उड़ी: ऑपरेशन मृत्युंजय था चुनौतीपूर्ण, आधुनिक तकनीक का इस्‍तेमाल कर मारे आतंकी, चीन निर्मित हथियार मिलना चिंता का कारण
September 25, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
    • Podcast
No Result
View All Result
Panchjanya
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत जम्‍मू एवं कश्‍मीर

उड़ी: ऑपरेशन मृत्युंजय था चुनौतीपूर्ण, आधुनिक तकनीक का इस्‍तेमाल कर मारे आतंकी, चीन निर्मित हथियार मिलना चिंता का कारण

उड़ी सेक्टर के ऑपरेशन में आधुनिक तकनीक की बड़ी भूमिका रही. सेना ने नवीनतम सेंसर तकनीक और निगरानी उपकरणों का उपयोग कर आतंकियों को मार गिराया

by WEB DESK
Aug 27, 2022, 01:56 pm IST
in जम्‍मू एवं कश्‍मीर
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पिछले दिनों उड़ी सेक्टर में सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई थी. इस दौरान मुख्‍य बात यह रही कि सुरक्षा बलों ने तीनों आतंकियों को खोजने और मार गिराने  के लिए हवाई और जमीनी सेंसर सहित सर्विलांस उपकरण और हथियारों का इस्तेमाल किया था. दरअसल बारामूला (वराहमूल) में मीडिया को जानकारी देते हुए 19 इन्फेंट्री डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अजय चांदपुरी ने बताया कि तीन आतंकवादियों के पास से एक चीनी निर्मित एम -16 असॉल्ट राइफल बरामद की गई है। निश्चित ही यह बरामदगी असामान्य है। उन्‍होंने बताया कि मिलिट्री इंटेलिजेंस, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के सूत्रों से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया था।

ऑपरेशन मृत्युंजय था चुनौतीपूर्ण

सेना के अनुसार ऑपरेशन बहुत चुनौतीपूर्ण था. हमारे जवानों ने जिस इलाके में ऑपरेशन को अंजाम दिया उसमें घनी झाड़ियां और जंगल का क्षेत्र था। तेज बारिश के चलते मौसम साफ नहीं था। इसके अलावा पूरे क्षेत्र में माइन बिछी हुई थीं। ऑपरेशन को अंजाम देने वाली 8 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल राघव ने कहा कि सेक्टर में एलओसी पर तैनात बीएसएफ के जवानों सहित सुरक्षा बलों ने बीते बुधवार को इलाके में संदिग्ध गतिविधियों को देखा। इसी के आधार पर ऑपरेशन मृत्युंजय शुरू किया गया था।

आधुनिक तकनीक ने दिया फायदा

ऑपरेशन में आधुनिक तकनीक की बड़ी भूमिका रही. सेना ने नवीनतम सेंसर तकनीक और निगरानी उपकरणों का उपयोग कर आतंकियों की गतिविधियों का पता लगा लिया था. सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी को घुसपैठ के संभावित स्‍थान पर स्थान पर 25 घंटे से अधिक समय तक तैनात रही. 25 अगस्त की सुबह 7 बजे के आसपास आतंकियों को नियंत्रण रेखा पार करते देखा गया। सेना के अनुसार गुरुवार की सुबह करीब 8.45 बजे आतंकी घात लगाकर बैठे दलों से 40-50 मीटर की दूरी पर आ गए, जिन्होंने उन पर गोलियां चला दीं और करीब 15 मिनट की संक्षिप्त मुठभेड़ में तीनों पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया गया। कर्नल राघव के अनुसार इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है। दो एके-सीरीज हथियार, एक चीनी एम-16 हथियार और उनके पास से गोला-बारूद और अन्य चीजें बरामद की गई हैं.

आतंकियों की नहीं हो पाई पहचान

अभी तक मारे गए आतंकियों की पहचान नहीं हो पाई है. दरअसल इन आतंकियों के पास कोई दस्तावेज नहीं था जिसके चलते इनकी पहचान हो सके. सेना का मानना है कि आतंकियों से घुसपैठ के पहले उनकी पहचान उजागर ना होने पाए, इसके लिए उनसे आईडी आदि पहचान की चीजें छीन ली गई होंगी. कर्नल राघव ने कहा कि यह भी पता चला है कि इन आतंकवादियों को घुसपैठ के लिए तैयार किया गया और साथ ही संकेत मिलता है कि उन्होंने औपचारिक सैन्य प्रशिक्षण लिया था।

चीन निर्मित हथियार की बरामदगी चिंता का कारण

घुसपैठ के दौरान आतंकियों के पास से चीनी निर्मित एम -16 असॉल्ट राइफल का मिलना चिंता का कारण है. सेना ने इस बरामदगी को असामान्य बताया है. कहा कि उड़ी के कमलकोट इलाके में भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश के दौरान मारे गए पाकिस्तानी आतंकवादियों के पास से एके सीरीज के दो हथियार, एक चीनी एम-16 राइफल और गोला-बारूद बरामद किया गया है।  मेजर जनरल अजय चांदपुरी ने कहा कि आमतौर पर हमें आतंकियों के पास से एके सीरीज और कई बार एम 4 राइफलें मिली हैं, लेकिन इस बार चीन में बनी एम 16 राइफल मिली है। यह 9 एमएम कैलिबर का हथियार है। इसकी बरामदगी सामान्य नहीं है।

घुसपैठ के लिए तैयार बैठे आतंकी

खुफिया इनपुट के अनुसार एलओसी के उस पार लगभग 100-120 आतंकवादी घुसपैठ के लिए तैयार बैठे हैं. यही नहीं 15-20 लांच पैड्स मौजूद हैं, जो एलओसी के करीब हैं। दरअसल इस समय पाकिस्तानी सेना हताश और निराशा से भरी है. वजह साफ है कि भारतीय सुरक्षा बल उसकी हर हरकत का ना केवल मुंहतोड़ जबाव दे रहे हैं बल्कि नापाक कोशिशों पर पानी फेर देते हैं. लेकिन आधुनिक तकनीक और सतर्कता के चलते घुसपैठ में काफी कमी आई है। आतंकियों का तेजी से सफाया एलओसी पर सैनिकों की तैयारियों के स्तर का स्पष्ट संकेत है।

Topics: terrorists killed using modern technologygetting Chinese made weapons is a cause for concernउड़ी ऑपरेशन मृत्युंजय था चुनौतीपूर्णआधुनिक तकनीक का इस्‍तेमाल कर मारे आतंकीचीन निर्मित हथियार मिलना चिंता का कारणUri Operation Mrityunjay was challenging
ShareTweetSendShareSend

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नेपाल: शब्दकोश से हटाया जाएगा ‘ॐ’, फैसले का विरोध, “सनातन समाज की पहचान है ॐ, इसे हटाना धर्म पर प्रहार करने जैसा”

नेपाल: शब्दकोश से हटाया जाएगा ‘ॐ’, फैसले का विरोध, “सनातन समाज की पहचान है ॐ, इसे हटाना धर्म पर प्रहार करने जैसा”

कांग्रेस सरकार की क्रूरता, गौठान में भूख-प्यास से 10 गौवंशों की मौत, मामला छिपाने घायलों को भी नदी में बहाया – रमन सिंह

कांग्रेस सरकार की क्रूरता, गौठान में भूख-प्यास से 10 गौवंशों की मौत, मामला छिपाने घायलों को भी नदी में बहाया – रमन सिंह

आतंकवाद के खिलाफ NIA का बड़ा एक्शन, जम्मू-कश्मीर के सात जिलों में 15 स्थानों पर छापा

NIA ने जारी की 19 खालिस्तानी आतंकियों व समर्थकों की सूची

मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से कोई ताकत नहीं रोक सकती :  केशव प्रसाद मौर्य

मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से कोई ताकत नहीं रोक सकती : केशव प्रसाद मौर्य

भारत के ‘विश्वास’ का उपहास उड़ाते कांग्रेस के ‘युवराज’

राहुल गांधी ने फिर किया हिन्दू धर्म का अपमान, अब मूर्तियों पर प्रहार

अमेरिकी दौरे पर नौसेना प्रमुख ने एक दर्जन से ज्यादा देशों के साथ की द्विपक्षीय वार्ता

अमेरिकी दौरे पर नौसेना प्रमुख ने एक दर्जन से ज्यादा देशों के साथ की द्विपक्षीय वार्ता

सोमालिया : बेलेडवेन शहर में आत्मघाती कार बम धमाका, 20 लोगों की मौत

सोमालिया : बेलेडवेन शहर में आत्मघाती कार बम धमाका, 20 लोगों की मौत

एशियन गेम्स : भारत की झोली में पांच पदक, तीन रजत और दो कांस्य

एशियन गेम्स : भारत की झोली में पांच पदक, तीन रजत और दो कांस्य

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की घोड़ा लाइब्रेरी की प्रशंसा

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की घोड़ा लाइब्रेरी की प्रशंसा

MP : कोटवारों का मानदेय होगा दोगुना, स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा – मुख्यमंत्री

MP : कोटवारों का मानदेय होगा दोगुना, स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा – मुख्यमंत्री

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Podcast
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies