इस्लाम में सुधार के लिए उठने वाली मुखर आवाज मुस्तफा मौलवी को चुप कराने की चाल, "याद है...चेकन्नुर के साथ क्या हुआ था?"
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

इस्लाम में सुधार के लिए उठने वाली मुखर आवाज मुस्तफा मौलवी को चुप कराने की चाल, “याद है…चेकन्नुर के साथ क्या हुआ था?”

एक व्यक्ति उन्हें धमकी देता है और याद दिलाता है कि चेकन्नुर मौलवी के साथ क्या हुआ था? मुस्तफा मौलवी को मिल रही धमकी, अभी तक नहीं दर्ज की गई एफआईआर

by सोनाली मिश्रा
Sep 29, 2023, 12:40 pm IST
in भारत, केरल
मुस्तफा मौलवी

मुस्तफा मौलवी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इस्लाम को कट्टरता के चंगुल से बाहर निकालने वाले इस्लामिक विद्वान सीएच मुस्तफा मौलवी, जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आलोचक हैं एवं इस्लाम में लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने की बात करते हैं, उन्हें इन दिनों धमकियां मिल रही हैं। यह मामला है केरल का। उन्हें अपशब्द कहे जा रहे हैं और इतना ही नहीं अजनबी लोग उन्हें देखकर फब्तियां कस रहे हैं। ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर उनका दोष क्या है? उनके साथ यह क्यों हो रहा है और इसके पीछे किसका हाथ है?

भारत के कथित प्रगतिशीलों से जब इस्लाम में पनप रही कट्टरता के विषय में प्रश्न किया जाता है तो उनका कहना होता है कि आवाज उन्हीं में से उठने दीजिये। जब वहां के लोग आवाज उठाएंगे तो हम साथ देंगे। मगर जब भी कोई सुधारवादी आवाज उठती है, तो उसके विषय में प्रगतिशील चर्चा ही नहीं करते और इतना ही नहीं उन्हें चुप कराने वाली धमकियों पर भी बात नहीं करते हैं।

केरल के मुस्तफा मौलवी ने onmanorama से बात करते हुए कहा कि उन्हें केवल फेसबुक पर ही धमकियां दी जा रही थीं, मगर अब उन्हें लोग आकर व्यक्तिगत रूप से धमका रहे हैं। मुस्तफा मौलवी एक ऐसे संस्थान के सहायक हैं, जो इस्लाम में लैंगिक न्याय पर जोर देता है। वह सेंटर फॉर इन्क्ल्युसिव इस्लाम एंड हुमेनिज्म के साथ जुड़े हुए हैं।

मुस्तफा अपना अनुभव बताते हुए कहते हैं कि 19 सितम्बर को वह कोझिकोड से कोट्टयम तक गरीब रथ से यात्रा कर रहे थे, तभी उनके पास एक व्यक्ति आता है और उनका परिचय जानकर उनपर तंज कसता है और वह श्री नारायण गुरु में उनके विश्वास पर प्रश्न उठाता है। इतना ही नहीं वह व्यक्ति मुस्तफा पर आरोप लगाता है कि वह इस्लाम को नष्ट कर रहे हैं और वह उन्हें याद दिलाता है कि चेकन्नुर मौलवी के साथ क्या हुआ था? चेकन्नुर मौलवी भी एक उदारवादी आवाज थे, जो इस्लाम में औरतों के अधिकारों की वकालत करते थे और फिर एक दिन वह गायब हो गए थे।

मौलवी को इसी प्रकार धमकी दी गयी और स्थिति तब और गंभीर हो गयी जब मुस्तफा मौलवी से बात करने वाले उस्ताद के साथी ने उन दोनों की एक तस्वीर ले ली और वह भी मौलवी की बिना मर्जी के। उस तस्वीर को लेकर मुस्तफा का जीवन कठिनाई में पड़ गया क्योंकि कट्टरपंथी उस्ताद “अमीन” ने उनके साथ ली गयी तस्वीर को फेसबुक पर साझा किया और लिखा कि अमीन यह पता लगाना चाहता था कि क्या मुस्तफा एक हदीस को नकारने वाले हैं। बाद में पता चला कि वह तो कुरआन को ही नहीं मानते हैं।

इस पोस्ट ने ही तहलका मचा दिया क्योंकि कथित उस्ताद अमीन के फेसबुक पर 15,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं। इस पोस्ट पर 350 प्रतिक्रियाएँ, 19 शेयर और 69 टिप्पणियाँ आईं। इसके बाद उनके पास उनके परिजनों और शुभचिंतकों के कॉल आने लगे और जब वह बाहर निकले तो लोगों ने कहा कि “अमीन ने जो आपके साथ किया है, आप उसी के हकदार हैं!” मुस्तफा मौलवी ने पुलिस पर भी निष्क्रियता का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा कि पुलिस ने उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी और रेलवे पुलिस के पास जाने के लिए कहा है। सेंटर फॉर इन्क्ल्युसिव इस्लाम से जुड़े हुए मुस्तफा मौलवी ने यहाँ तक कहा कि यदि उन्हें कुछ होता है तो उसके लिए वह सभी शोक संदेश भेजेंगे, संवेदना जताएंगे जो आज साथ नही दे रहे हैं, उन्होंने यह भी कहा कि वह मरने से नहीं डरते हैं, मगर पुलिस को किसी व्यक्ति की सुरक्षा तो सुनिश्चित करनी ही चाहिए।

वह जिस सेंटर से जुड़े हैं, वह लगातार मुस्लिम महिलाओं की बेहतरी के लिए आवाज उठाता है और उनका कहना है कि उनका मानना है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारत में कुरआन की शिक्षाओं के विपरीत कार्य कर रहा है और उसे इस्लाम में दिए गए इन्साफ और इंसानियत पर बात करनी चाहिए। मुस्लिम देशों तक में ऐसे बदलाव हो गए हैं, मगर भारत में मौलवी इस मांग का विरोध कर रहे हैं।

इस सेंटर की ओर से 4 मार्च को नालंदा ऑडिटोरियम में मुस्लिम महिला कांफ्रेंस का भी आयोजन कराया गया था। परन्तु दुर्भाग्य की बात यही है कि इस्लाम में महिलाओं के अधिकारों के लिए, उनके लिए समानता के लिए और उनकी बेहतरी के लिए उठाई जा रही आवाजों को चुप कराने का प्रयास किया जा रहा है और वह कट्टरपंथी आवाजें जो मुस्लिम महिलाओं को बुर्के में रखना चाहती हैं, उन्हें अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में बढ़ावा दिया जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि मुस्लिम महिलाओं के बुर्के के अधिकार का समर्थन करने वाली लॉबी कब इस्लाम में सुधारवादी आवाज के समर्थन में आती है।

Topics: इस्लामिक विद्वानमुस्तफा मौलवीइस्लाम में सुधारचेकन्नुर मौलवी
Share3TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख मोहम्मद अब्दुल करीम अल-इस्सा

अनेकता में एकता के सिद्धांत पर चलने वाला देश है भारत, मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव ने की भारतीय सहिष्णुता की तारीफ

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies