संत रामचंद्र गिरी ब्रह्मलीन, 3 वर्ष पहले कर दिया था अन्न का त्याग, 12 वर्ष की तपस्या, 104 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
July 15, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

संत रामचंद्र गिरी ब्रह्मलीन, 3 वर्ष पहले कर दिया था अन्न का त्याग, 12 वर्ष की तपस्या, 104 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस

स्वामी रामचंद्र गिरी का जन्म गुजरात के वडोदरा शहर में हुआ था, वर्ष 1949 तक उन्होंने भिक्षाटन किया और लोगों को गीता का उपदेश दिया

by सुनील राय
Apr 16, 2024, 04:19 pm IST
in उत्तर प्रदेश
महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी (फाइल फोटो)

महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी (फाइल फोटो)

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

वाराणसी। निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी रामचंद्र गिरी रविवार की रात को ब्रह्मलीन हो गए। महामंडलेश्वर रामचंद्र गिरी की आयु 104 वर्ष थी। पिछले 3 वर्षों से उन्होंने अन्न का त्याग कर दिया था और तरल पदार्थ पर जीवित थे। हाल के कुछ वर्षों से शरीर कमजोर जाने के कारण ज्यादातर समय बिस्तर पर रहते थे। सोमवार को वाराणसी के केदार घाट पर उन्हें जल समाधि दी गई।

स्वामी रामचंद्र गिरी का जन्म गुजरात के वडोदरा शहर में हुआ था। उनकी षोडशी में देश भर के संतों को बुलाया जा रहा है। विधि-विधान से 29 अप्रैल को षोडशी की जायेगी।

जानकारी के अनुसार स्वामी रामचंद्र गिरी ने गुजरात पुलिस में भी कुछ समय तक सेवा प्रदान की थी। मगर मन में भक्ति-भाव उत्पन्न होने पर उन्होंने पुलिस की नौकरी छोड़ दी और संन्यास ग्रहण कर लिया था। इसके बाद वह बिहार के मगध पहुंचे और गंगा के तट पर एक वृक्ष के नीचे 12 वर्ष तक तपस्या की। वर्ष 1949 तक उन्होंने भिक्षाटन किया और लोगों को गीता का उपदेश दिया। इसके बाद वह वाराणसी आ गए। वाराणसी में उनकी भेंट कैलाश मठ के संत से हुई। वर्ष 1980 में उन्हें कैलाश मठ के संचालन का दायित्व सौंपा गया। स्वामी रामचंद्र गिरी के उत्तराधिकारी महामंडलेश्वर अशुतोषानंद गिरि ने बताया कि स्वामी रामचंद्र गिरी जी निरंजनी अखाड़े के सबसे वरिष्ठ महामंडलेश्वर थे। उनकी षोडशी पर 29 अप्रैल को भंडारा किया जाएगा और श्रद्धांजलि समारोह में संत समागम का भी आयोजन होगा। इस दिन देशभर से संत- महंत और महामंडलेश्वर पधारेंगे।

Topics: निरंजनी अखाड़ामहामंडलेश्वरस्वामी रामचंद्र गिरीमहामंडलेश्वर रामचंद्र गिरी
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

महाकुंभ में अभिनेत्री ममता कुलकर्णी बनीं महामंडलेश्वर : किन्नर अखाड़े का हिस्सा बनकर किया पिंडदान, लगातार बहते रहे आंसू

stiev jobs wife gets New name Kalpana in Mahakumbh-2025

महाकुंभ-2025: तप करने आ रहीं Apple के मालिक स्टीव जॉब्स की पत्नी को मिला नया नाम, कमला बनकर समझेंगी सनातन धर्म को

डेनियल के आत्‍म-साक्षात्‍कार ने उन्हें बना दिया रविन्‍द्र और पीटर बने प्रदीप

संत स्वामी मनकामेश्वर और सत्यानंद सरस्वती बने महामंडलेश्वर

हरिद्वार : साध्वी संजनानन्द गिरि बनी निरंजनी अखाड़े की महामंडलेश्वर

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

समोसा, पकौड़े और जलेबी सेहत के लिए हानिकारक

समोसा, पकौड़े, जलेबी सेहत के लिए हानिकारक, लिखी जाएगी सिगरेट-तम्बाकू जैसी चेतावनी

निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया की फांसी टालने का भारत सरकार ने यमन से किया आग्रह

bullet trtain

अब मुंबई से अहमदाबाद के बीच नहीं चलेगी बुलेट ट्रेन? पीआईबी फैक्ट चेक में सामने आया सच

तिलक, कलावा और झूठी पहचान! : ‘शिव’ बनकर ‘नावेद’ ने किया यौन शोषण, ब्लैकमेल कर मुसलमान बनाना चाहता था आरोपी

श्रावस्ती में भी छांगुर नेटवर्क! झाड़-फूंक से सिराजुद्दीन ने बनाया साम्राज्य, मदरसा बना अड्डा- कहां गईं 300 छात्राएं..?

लोकतंत्र की डफली, अराजकता का राग

उत्तराखंड में पकड़े गए फर्जी साधु

Operation Kalanemi: ऑपरेशन कालनेमि सिर्फ उत्तराखंड तक ही क्‍यों, छद्म वेषधारी कहीं भी हों पकड़े जाने चाहिए

अशोक गजपति गोवा और अशीम घोष हरियाणा के नये राज्यपाल नियुक्त, कविंदर बने लद्दाख के उपराज्यपाल 

वाराणसी: सभी सार्वजनिक वाहनों पर ड्राइवर को लिखना होगा अपना नाम और मोबाइल नंबर

Sawan 2025: इस बार सावन कितने दिनों का? 30 या 31 नहीं बल्कि 29 दिनों का है , जानिए क्या है वजह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies