निर्गुट से जी-20 तक भारत के बढ़ते कदम
Sunday, January 29, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • My States
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

निर्गुट से जी-20 तक भारत के बढ़ते कदम

निर्गुट सम्मेलन के चालीस साल के बाद जी-20 समिट 9-10 सितंबर, 2023 को राजधानी में आयोजित होने जा रहा है

विवेक शुक्ला by विवेक शुक्ला
Nov 17, 2022, 07:11 pm IST
in भारत
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जी 20 की अध्यक्षता सौंपते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जी 20 की अध्यक्षता सौंपते इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

साल 1983, तब दिल्ली में गुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। उसमें दर्जनों देशों के राष्ट्राध्यक्ष भाग लेने आए थे। उनमें क्यूबा के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो, पाकिस्तान के सैन्य तानाशाह जिया उल हक, फ़लस्तीनी मुक्ति संगठन (पीएलओ) नेता यासर अराफात प्रमुख थे। निर्गुट सम्मेलन के चालीस साल के बाद जी-20 समिट 9-10 सितंबर, 2023 को राजधानी में आयोजित होने जा रहा है। इस दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और कई अन्य विश्व नेता राजधानी में होंगे।

चूंकि भारत अगले एक साल तक ब्रिक्स का अध्यक्ष रहने वाला है, इसलिए उससे यह उम्मीद रहेगी कि वह जी-20 देशों के आपसी विवादों के हल खोजने की दिशा में ठोस पहल करेगा। आप देख रहे हैं कि जी-20 के दो देश क्रमश: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस सारी दुनिया की अपीलों को खारिज करता हूं युद्ध को जारी रखे है। इसी तरह से चीन का भारत को लेकर आक्रामक रवैया बना हुआ है। उसकी सेनाएं भारतीय सीमाओं को बीच-बीच में लांघने की चेष्टा करती रहती हैं। ये तो सिर्फ दो उदाहरण थे यह साबित करने के लिए जी-20 देशों में आपस में कितने विवाद हैं। भारत को जी- 20 के सभी देशों के बीच सर्वानुमति बनानी होगी कि इनमें आपसी तालमेल बढ़े और विवादों के हल सौहार्दपूर्ण तरीके से हों। तुर्की भी जी-20 का सदस्य है। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन लगातार कश्मीर मसले पर पाकिस्तान का समर्थन करते रहे हैं। उन्होंने विगत सितंबर के महीने में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए फिर से कश्मीर मुद्दा उठाया था। पाकिस्तान के करीबी एर्दोगन ने महासभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान 75 साल पहले अपनी संप्रभुता और स्वतंत्रता स्थापित करने के बाद भी अब तक एक-दूसरे के बीच शांति और एकजुटता कायम नहीं कर पाए हैं। एर्दोगन और उनके देश के कई दूसरे राजनेता भी कई बार कश्मीर मुद्दे का जिक्र कर चुके हैं। भारत ने हर बार तुर्की को करारा जवाब देते हुए कश्मीर को द्विपक्षीय मामला बताया है।

जी- 20 का अध्यक्ष रहते हुए भारत को तुर्की को कायदे से समझाना होगा कि उसे अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए और इसे अपनी नीतियों में अधिक गहराई से प्रतिबिंबित करना चाहिए। इसी तरह से जी-20 देशों को चीन को समझाना होगा कि वह जी-20 के सदस्य देश भारत के साथ अपन तमाम मसले बातचीत से सुलझाए।

इस बीच, जी-20 के नेताओं की कारों के काफिले राजधानी में इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से शांति पथ, तीन मूर्ति, साउथ एवेन्यू, विजय चौक, सरदार पटेल मार्ग, पंचशील मार्ग, सफदरजंग रोड, प्रगति मैदान, सेंट्रल विस्टा के आसपास आएंगे-जाएंगे। ये जिन सड़कों से गुजरेंगे, उन सड़कों को नये सिरे से सुंदर बनाने का काम शुरू हो चुका है। वे खुशबूदार गुलों से महकेंगे। अगर बात सड़कों से हटकर करें तो जी-20 समिट के मद्देनजर राजधानी की करीब पौने चार सौ जगहों को नये सिरे से सजाया-संवारा जाना है। इनमें कुछ खास पार्क, फ्लाईओवर के नीचे के हिस्से तथा चौराहे शामिल हैं।

