कानपुर जनपद के एक इंटरमीडिएट कॉलेज में हिजाब का मामला उठाने का प्रयास किया गया. स्कूल में कुछ मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहन कर आईं. उनके हिजाब पहनकर आने पर स्कूल की तरफ से आपत्ति की गई तो उन छात्राओं ने आक्रोश व्यक्त किया और कहा कि वह स्कूल में हिजाब पहनकर ही आयेंगी. अगर उन्हें ऐसा करने से रोकना है तो उनका नाम काट दिया जाए. स्कूल के प्रधानाचार्य ने उनके अभिभावकों से बातचीत करके मामले को शांत कराया.
जानकारी के अनुसार कानपुर के बिल्हौर इंटर कॉलेज में मुस्लिम छात्राएं अचानक से हिजाब पहन कर पहुंच गईं. अध्यापक ने क्लास में यूनिफॉर्म न पहन कर आने के लिए उन छात्राओं को टोका. मगर छात्राएं हिजाब पहनने पर ही अड़ी रहीं. अध्यापक ने कहा कि स्कूल में स्कूल की ड्रेस पहन कर आना चाहिए. इसके बाद यह मामला स्कूल के प्रधानाचार्य तक पहुंचा. प्रधानाचार्य ने भी मुस्लिम छात्राओं को स्कूल की यूनिफॉर्म पहनकर आने के लिए कहा. उसके बाद मुस्लिम छात्राएं वहां पर आक्रोशित हो गईं और उन्होंने कहा कि वे हिजाब पहनकर के ही स्कूल आएंगी. अगर उन्हें ऐसा करने से स्कूल प्रबंधक रोकना चाहता है तो उनका नाम स्कूल से काट दिया जाए. इसके बाद प्रधानाचार्य ने उन छात्रों के अभिभावकों को स्कूल में बुलवाया.
जानकारी के अनुसार प्रधानाचार्य सुधीर यादव ने उन छात्राओं के अभिभावकों को समझाया कि स्कूल में नई परम्परा नहीं शुरू की जा सकती है. उन लोगों को यह बताया गया कि स्कूल में सभी छात्राएं स्कूल की यूनिफॉर्म में ही आती हैं. सभी को स्कूल की यूनिफॉर्म पहननी होती है. अलग से हिजाब पहनने का कोई नया नियम नहीं शुरू किया जा सकता. प्रधानाचार्य से बातचीत के बाद उन छात्राओं के अभिभावक बात को मान गये.
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