ताइवान सरकार ने बुधवार को कहा कि वह भारत के साथ सहयोग को और बढ़ाने के व्यापक उद्देश्य के तहत मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (TECC) स्थापित करेगा। वर्तमान समय में ताइवान के पास दिल्ली और चेन्नई में टीईसीसी हैं। भारत की वित्तीय राजधानी में टीईसीसी स्थापित करने का ताइवान का निर्णय ऐसे समय में आया है। जब मुख्य ताइवानी कंपनियां अपने उत्पादन इकाइयों को चीन से भारत, अमेरिका, यूरोप और उत्तरी अमेरिका के देशों में शिफ्ट करने पर विचार कर रही हैं।
इस विचार को ताइपे द्वारा एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, भारत में ताइवान ने व्यापार करने के लिए ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र स्थापित किए हैं।
दूतावास की अनुपस्थिति में ये केंद्र भारत में ताइवान केहित को लेकर कार्य करता है। दिल्ली में इसका ऑफिस एक दूतावास के रूप में काम करता है, जबकि चेन्नई में एक वाणिज्य दूतावास के रूप में काम करता है। अब तीसरा केंद्र मुंबई में खोलने की घोषणा ताइवान ने की है।
अगस्त, 2022 में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (अमेरिकी संसद का निचला सदन) की अध्यक्ष नैन्सी पालोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन और ताइवान के बीच संबंध और ज्यादा तनावपूर्ण हो गए थे। भारत दुनिया के सबसे बड़े चिप विनिर्माता ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन (टीएसएमसी) समेत प्रमुख ताइवानी चिप उत्पादकों की उत्पादन इकाइयां यहां शिफ्ट करने का इच्छुक है। टीएसएमसी के उपभोक्ताओं में एप्पल भी शामिल है।
ताइवान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुंबई में टीईसीसी स्थापित करने का फैसला, हाल के वर्षो में व्यापार, महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्रों में दोनों देशों के मजबूत होते संबंधों को देखते हुए लिया गया है। मंत्रालय द्वारा कहा गया है कि मुंबई में आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश दोनों के अवसर और बढ़ेंगे।
5 जुलाई को एक आधिकारिक बयान में ताइवान के विदेश मंत्रालय द्वारा कहा गया कि हाल के वर्षों में चीन गणराज्य (ताइवान) और भारत गणराज्य के बीच अर्थव्यवस्था और व्यापार सहित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, महत्वपूर्ण आपूर्ति शृंखला, संस्कृति, शिक्षा और पारंपरिक चिकित्सा सहित कई क्षेत्रों के सहयोग में महत्वपूर्ण प्रगति को देखा गया है। इस प्रगति के प्रकाश में आरओसी (ताइवान) सरकार दोनों देशों के बीच आदान प्रदान और सहयोग को और गहरा करने के उद्देश्य को लेकर मुंबई में ताइपे आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र (TECC) की स्थापना करेगा।
बयान में यह भी कहा गया है कि 2012 में चेन्नई में टीईसीसी की स्थापना के बाद से करीब 60 प्रतिशत ताइवानी कंपनियां भारत में निवेश करने, कारखाने खोलने और उसका परिचालन करने का ऑपशन चुन रही हैं। बयान में कहा गया है कि मुंबई में टीईसीसी की स्थापना से पश्चिमी भारत में भी इसी प्रकार का प्रभाव देखने की उम्मीद है।
मुंबई में अपना ऑफिस खोलने के उद्देश्य को लेकर बताया गया कि भारत 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और इस साल सबसे ज्याद आबादी वाला देश बन गया। अपने विशाल बाजार और संबंधित व्यावसायिक अवसरों के साथ भारत वैश्विक उद्यमों के लिए एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में उभरा है।
कहा गया कि मुंबई भारत का सबसे बड़ा शहर है, जो देश के वित्तीय केंद्र के रूप में काम करता है और अपने सबसे बड़े बंदरगाह का दावा करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, यूनाइटेड किंगडम और ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों ने मुंबई में वाणिज्य दूतावास स्थापित किए हैं।
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