मिलिए सेना के चील कमांडो अर्जुन से, जो ड्रोन देखते ही साधता है निशाना, जानिए इसकी अनंत खूबियां
December 4, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • वेब स्टोरी
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • जनजातीय नायक
No Result
View All Result
Panchjanya
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • पत्रिका
  • वेब स्टोरी
  • My States
  • Vocal4Local
होम भारत

मिलिए सेना के चील कमांडो अर्जुन से, जो ड्रोन देखते ही साधता है निशाना, जानिए इसकी अनंत खूबियां

- पाकिस्तान या चीन के ड्रोन्स को मार गिराने के लिए अब भारत को एंटी ड्रोन गन्स की जरूरत नहीं पड़ेगी

by उत्तराखंड ब्यूरो
Nov 29, 2022, 08:36 pm IST
in भारत, रक्षा, उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

उत्तराखंड के औली (चमोली) में भारत और अमेरिका के बीच कड़ाके की ठंड में युद्धाभ्यास किया जा रहा है। औली के जंगल और हिमालय के बर्फीले ढलानों में दोनो देशों के सैनिक आपस में अपने अनुभवों को साझा कर रहे है।

भारतीय सैनिकों के पास जहां पहाड़ों और पर्वतों पर सैन्य कारवाई करने के अनुभव है वहीं अमेरिका सैनिकों के पास आधुनिक अस्त्र शस्त्र साजो सामान के साथ युद्ध लड़ने के अनुभव है। अमेरिका अपने सैनिकों के साथ अत्याधुनिक स्वाचलित हथियारों को लेकर यहां पहुंचे है। भारत अमेरिका के बीच ये युद्ध अभ्यास चीन सीमा के कुछ की किमी की दूरी पर हो रहा है और इस अभ्यास के कई कूटनीतिक मायने भी निकाले जा रहे है।

इससे पहले उत्तराखंड में भारत रूस, भारत अमेरिका के युद्ध अभ्यास, रानीखेत के पास चौबटिया में होते रहे है। चमोली जिले में जोशीमठ से आगे औली में दोनो देशों के बीच ये अभ्यास अपने तरीके का पहला अभ्यास माना जा रहा है।

आज इस अभ्यास में पंछी रूप लिए ड्रोन का भी प्रयोग पहली बार सार्वजनिक किया गया, इससे पहले ऐसा पंछी ड्रोन, उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक फिल्म में ही देखा गया था। दोनो देशों के बीच इस युद्धाभ्यास के बारे में मीडिया को पहले कोई जानकारी साझा नही की गई थी, आज पहली बार मीडिया को युद्ध अभ्यास के विषय में सीमित जानकारी दी गई।

जानिए क्या है चील कमांडो अर्जुन

सेना ने आज अर्जुन पंछी ड्रोन के विषय में जानकारी दी कि इसके शरीर की लंबाई 15 से 23 इंच के आसपास तथा उसके पंखों की लंबाई 30 से 45 इंच के आसपास नॉर्मली होती है। सबसे बात यह है कि यह चिड़िया इंसानों से ज्यादा तेज नजर वाली होती है। मतलब इंसानों से ज्यादा तेज देखने की क्षमता होती है। यह मांसाहारी पक्षी की श्रेणी में आता है। जिसका भोजन मुख्यता चिड़िया, कबूतर, खरगोश, मेंढक, मछली इत्यादि है। यह शानदार पक्षी करीब 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यह उड़ भी सकता है। जिसके चलते यह आसानी से दुश्मन देशों के ड्रोन पर नजर और जरुरत पड़ने पर इन्हें नष्ट भी कर सकता है।

जानिए क्या है इसकी खूबियां

– सेना के प्रशिक्षित डॉग्स के साथ मिलकर ‘एंटी ड्रोन सिस्टम’ बन जाती है चील कमांडो
– दुश्मन का ड्रोन देखते ही डॉग्स ने भौंकना शुरू कर दिया और चील कमांडो अर्जुन ने ड्रोन को अपने पंजों से जकड़ लिया
– भारतीय सेना चीलों और कुत्तों को ऐसे मिशन के लिए मेरठ के रीमाउंट वेटरनरी कोर में प्रशिक्षित कर रही है
– पाकिस्तान या चीन के ड्रोन्स को मार गिराने के लिए अब एंटी ड्रोन गन्स की जरूरत नहीं पड़ेगी
– जल्द ही परीक्षण पूरा होने के बाद यह चील और डॉग्स सेना का हिस्सा होंगे
– चीलों की खासियत है कि यह ऊंचाई पर उड़ती हैं और निगाहें तेज होने की वजह से दूर तक देख सकती हैं
– ड्रोन पर मिसाइल के अंदाज में हमला करने से दुश्मन चाहकर भी अपने ड्रोन को चील के हमले से बचा नहीं पाएगा
– ड्रोन राडार की नजर में नहीं आते और कई बार इतने नीचे उड़ते हैं कि इन्हें राडार कैच नहीं कर पाता

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सेना के साथ भारतीय सेना का ये युद्ध अभ्यास चीन से लगे जिले चमोली में हो रहा है, जहां दोनों देशों की सेना संयुक्त रूप से युद्ध अभ्यास कर रही हैं, वहां से चीन बॉर्डर करीब 100 किमी दूर है। इतने ऊंचे इलाके में भारतीय सेना पहली बार किसी मित्र देश की सेना के साथ मिलिट्री एक्सरसाइज कर रही है। इस अभ्यास में सेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर्स का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये अभ्यास अगले दो हफ्ते तक जारी रहेगा।

Topics: भारत और अमेरिका युद्धाभ्यासwhat is eagle commando arjunचीनी सीमा के पास युद्धाभ्यासcharacteristics of eagle commandouttarakhand newsक्या है चील कमांडो अर्जुनउत्तराखंड समाचारचील कमांडो की खूबियांरक्षा समाचारeagle commandodefense newsarmy eagle commandoचील कमांडोeagle commando arjunसेना का चील कमांडोauli newsचील कमांडो अर्जुनchamoli newsऔली समाचारindia and america maneuversचमोली समाचारmaneuvers near chinese border
Share5TweetSendShareSend

संबंधित समाचार

एक दिन में 18 GI प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखण्ड

एक दिन में 18 GI प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखण्ड

उत्तराखंड: कॉर्बेट प्रशासन ने दो बाघों को बेहोश कर पकड़ा, आबादी क्षेत्र में इंसानों पर हमलावर होने का था अंदेशा

उत्तराखंड: कॉर्बेट प्रशासन ने दो बाघों को बेहोश कर पकड़ा, आबादी क्षेत्र में इंसानों पर हमलावर होने का था अंदेशा

हल्द्वानी: वन विभाग और प्रशासन ने तोड़ी 44 दुकानें, लीज को सबलीज करके किया था अतिक्रमण

हल्द्वानी: वन विभाग और प्रशासन ने तोड़ी 44 दुकानें, लीज को सबलीज करके किया था अतिक्रमण

Uttarakhand: सरकार ने खाली करवाई 200 करोड़ की शत्रु संपत्ति, कब्जे में लिया काबुल हाउस

Uttarakhand: सरकार ने खाली करवाई 200 करोड़ की शत्रु संपत्ति, कब्जे में लिया काबुल हाउस

डीजीपी अभिनव कुमार का सख्त निर्देश- अपराधियों पर गैंगस्टर, जिला बदर, संपत्ति जब्त कार्रवाई में लाएं तेजी

डीजीपी अभिनव कुमार का सख्त निर्देश- अपराधियों पर गैंगस्टर, जिला बदर, संपत्ति जब्त कार्रवाई में लाएं तेजी

देश का सर्वाधिक सुरक्षित निवेश वाला राज्य उत्तराखंड : मुख्यमंत्री

देश का सर्वाधिक सुरक्षित निवेश वाला राज्य उत्तराखंड : मुख्यमंत्री

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

मिशनरी स्कूल में ‘जय श्रीराम’ लिखने पर टीचर ने छात्र के चेहरे पर फ्लूड उड़ेला, हंगामे पर हुई बर्खास्त

मिशनरी स्कूल में ‘जय श्रीराम’ लिखने पर टीचर ने छात्र के चेहरे पर फ्लूड उड़ेला, हंगामे पर हुई बर्खास्त

नौसेना दिवस : अपने लिए बड़े लक्ष्य तय कर रहा भारत : प्रधानमंत्री मोदी

नौसेना दिवस : अपने लिए बड़े लक्ष्य तय कर रहा भारत : प्रधानमंत्री मोदी

मणिपुर : फिर दो गुटों में भड़की हिंसा, गोलीबारी से 13 लोगों की मौत

मणिपुर : फिर दो गुटों में भड़की हिंसा, गोलीबारी से 13 लोगों की मौत

ज्ञानवापी मामला : एएसआई ने दाखिल किया शपथ पत्र

श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद : दोनों पक्षों को सुनने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय में निर्णय सुरक्षित

उमेश पाल हत्याकांड: पूर्व विधायक अशरफ की पत्नी और आरोपी जैनब के घर पर चलेगा बुलडोजर 

उमेश पाल हत्याकांड: पूर्व विधायक अशरफ की पत्नी और आरोपी जैनब के घर पर चलेगा बुलडोजर 

जुनैद, इमरान, चांद ने नाम पूछकर हिन्दू युवती का किया गैंगरेप, पुलिस की घेराबंदी में लगी गोलियां

जुनैद, इमरान, चांद ने नाम पूछकर हिन्दू युवती का किया गैंगरेप, पुलिस की घेराबंदी में लगी गोलियां

अमेरिकी संसदीय कमेटी की China को चेतावनी, Tibet से जुड़ी बात में दलाई लामा के प्रतिनिधियों से जरूर हो बात

अमेरिकी संसदीय कमेटी की China को चेतावनी, Tibet से जुड़ी बात में दलाई लामा के प्रतिनिधियों से जरूर हो बात

जनादेश : 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का फाइनल परिणाम, जानें कहां-कहां खिला कमल

जनादेश : 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का फाइनल परिणाम, जानें कहां-कहां खिला कमल

एक दिन में 18 GI प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखण्ड

एक दिन में 18 GI प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखण्ड

विदेशी विद्वानों की नजर में क्या है “गीता”, श्लोकों में मैनेजमेंट के सूत्र, श्रीकृष्ण के उपदेश दिलाएंगे सफलता

विदेशी विद्वानों की नजर में क्या है “गीता”, श्लोकों में मैनेजमेंट के सूत्र, श्रीकृष्ण के उपदेश दिलाएंगे सफलता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • बोली में बुलेटिन
  • Web Stories
  • पॉडकास्ट
  • Vocal4Local
  • पत्रिका
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies