भुवनेश्वर – ओडिशा के केन्दुझर जिले के जोडा थाना इलाके में लोगों को बहला फुसला कर प्रलोभित कर लोगों को कनवर्जन कराने का प्रयास का मामला सामने आने के बाद तनाव देखा गया है। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद जोडा पुलिस ने एक दंपत्ति को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पड़ोसी राज्य झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर इलाके का एक ईसाई दंपती पिछले कुछ दिनों से जोड़ा के बांसपानी बस्ती में रह रहा है। वे यहां के भोले-भाले जनजातीय लोगों को लालच देकर और झूठ बोलकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये ईसाई दंपत्ति यहां आकर रहने के बाद से ही स्थानीय जनजातीय लोगों को लगातार ये बता रहे थे कि जनजातीय लोग हिन्दू नहीं है । इतना ही नहीं, वे लोगों को यह भी बता रहे थे कि अगर वे ईसाई धर्म अपना लेंगे तो उन्हें किसी भी तरह की बीमारी नहीं होगी। साथ ही उन्हें आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ उन्हें मुक्ति मिल सकेगी।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह दंपत्ति आस-पास के छोटे जनजातीय बच्चों को नाश्ता और चॉकलेट का लालच देकर ईसाई प्रार्थना सभाओं में बुलाकर उनसे प्रार्थना करवाता था। यह प्रथा पिछले कुछ महीनों से लगातार चल रही थी और इसलिए लोगों में गुस्सा देखा गया।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने इस मामले में जोडा थाना पहुंच कर कनवर्जन कराने का प्रयास करने वाले इस दंपत्ति के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि इनके कार्यों से इलाके में वैमनस्य बढ़ रहा है। इसलिए इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। स्थानीय पुलिस ने भी लोगों के शिकायत के आधार पर दंपत्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरु कर दिया है।
आरोपित दंपत्ति ने कनवर्जन कराने का प्रयास करने संबंधी आरोपो को अस्वीकार नहीं किया है। बताया जाता है कि इस दौरान दंपत्ति ने कुछ परिवारों को लालच देकर ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराया है। स्थानीय हिन्दू संगठनों का कहना है कि राज्य में गैर कानूनी तरीके से कनवर्जन को रोकने के लिए कानून बना हुआ है। इसलिए ऐसे कानूनों का सख्ती से इस्तेमाल किया जाना चाहिए और धर्मांतरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
टिप्पणियाँ