अमेरिका के सेकुलर सांसद लेविन ने उगला भारत के विरुद्ध जहर
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

अमेरिका के सेकुलर सांसद लेविन ने उगला भारत के विरुद्ध जहर

एंडी लेविन को भारत में एक 'खतरा' दिख रहा है। उन्हें यह खतरा 'भारत के हिंदू राष्ट्र बनने' में दिख रहा है

by WEB DESK
Dec 17, 2022, 12:40 pm IST
in विश्व
एंडी लेविन

एंडी लेविन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

खुद पर मानवाधिकारवादी होने का तमगा लगाए अमेरिका के कल ही सीनेट से सेवाविवृत्त हुए सांसद ने अपने आखिरी वक्तव्य में इशारा दिया के वे किस हद तक भारत विरोधी तत्वों के मायाजाल में फंसे हैं। ये सांसद हैं एंडी लेविन। इन्होंने कल सीनेट में सांसद के नाते अपने विदाई वक्तव्य में भारत विरोधी जहर उगलते हुए कहा कि ‘भारत के हिंदू राष्ट्र बनने का खतरा है’।

अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में सदन में खड़े 62 साल के इन सांसद एंडी लेविन जब अपना वक्तव्य रख रहे थे तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के कई सीनेटर मन में जरूर सोच रहे होंगे कि जो देश दुनिया में अपने लोेकतांत्रिक मूल्यों और कूटनीति का लोहा मनवा रहा है उसके लिए एंडी ऐसा भाषा क्यों बोल रहे हैं।

दरअसल एंडी लेविन खुद को मानवाधिकारों के पैरोकार कहलवाते आ रहे हैं। उन्होंने अपने देश अमेरिका की बढ़ाई करते हुए कहा कि दुनिया में अमेरिका ऐसा देश है जहां मानवाधिकारों की सबसे ज्यादा रक्षा की गई है। लेकिन इसके मुकाबले दुनिया के कई देशों में स्थिति बहुत खराब है। एंडी शायद भूल गए कि अमेरिका में समय समय पर अश्वेत नागरिक अपने अधिकारों का मसले जाने की दुहाई देते रहे हैं। ‘ब्लैकलाइव्समैटर’ के आंदोलन को अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता है।

लेकिन अपने आंगन में सुलग रहे मानवाधिकारों की ओर देखने की बजाय उन्हें भारत में एक ‘खतरा’ दिख रहा है। और एंडी लेविन को यह खतरा ‘भारत के हिंदू राष्ट्र बनने’ में दिख रहा है। जबकि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरी दुनिया में अपने भाषणों में यही कहते रहे हैं कि ‘भारत 130 अरब नागरिकों का देश है जहां सबको बराबरी की नजर से देखा जाता है’। असल में एंडी अमेरिका में सक्रिय उस भारत विरोधी लॉबी से प्रभावित माने जाते हैं जिनका एकमात्र एजेंडा मोदी सरकार को किसी न किसी बहाने बदनाम करते रहना है। प्रतिनिधि सभा में अपने कार्यकाल के आखिरी दिन एंडी से अपनी ‘असली ​सोच’ सामने लाने से रहा न गया। वैसे इसमें नई बात इसलिए नहीं है, क्योंकि उनका भारत विरोधी मत सर्वविदित है।

लेविन ने अपने वक्तव्य में कहा कि वे ‘भारत जैसे देशों में मानवाधिकारों के पैरोकार रहे हैं। पंथनिरपेक्ष लोकतंत्र तथा दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश होने की बजाय भारत के हिंदूवादी देश बनने को लेकर खतरा दिखता है’। मिशिगन से सांसद रहे लेविन रिपब्लिकन पार्टी के सांसद रहे हैं। अब उनकी जगह रिपब्लिकन पार्टी की लिसा मैकक्लेन सांसद के नाते काम देखेंगी।

एंडी ने हालांकि अपने वक्तव्य में भारत के विभिन्न मत—पंथों का भी उल्लेख किया और कहा कि वे ‘हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म तथा भारत में जन्मे अन्य मत—पंथों के प्रेमी हैं। लेकिन वहां सभी लोगों के हकों की रक्षा करने की जरूरत है’। एंडी ने यह नहीं बताया कि भारत में किस मत के साथ कौन सा और किस तरह का सौतेला व्यवहार किया जाता है!

वैसे, कश्मीर सहित अनेक मुद्दों पर लेविन का रवैया भारत विरोधी ही रहा है। उन्होंने कश्मीर को लेकर भारत के विरुद्ध बयान दिया था। अप्रैल 2022 में भारतीय अमेरिकी मुस्लिम काउंसिल और कुछ दूसरे मानवाधिकार संगठनों के समारोहों में उन्होंने कश्मीर पर विभिन्न देशों से गौर करने की अपील की थी।

लेविन भारत के प्रधानमंत्री मोदी पर भी बेमतलब की टीका—टिप्पणी करते रहे थे। उन्होंने कहा था कि ‘मोदी की अगुआई में भारत मानवाधिकारों और लोकतंत्र को लेकर गलत दिशा जा रहा है’। मोदी सरकार से कथित चिढ़ में ही उन्होंने कहा कि ‘आज वह भारत नहीं है जिससे मैं प्रेम करता था’। लेविन ने कहा था कि ‘मैं प्रतिबद्ध हूं भारत के लोगों पर हमलों को रोकने के लिए। मेरी इच्छा है कि भारत में लोकतंत्र पीढ़ी दर पीढ़ी फलता-फूलता ही रहे’।

Topics: #muslimsenatorusandylevinअमेरिकाamericapropagandahumanrightsislamistIndiasenateमोदीसीनेटलेविन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

एलन मस्क ने ‘अमेरिकन पार्टी’ की घोषणा करते हुए कहा कि अमेरिका अब एक “यूनिपार्टी” बन चुका है जहां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन, दोनों ही आम जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं।

इधर ‘बिग ब्यूटीफुल’ पास, उधर ‘अमेरिकन पार्टी’ के साथ मस्क कूदे मैदान में, राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘ये मूर्खता है’!

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

झांगुर बाबा जाति के आधार पर लड़कियों को बनाता था निशाना, इस्लामिक कन्वर्जन के लिए देता था मोटी रकम

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

पुलवामा हमले के लिए Amazon से खरीदे गए थे विस्फोटक

गोरखनाथ मंदिर और पुलवामा हमले में Amazon से ऑनलाइन मंगाया गया विस्फोटक, आतंकियों ने यूज किया VPN और विदेशी भुगतान

25 साल पहले किया था सरकार के साथ फ्रॉड , अमेरिका में हुई अरेस्ट; अब CBI लायेगी भारत

Representational Image

महिलाओं पर Taliban के अत्याचार अब बर्दाश्त से बाहर, ICC ने जारी किए वारंट, शीर्ष कमांडर अखुंदजदा पर भी शिकंजा

एबीवीपी का 77वां स्थापना दिवस: पूर्वोत्तर भारत में ABVP

प्रतीकात्मक तस्वीर

रामनगर में दोबारा सर्वे में 17 अवैध मदरसे मिले, धामी सरकार के आदेश पर सभी सील

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुस्लिम युवक ने हनुमान चालीसा पढ़कर हिंदू लड़की को फंसाया, फिर बनाने लगा इस्लाम कबूलने का दबाव

प्रतीकात्मक तस्वीर

उत्तराखंड में भारी बारिश का आसार, 124 सड़कें बंद, येलो अलर्ट जारी

हिंदू ट्रस्ट में काम, चर्च में प्रार्थना, TTD अधिकारी निलंबित

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies