बिहार में ईद मिलाद उन नबी अर्थात हजरत मोहम्मद पैगंबर के जन्मदिन के पवित्र अवसर पर राष्ट्र ध्वज का जमकर दुरुपयोग हुआ। शिवहर और सिवान में निकाले गए जुलूस में तिरंगे के साथ छेड़छाड़ की गई, जो राष्ट्रीय ध्वज संहिता के तहत राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है।
9 अक्तूबर को शिवहर शहर में हजरत मोहम्मद पैगंबर के जन्मदिन के अवसर पर जुलूस निकाला गया था। यह जुलूस शहर के मुख्य मार्ग, जीरो माइल समेत कई स्थानों से गुजरा। जुलूस में जो तिरंगा लहराया जा रहा था, उस पर अशोक चक्र के स्थान पर चांद-सितारा बनाया गया था। विश्व हिंदू परिषद ने इसे राष्ट्रद्रोह एवं तिरंगे का अपमान मना है। विश्व हिंदू परिषद के बयान के बाद यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया। जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। जांच का जिम्मा अनुमंडल पदाधिकारी इश्तियाक अली अंसारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार पांडेय को सौंपी है।
इसी तरह का मामला सिवान में भी सामने आया है। 9 अक्तूबर को हसनपुरा थाना क्षेत्र के आरंडा स्थित मदरसा गौसिया के बच्चों द्वारा नबी के जन्मदिन पर एक जुलूस निकाला गया। इस जुलूस में एक युवक तिरंगा फहरा रहा था, लेकिन इस तिरंगे पर अशोक चक्र की जगह दो तलवारें बनी हुई थीं और इन पर इस्लामिक नारा लिखा गया था। जुलूस में गाना बज रहा था, ” जान उनपे हम लुटाएंगे, उनकी खातिर सर कटाएंगे। ” पुलिस ने इस मामले में भी जांच के आदेश दे दिए हैं। राष्ट्रीय ध्वज संहिता के अनुसार यह भी राष्ट्र ध्वज का अपमान है। नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज में किसी तरह की पेंटिंग, तस्वीर या फोटोग्राफ नहीं होना चाहिए। फटा हुआ या मैला झंडा प्रदर्शित नहीं कर सकते हैं।
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