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होम भारत उत्तर प्रदेश

ज्ञानवापी को लेकर आदेश देने वाले जज ने बरेली में मौलाना तौकीर को किया तलब

कोर्ट ने मौलाना तौकीर को माना बरेली दंगों का मुख्य मास्टरमाइंड

by अनुरोध भारद्वाज
Mar 5, 2024, 05:51 pm IST
in उत्तर प्रदेश
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बरेली । अपर सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक रवि कुमार दिवाकर ने अपने आदेश में कहा कि ज्ञानवापी प्रकरण में वाराणसी में मैंने ही फैसला दिया था। इस वजह से एक धर्म विशेष के लोगों और अधिकारियों का रवैया मेरे प्रति अजीब सा हो गया है। जज रवि कुमार दिवाकर ने कहा कि लखनऊ में रहने वाली मेरी मां, शाहजहांपुर में तैनात सिविल जज भाई, मेरी पत्नी और बच्चे सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं। मार्च 2010 में बरेली में दंगा भड़काने वाले मौलाना तौकीर का नाम पर्याप्त साक्ष्य होने के बावजूद चार्जशीट में शामिल नहीं किया गया है।

मुकदमे की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने टिप्पणी कि तत्कालीन एसएसपी, डीआईजी, आईजी, कमिश्नर और डीएम ने विधिक रूप से कार्य न करके सत्ता के इशारे पर कार्य किया। अधिकारियों ने 2010 के दंगे के आरोपी और मुख्य मास्टर माइंड मौलाना तौकीर रजा खां का सहयोग किया।

दो मार्च 2010 को बरेली में हुआ था दंगा, कोर्ट ने मौलाना को माना मुख्य मास्टर माइंड

दो मार्च 2010 को मोहल्ला सौदागरान के रहने वाले आला हजरत परिवार से ताल्लुक रखने वाले आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने जन समूह को भड़काऊ भाषण दिया। भीड़ ने पुलिस चौकी को फूंक दिया। हिन्दुओं के घरों को आग के हवाले कर दिया। मौलाना तौकीर और उनके समर्थकों के खिलाफ बलवा, सरकारी काम में बाधा, 7 क्रिमिनल ला अमेडमेंट एक्ट, जानलेवा हमला, धार्मिक भावनाएं भड़काने, लोक संपत्ति निवारण अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया था। कोर्ट ने इसको आधार मानते हुए मौलाना तौकीर को समन जारी कर 11 मार्च को तलब किया है।

समान नागरिक संहिता और ज्ञानवापी को लेकर मौलाना ने जुटाई थी भीड़

हाल ही में मौलाना तौकीर ने उत्‍तराखंड में समान नागरिक संहिता बिल, ज्ञानवापी में पूजा की अनुमति के विरोध में बरेली में बगैर अनुमति भीड़ जुटाई थी, मौलाना की जुटाई भीड़ ने बरेली में माहौल खराब करने की कोशिश की थी, मुस्लिम बहुल थाना बारादरी इलाके में उपद्रवियों ने दुकानों तोड़फोड़ और सड़कों पर गाडियां तोड़ दी थीं, इस मामले में पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ बरेली के थाना बारादरी में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें कार्रवाई जारी है।

बार-बार माहौल खराब करने की कोशिश करता है मौलाना

बता दें कि मौलाना तौकीर बार-बार बरेली का माहौल खराब करने की कोशिश करते रहते हैं। पीएम मोदी, सीएम योगी, संघ, भाजपा, विहिप और बजरंगदल को लेकर बार-बार आपत्‍ति‍जनक टिप्‍पणियां करते हैं। 2010 में ऐसे ही मौलाना की वजह से बरेली में दंगा हो चुका है। पुलिस ने उस समय उनको गिरफ्तार भी किया था मगर तत्‍कालीन मायावती सरकार के दबाव में आने की वजह से मौलाना जेल से छुड़वा दिया गया था।

Topics: Gyanvapi caseज्ञानवापी प्रकरणन्यायाधीश रवि कुमार दिवाकरJudge Ravi Kumar Diwakarमौलाना तौकीरMaulana Tauqeerबरेली दंगे 2010Bareilly riots 2010
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