दरअसल भारत को जी-20 समिट की अध्यक्षता तो 16 नवंबर को सांकेतिक रूप से इंडोनेशिया की राजधानी बाली में सौंप दी गई है। पर भारत विधिवत रूप से जी-20 का अध्यक्ष आगामी 1 दिसंबर से बनेगा। जब तक भारत के पास जी-20 की अध्यक्षता रहेगी तब दिल्ली में इन देशों की टोलियां आती रहेंगी। राजधानी में समिट की तैयारियों से जुड़ी 190 बैठकें होनी हैं।

निर्गुट सम्मेलन के समय राष्ट्राध्यक्ष अशोक होटल या फिर राष्ट्रपति भवन में ठहरे थे। सम्मेलन विज्ञान भवन में आयोजित किया गया था। अशोक होटल तथा विज्ञान भवन 1956 में बन कर तैयार हुए थे। पर जी- 20 के दौरान ना तो अशोक होटल में कोई राष्ट्राध्यक्ष रात गुजारेगा और ना ही विज्ञान भवन में कोई खास बैठक होगी। जी-20 समिट प्रगति मैदान में तैयार विश्व स्तरीय सभागार में आयोजित होगी। अब सवाल है कि बाइडेन, पुतिन, शी जिनपिंग, सुनक और अन्य राष्ट्राध्यक्ष कहां ठहरेंगे? अमेरिका के दो पूर्व राष्ट्रपति क्रमश: बराक ओबामा तथा बिल क्लिंटन मौर्या शेरटन में रुक चुके हैं। तो क्या बाइडेन भी वहां पर ठहरेंगे? पुतिन भी अपनी दिल्ली की यात्राओं के समय मौर्या शेरटन में ही ठहरे हैं। वे फिर से मौर्या शेरटन में रुक सकते हैं। चीनी नेता ने अपनी साल 2019 की भारत यात्रा के समय तिब्बतियों के विरोध प्रदर्शन देखे थे। अब देखना होगा कि क्या चीन के राष्ट्रपति जब दिल्ली में होंगे तो तिब्बती उनके काफिले के आगे आकर विरोध प्रदर्शन करने में सफल होते हैं या नहीं। बेशक, वे कोशिश तो करेंगे। जब ऋषि सुनक दिल्ली में होंगे तो सबकी निगाहें उन पर होंगी ही। उन्हें भारत स्वाभाविक कारणों से अपना मानता है। वे कहां रहेंगे? इस बीच, ये लगभग तय है कि नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) लुटियंस दिल्ली के किसी खास पार्क का नाम जी-20 पार्क ही रख दें। आपने तुगलक क्रिसेंट में भारत-आसियान मैत्री पार्क देखा होगा। इसका उद्घाटन तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सन 2018 में किया था। तब राजधानी में भारत- आसियान शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसी तरह से दिल्ली में न्याय मार्ग से कुछ कदमों पर घाना के स्वतंत्रता आंदोलन के शिखर नेता क्वामे नकरूमा मार्ग से बहुत दूर नहीं है इंडो- अफ्रीका फ्रेंडशिप रोज़ गॉर्डन। ये भारत-अफ्रीकी देशों के शिखर सम्मेलन से पहले 2015 में स्थापित किया गया था। ये भारत के आसियान तथा अफ्रीकी देशों से मैत्री के महत्वपूर्ण प्रतीक हैं। तो अगर जी-20 मैत्री पार्क भी बन जाए तो हैरान मत होइये। बहरहाल, निश्चित रूप से यह उम्मीद करनी चाहिए कि भारत जी 20 मंच को एक सशक्त नेतृत्व प्रदान करेगा।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। यूएई एम्बेसी, नई दिल्ली में प्रधान सूचना सलाहकार भी रह चुके हैं।)

Topics: G-20Yasser ArafatNAMनिर्गुटगुटनिरपेक्ष शिखर सम्मेलनफिदेल कास्त्रोIndiaजिया उल हकयासर अराफातNon-AlignedNon-Aligned SummitभारतFidel Castroजी-20Zia-ul-Haq
ShareTweetSendShareSend
Previous News

