती है।

पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब के सामने भारतीय राज्य पंजाब रणनीतिक रूप से जम्मू-कश्मीर जितना ही महत्वपूर्ण है। एक पश्चिमी सीमावर्ती राज्य होने के नाते, यह राज्य पाकिस्तान के साथ 425 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिस पर बीएसएफ की सुरक्षा रहती है। पंजाब उत्तर में जम्मू-कश्मीर, उत्तर पूर्व में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में राजस्थान और हरियाणा के साथ सीमा  साझा करता है। राज्य की वर्तमान जनसंख्या लगभग 3.17 करोड़ है, जिसमें से लगभग 58% सिख हैं, 38% हिंदू हैं और शेष अन्य अल्पसंख्यक हैं। पंजाब में सिखों और हिंदुओं के बीच बहुत अच्छे संबंध होते थे पर अब इन में भी रिश्ते उतने अच्छे नहीं रहे।

पंजाब ने 1980 के दशक के मध्य से 1990 के दशक के मध्य तक खालिस्तान नामक एक अलग सिख राज्य की मांग के लिए सक्रिय उग्रवाद देखा। सशस्त्र अलगाववादी आंदोलन को बड़े पैमाने पर पंजाब पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा निपटाया गया था, जिसमें भारतीय सेना को बहुत कम इस्तेमाल किया गया। 1992 का विधानसभा चुनाव आतंकवाद की छाया में हुआ, जिसमें लगभग 24% मतदान हुआ था। कुछ प्रभावी आतंकवाद विरोधी अभियानों के साथ, खालिस्तान आंदोलन कमजोर और फीका पड़ गया। लेकिन इस आंदोलन को विदेशी धरती से संचालित विभिन्न सिख संगठनों का समर्थन प्राप्त रहा और पाकिस्तान की आईएसआई लगातार पंजाब में अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करती रही है। पिछले साल भारत सरकार ने खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) पर प्रतिबंध को और पांच साल के लिए बढ़ा दिया था। एसएफजे गुरपतवंत पन्नून के नेतृत्व वाला एक अलगाववादी समूह है और अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में उसके ठिकाने हैं। कनाडा से हम अक्सर खलिस्तान समर्थक बयान सुनते रहते हैं।

पंजाब को ‘भारत का अन्न भंडार’ कहा जाता है क्योंकि भारत के भौगोलिक क्षेत्र के सिर्फ 1.53% को कवर करने के बावजूद, राज्य देश का लगभग 20% गेहूं, 12% चावल और 10% दूध का उत्पादन करता है।

हाल ही में, कृषि विकास स्थिर हो गया है और इसके आगे बढ़ने की संभावना कम है। पंजाब में ज़्यादातर कृषि  जाट सिख समुदाय द्वारा नियंत्रित है। युवा पीढ़ी का कृषि की ओर झुकाव नहीं है और अधिकांश खेती विशेष रूप से यूपी और बिहार राज्यों से प्रवासी श्रमिक वर्ग पर निर्भर करती है। लेकिन सबसे ज्यादा परेशान करने वाला है पिछले लगभग तीन साल से चल रहा किसान आंदोलन। फसलों के लिए एमएसपी की मांग करने के लिए आंदोलन  अमीर किसानों द्वारा नियंत्रित है, जिसमें देश के भीतर और बाहर विरोधी ताकतों का समर्थन मिला हुआ है। आंदोलन जारी रहने से राज्य में व्यापार और उद्योग को पहले ही काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, पंजाब में शासन पर ध्यान स्पष्ट रूप से नदारद है।

पिछले दशक में पंजाब में सबसे परेशान करने वाली घटना नशीली दवाओं का जहर  है। पैसे की आसान उपलब्धता के साथ, पंजाब के युवाओं का एक बड़ा वर्ग नशे का आदी हो चुका है। ड्रग्स व्यापार को स्थानीय, अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करों के एक अच्छी तरह से स्थापित नेटवर्क द्वारा आपूर्ति की जाती है। यह मान लेना मुश्किल नहीं है कि पुलिस, स्थानीय प्रशासन और राजनेता इस रैकेट में शामिल हैं। खासकर ड्रोन की मदद से सीमा के रास्ते भी पाक की तरफ से ड्रग्स भेजी जा रहीं हैं। पाकिस्तान ने पंजाब-जम्मू क्षेत्र में पिछले दो साल में ड्रोन के जरिए मादक पदार्थ और युद्ध जैसे सामान के कूरियर का काम करने का लगातार प्रयास किया है। मेरी राय में पाक की आईएसआई ने पंजाब के युवाओं को नशीली दवाओं पर निर्भरता की ओर धकेलने और उन्हें राष्ट्रीय आह्वान से दूर रखने के लिए एक व्यवस्थित योजना बनाई है। हैरानी की बात है कि मान सरकार द्वारा हाल के दिनों में युवाओं, विशेष रूप से सिखों को ड्रग्स के संकट से दूर करने के लिए बहुत कम काम किया गया है।

इसे भी पढ़ें: उग्रवादियों और कैंसर को एक ही समझने की जरूरत

पंजाब में सिख कट्टरपंथ एक बार फिर सिर उठा रहा है। मुझे लगता है कि हिंदू-सिख संबंध अब अधिक तनावपूर्ण हैं, हालांकि बाहरी रूप से वे सामान्य दिखाई दे सकते हैं। विदेशी धन और संसाधनों द्वारा सहायता प्राप्त राष्ट्र विरोधी ताकतें सामाजिक और धार्मिक विभाजन पैदा करने में सक्षम रही हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि भारतीय सशस्त्र बलों, विशेष रूप से भारतीय सेना को सिख सैनिकों पर गर्व है और कट्टरपंथी तत्व उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से निशाना बनाते रहते हैं। इससे भी बढ़कर, हमारे पास पंजाब के युवाओं की एक बड़ी संख्या है जिन्हें अमरीका द्वारा हाल में निर्वासित कर दिया गया है। मुझे डर है कि इन बेरोजगार युवाओं को आतंकवादी संगठनों द्वारा भर्ती किया जा सकता है। पंजाब राज्य में आतंकवाद को बढ़ने से रोकने के लिए गुप्तचर एजेंसियों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्क रहना होगा।

पंजाब में राजनीतिक समीकरणों में भी बदलाव आया है। आप सरकार को राज्य विधानसभा में प्रचंड बहुमत मिला। पंजाब की राजनीति में अकालियों, कांग्रेस और भाजपा के बाद चौथे खिलाड़ी AAP ने जबरदस्त जनसमर्थन हासिल किया और बड़े पैमाने पर पंजाब पर शासन के दिल्ली मॉडल को दोहराने की कोशिश की। इसका मतलब है कि सरकार को आप संयोजक द्वारा रिमोट से नियंत्रित किया जा रहा था। ऐसे शासन के साथ समस्या यह है कि यह अल्पकालिक लाभांश की तलाश करता है और व्यापक परिप्रेक्ष्य, विशेष रूप से सुरक्षा के मामलों में उपेक्षित हो जाता है। मुझे यह भी लगता है कि पंजाब जैसे संवेदनशील राज्य पर शासन करने की रणनीतिक संस्कृति और झुकाव वर्तमान राज्य व्यवस्था में काफी हद तक गायब है।

पंजाब को हमेशा केंद्र से मिलने वाली सहायता से लाभ हुआ है। पिछले आठ सालों में पंजाब सरकार का पीएम मोदी सरकार के साथ टकराव रहा है। पंजाब पहले से ही भारी कर्ज में डूबा हुआ है और अपने राजस्व के साथ आवश्यक शासन चलाने में मुश्किल से सक्षम है। पंजाब स्पष्ट रूप से शासन में पिछड़ रहा है और इससे राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता हो सकता है। केंद्र और राज्य सरकार के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा को राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में बाधा नहीं बनना चाहिए। भारत अस्थिर पंजाब के साथ-साथ अशांत जम्मू-कश्मीर को बर्दाश्त नहीं कर सकता, जिसकी आंतरिक और बाहरी विरोधी लगातार साजिश करते रहते हैं। पंजाब में राष्ट्रीय नेतृत्व को तत्काल ध्यान देने की जरूरत है।

Topics: भारत पाकिस्तान सीमाBhagwant MannIndia-Pakistan borderड्रग्सarvind kejriwalFarmers protestखालिस्तानभगवंत मानpunjabकिसान आंदोलनआम आदमी पार्टीdrugsAam Aadmi Partyकृषिअरविंद केजरीवालAgricultureKhalistanपंजाब
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कृषि कार्य में ड्रोन का इस्तेमाल करता एक किसान

समर्थ किसान, सशक्त देश

Punjab crime

जालंधर में पेट्रोल बम हमला, अबोहर में हत्या: पंजाब में बढ़ता अपराध का ग्राफ

Beef found in Punjab

पंजाब के फगवाड़ा में गोमांस फैक्ट्री का भंडाफोड़, रोहिंग्या मुसलमानों पर शक

Punjab Drugs death

पंजाब में नशे का कहर: चंडीगढ़ में महिला की संदिग्ध मौत, नशे की लत ने ली जान

Punjab Farmers found in pakistan

पंजाब के फाजिल्का में लापता किसान अमृतपाल पाकिस्तान में मिला, बीएसएफ ने परिवार को दी सूचना

Farmer dessapears from Pakistan Brders

फिरोजपुर: बीएसएफ पोस्ट के पास किसान गायब, पाकिस्तान की ओर मिले पैरों के निशान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

हिंदू ट्रस्ट में काम, चर्च में प्रार्थना, TTD अधिकारी निलंबित

प्रतीकात्मक तस्वीर

12 साल बाद आ रही है हिमालय सनातन की नंदा देवी राजजात यात्रा

पंजाब: अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरोह का पर्दाफाश, पाकिस्तानी कनेक्शन, 280 करोड़ की हेरोइन बरामद

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies