बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के दौरान हो रही हिंसा के बीच देश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने इच्छा जताई है कि दुर्गा पूजा के दौरान सेना, पुलिस और आरएबी को सुरक्षा के लिए तैनात होने के बजाय दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों के दौरान छुट्टी ले सकें। उनका कहना था कि मुख्य सलाहकार का कहना है कि देश सेना, आरएबी और पुलिस बलों की मदद से दुर्गा पूजा मनाई जा रही है।
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उनका कहना है कि हमें एक ऐसा स्टेट बनाने की कोशिश करनी चाहिए, जहां वे भी छुट्टियों का आनंद ले सकें। हमें छुट्टियों का आनंद लेने के लिए सशस्त्र बलों की छुट्टियों का बलिदान नहीं करना चाहिए। हम खुद को अपराधबोध से मुक्त कर लेंगे औऱ कोई भी इस हमारे इस जश्न में बाधा नहीं डाल पाएगा।
इस बीच बांग्लादेश के पुलिस महानिरीक्षक मैनुल इस्लाम ने भी इस बात का ऐलान किया है कि स्नैचिंग, ड्रग क्राइम, जबरन वसूली और यातायात कुप्रबंधन जैसे अपराधों पर कार्रवाई शुरू की जाएगी। मैनुल इस्लाम शनिवार को रामकृष्ण मिशन पूजा मंडप का दौरा करने के लिए आए थे। उन्होंने दावा किया कि 225000 अंसार सदस्यों को तैनात किया गया है।
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गौरतलब है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार लगातार मीडिया में आकर दुर्गा पूजा पंडालों में सुरक्षा का दावा कर रही है, लेकिन इन दावों के उलट कई पूजा पंडालों में इस्लामिक कट्टरपंथी लगातार हमले कर रहे हैं। दो दिन पहले ही चिटगांव के जेएम दुर्गा पूजा पंडाल में जमात ए इस्लामी मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन के कार्यकर्ता घुस गए और उन्होंने वहां पर इस्लामिक गाने बजाए। इसके साथ ही कट्टरपंथियों ने हिन्दुओं को इस्लामिक कन्वर्जन के लिए भी मजबूर किया।
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