जिनपिंग ने दुनिया भर में कराई फजीहत, बातचीत मीडिया में वायरल, कनाडाई पीएम ने कहा- यही आगे भी होगा

Next News

श्रद्धा मर्डर केस : आफताब की पेशी पर वकीलों ने लगाए फांसी दो…फांसी दो.. के नारे, 5 दिनों के लिए बढ़ाई गई पुलिस रिमांड

संबंधित समाचार

वैदिक स्वर और सनातन विचार है पाञ्चजन्य

वैदिक स्वर और सनातन विचार है पाञ्चजन्य

पाकिस्‍तान की कंगाली और गिलगित-बाल्टिस्तान पर्यटकों से खाली!

पाकिस्‍तान की कंगाली और गिलगित-बाल्टिस्तान पर्यटकों से खाली!

अगले साल जी-20 देशों के डेलीगेट्स यूपी के चार शहरों में करेंगे बैठक

शिखर सम्मेलन से पूर्व असम में होंगी जी-20 की पांच बैठकें, डिब्रूगढ़ और गुहावटी की सुन्दरता देखेंगे सदस्य

‘भारत जब चाहे पाकिस्तान ढह जाए’, अमेरिका के मुस्लिम प्रोफेसर ने क्यों कहा ऐसा!

‘भारत जब चाहे पाकिस्तान ढह जाए’, अमेरिका के मुस्लिम प्रोफेसर ने क्यों कहा ऐसा!

लद्दाख सीमा पर क्या खिचड़ी पका रहा है चीन!

लद्दाख सीमा पर क्या खिचड़ी पका रहा है चीन!

जी-20 से पहले चमकेंगे यूपी के सभी शहर, डिजिटल यूपी की ताकत से रूबरू होंगे विदेशी मेहमान

जी-20 से पहले चमकेंगे यूपी के सभी शहर, डिजिटल यूपी की ताकत से रूबरू होंगे विदेशी मेहमान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

भारत की विकास यात्रा की प्रेरक शक्ति हैं युवा : प्रधानमंत्री

भारत की विकास यात्रा की प्रेरक शक्ति हैं युवा : प्रधानमंत्री

नाबालिग लड़कियों का सामूहिक निकाह, आयोजक ने कहा- ये शरीयत को मानते हैं

ननदोई ने घर में घुसकर किया दुष्कर्म, शौहर से बताया तो तीन तलाक देकर घर से निकाला

मध्यप्रदेश : लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 के बाद अब शुरू होगी लाड़ली बहना योजना – शिवराज सिंह

मध्यप्रदेश : लाड़ली लक्ष्मी योजना-2 के बाद अब शुरू होगी लाड़ली बहना योजना – शिवराज सिंह

श्रीराम मंदिर निर्माण : भगवान की मूर्ति के लिए नेपाल से अयोध्या शीघ्र पहुंचेगी शालिग्राम पत्थरों की खेप

श्रीराम मंदिर निर्माण : भगवान की मूर्ति के लिए नेपाल से अयोध्या शीघ्र पहुंचेगी शालिग्राम पत्थरों की खेप

भारत को तोड़ने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन भारत अटल है, अजर है और अमर है : प्रधानमंत्री मोदी

भारत को तोड़ने की कोशिश कई बार की गई, लेकिन भारत अटल है, अजर है और अमर है : प्रधानमंत्री मोदी

अमित शाह ने की योगी की तारीफ, बोले- लंबे अरसे बाद यूपी में लागू हुई कानून व्यवस्था

भारत पूरी दुनिया के लिए तैयार करेगा फोरेंसिक विशेषज्ञ : अमित शाह

सुखोई-मिराज क्रैश, एक पायलट बलिदान, जांच के आदेश

सुखोई-मिराज क्रैश, एक पायलट बलिदान, जांच के आदेश

महुआ मोइत्रा की गिरफ्तारी के लिए सड़कों पर उतरी भाजपा महिला मोर्चा, 57 शिकायतें दर्ज

त्रिपुरा विधानसभा चुनाव : भाजपा ने 48 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की

फन कुचलने का क्षण

फन कुचलने का क्षण

सेना की जीवन रेखा रेलवे

सेना की जीवन रेखा रेलवे

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • लव जिहाद
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies