उत्तराखंड : अल्पसंख्यक वोटों के भरोसे है कांग्रेस, प्रचार जनसभाओं में दिख रहे है मुस्लिम मतदाता
July 16, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड : अल्पसंख्यक वोटों के भरोसे है कांग्रेस, प्रचार जनसभाओं में दिख रहे है मुस्लिम मतदाता

कांग्रेस के नेता और खास तौर पर मुस्लिम नेता, उत्तराखंड सरकार के द्वारा यूसीसी लागू करने को शरीयत, दीन के खिलाफ बताते रहे है।

by दिनेश मानसेरा
Mar 30, 2024, 04:05 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून । लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने जहां एक ओर सनातन संस्कृति, राष्ट्रवाद लैंड जिहाद जैसे मुद्दे पकड़ लिए है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने अल्प संख्यक वोटो पर डोरे डालने शुरू कर दिए है। कांग्रेस ने अपनी सभाओं  मेंअल्पसंख्यक समुदाय को मोदी योगी धामी का हौवा दिखाकर समर्थन हासिल करने की रणनीति बनाई है।

चुनाव प्रचार अभियान में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच जुबानी जंग शुरू हो चुकी है।

लोकसभा चुनाव में पहले से ही तमाम परेशानियों से जूझ रही कांग्रेस को उत्तराखंड में प्रत्याशियों को उनके भरोसे ही छोड़ दिया है। कांग्रेस में अभी तक स्टार प्रचारकों की सूची तक फाइनल नहीं हो सकी है। अभी तक कोई बड़ा नेता राज्य में नहीं दिखा। हालात यह हैं कि पार्टी की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा भी उत्तराखंड के टिकट बंटवारे, प्रचार में नहीं दिखी हैं।

उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन के अवसर पर भी कांग्रेस एकजुटता का संदेश देने में पिछड़ गई। दिग्गजों के बीच खींचतान से पहले प्रत्याशियों के चयन में विलंब हुआ। बाद में नामांकन के दौरान भी एका के प्रयास भी धरातल पर आकार लेने को तरस गए।

लेकिन नामांकन के अंतिम दिन कांग्रेस पार्टी और प्रत्याशियों ने शक्ति प्रदर्शन किया,उसमे जिस तरह से अल्पसंख्यक समुदाय की भीड़ देखी गई उससे देख कर यही लगा कि कांग्रेस ने एक बार फिर चुनाव में समर्थन पाने के लिए अल्पसंख्यक समुदाय के घरों में दस्तक दी है।

कांग्रेस की छोटी छोटी सभाएं भी अल्पसंख्यक आबादी में रखी जा रही है और वहां वक्ताओं द्वारा मोदी, योगी और धामी को निशाना बनाया जा रहा है। हरिद्वार देहरादून उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले में मुस्लिम वोट बैंक पर कांग्रेस की नजर है, कांग्रेस ने मोदी, योगी और धामी का हव्वा बनाकर अल्पसंख्यक वोटर्स को ये बताने का अभियान छेड़ा है कि कांग्रेस ही अल्पसंख्यकों की हितेषी है।

कांग्रेस के नेता और खास तौर पर  मुस्लिम नेता, उत्तराखंड  सरकार के द्वारा यूसीसी लागू करने को शरीयत , दीन के खिलाफ बताते रहे है। कांग्रेस नेता ये भी दुष्प्रचार करते है कि मोदी और धामी सरकार जो भी नए नए कानून बना रही है वो मुस्लिमो के खिलाफ है।यूसीसी ,सी ए ए ,धारा 370, ट्रिपल तलाक, धर्मांतरण कानून जैसे उदाहरण देकर,अल्पसंख्यक समुदाय में ये डर एक बार फिर बिठाया जा रहा है कि अगली बार मोदी सरकार, आबादी नियंत्रण बिल ले आएगी।

दूसरी और बीजेपी ने ट्रिपल तलाक, यूसीसी, जनधन और अन्य लाभार्थी योजनाओं के बहाने मुस्लिम महिलाओ के वोटो को अपनी तरफ खींचने का प्रचार शुरू किया है। राजनीति के कुछ ये जानकर मानते है कि अब मुस्लिम वोटों में विभाजन हो रहा है और मुस्लिम महिलाएं पीएम मोदी को वोट देने जाएंगी।

हालंकि कुछ राजनीतिक समीक्षक ये मानते है कि मुस्लिम महिलाएं या मुस्लिम पुरुष  बीजेपी को वोट देने से कतराता है और वो कभी भी बीजेपी के साथ नही जाएगा।

पिछले विधान सभा चुनाव में पछुवा देहरादून में कांग्रेस नेता रहे अकील अहमद ने मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मांग उठा दी थी जो कांग्रेस को भारी पड़ गई, बाद में अतीक अहमद को कांग्रेस ने छ साल के लिए पार्टी से निकाल दिया और अकील अहमद ने अब अपना ही  राजनीतिक दल आम इंसान विकास पार्टी बना लिया। जिसने हरिद्वार सीट से लोकसभा का पर्चा भरा और वो निरस्त हो गया।

हरिद्वार लोकसभा सीट पर हरीश रावत अपने पुत्र और  लोकसभा प्रत्याशी  वीरेंद्र रावत की जन सभाएं अल्पसंख्यक आबादी में सुनिश्चित कर रहे है। कांग्रेस को हिंदू बेल्ट में वो समर्थन भी नही मिल रहा जो आज से 15 साल पहले मिला करता था।  हरिद्वार और उधम सिंह नगर से बीएसपी ने  मुस्लिम प्रत्याशी घोषित कर कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ा दी है, इस लिए कांग्रेस अब खुलकर मुस्लिम हितेषी बन कर अपना प्रचार अभियान शुरू कर रही है।

कांग्रेस नेता, धामी सरकार के लैंड जिहाद, लव जिहाद मजार जिहाद जैसे मामलो की कारवाई को गलत ठहराते हुए सरकार के खिलाफ पहले भी बयान देते रहे है। देहरादून में मुस्लिम सेवा संगठन और अन्य धार्मिक मुस्लिम संस्थाएं बीजेपी के केंद्र सरकार और धामी सरकार की नीतियों की आलोचना करती रही है।

हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा मामले में धामी सरकार ने भू माफिया अब्दुल मलिक और उसके गैंग पर जो सख्ती दिखाई है, उससे जमीयत उलूम ए हिंद जैसे संगठनों के नेताओ ने मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की दिशा तय की है। उलूम के प्रमुख महमूद मदनी, कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य रह चुके है और वो धामी सरकार ने एक्शन के खिलाफ गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर ,प्रशासन के कारवाई का विरोध करते है।

हल्द्वानी अतिक्रमण मामले में हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा लड़ने के लिए कांग्रेस के हल्द्वानी विधायक और नेता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद को वकील के रूप में खड़ा करते रहे है और इसके पीछे  मकसद है मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति ही है।

उत्तराखंड में श्री राम मंदिर लोकार्पण दिवस के दिन कांग्रेस को इस बात का एहसास भी हो गया था कि अब हिंदू वोटबैंक उनके हाथ से निकल चुका है, यही वजह थी कि इस बार लोकसभा चुनाव में जब टिकट लेने देने की बात सामने आई तो कई बड़े दिग्गजों ने कांग्रेस का टिकट लेने से ही मना कर दिया।

मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में अभी रमजान चल रहे है और रोजा अफ्तार के बहाने भी कांग्रेस नेताओ ने अल्पसंख्यकों को अपनी तरफ खींचने का अभियान शुरू किया है, जालीदार टोपी पहने कांग्रेस नेता इन रोजा अफ्तार की दावतो में शामिल होकर मोदी धामी सरकार को कोस रहे है।

बरहाल एक बार फिर कांग्रेस ने मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति की राह पकड़ ली है अब इसे उनकी मजबूरी कहें या फिर हिंदू वोट बैंक का गिरता हुआ जनाधार, जिसे देख कर राजनीतिक समीक्षक भी कह रहे है कि कांग्रेस का जनाधार अब सिमट रहा है इसी लिए पार्टी के कई दिग्गज ,विधायक पूर्व विधायक पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो रहे है।

Topics: uttarakhand newsउत्तराखंड समाचारमुस्लिम मतदातालोकसभा चुनाव 2024Lok Sabha Elections 2024Muslim votersलोकसभा चुनाव प्रचारLok Sabha Election Campaign
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Operation Kalanemi : साधु वेश में लगातार पकड़े जा रहे बांग्लादेशी, पाञ्चजन्य की मुहिम का बड़ा असर

उत्तराखंड : सीएम धामी ने की केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से मुलाकात, जल विद्युत परियोजनाओं के क्रियान्वयन का किया अनुरोध

उत्तराखंड : PM मोदी से मिले सीएम धामी, उत्तराखंड के लिए मांगी सहायता

आरोपी

उत्तराखंड: 125 क्विंटल विस्फोटक बरामद, हिमाचल ले जाया जा रहा था, जांच शुरू

उत्तराखंड: रामनगर रेलवे की जमीन पर बनी अवैध मजार ध्वस्त, चला बुलडोजर

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ए जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

पाकिस्तान ने भारत के 3 राफेल विमान मार गिराए, जानें क्या है एस जयशंकर के वायरल वीडियो की सच्चाई

Uttarakhand court sentenced 20 years of imprisonment to Love jihad criminal

जालंधर : मिशनरी स्कूल में बच्ची का यौन शोषण, तोबियस मसीह को 20 साल की कैद

पिथौरागढ़ में सड़क हादसा : 8 की मौत 5 घायल, सीएम धामी ने जताया दुःख

अमृतसर : स्वर्ण मंदिर को लगातार दूसरे दिन RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC ने की कार्रवाई मांगी

राहुल गांधी ने किया आत्मसमर्पण, जमानत पर हुए रिहा

लखनऊ : अंतरिक्ष से लौटा लखनऊ का लाल, सीएम योगी ने जताया हर्ष

छत्रपति शिवाजी महाराज

रायगढ़ का किला, छत्रपति शिवाजी महाराज और हिंदवी स्वराज्य

शुभांशु की ऐतिहासिक यात्रा और भारत की अंतरिक्ष रणनीति का नया युग : ‘स्पेस लीडर’ बनने की दिशा में अग्रसर भारत

सीएम धामी का पर्यटन से रोजगार पर फोकस, कहा- ‘मुझे पर्यटन में रोजगार की बढ़ती संख्या चाहिए’

बांग्लादेश से घुसपैठ : धुबरी रहा घुसपैठियों की पसंद, कांग्रेस ने दिया राजनीतिक संरक्षण

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies