बदरी-केदार मंदिर समिति की वार्षिक बैठक में केदारनाथ के द्वार पर बनने वाले लक्ष्मी नारायण सिंहासन के पुनर्निर्माण को मंजूरी दे दी है। करीब 80 लाख रुपए की लागत वाले इस सिंहासन को एक दानदाता ने बनवाने की पेशकश की है।
वार्षिक बैठक के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने पाञ्चजन्य को बताया कि अगले साल बदरी-केदार और अन्य अधीनस्थ मंदिरों की संचालन और रखरखाव प्रबंधन में 67.22 करोड़ रुपए खर्च किये जाने के बजट को मंजूरी दी गयी है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ से 34.44 करोड़ और बदरीनाथ धाम से 32.78 करोड़ के चढ़ावे की आय अपेक्षित है। मंदिर समिति, धर्मशालाओं, स्कूल, अस्पतालों आदि का संचालन करती आयी है। इन सेवा कार्यस्थलों पर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
अजेंद्र अजय ने बताया कि 2013 में केदार आपदा के दौरान केदारनाथ के पश्चिम प्रवेश द्वार पर बना लक्ष्मी नारायण जी का सिंहासन खंडित हो गया था। उस वक्त सिंहासन की मरम्मत कर दी गयी थी। अब उस सिंहासन के स्थान पर नया चांदी का सिंहासन तैयार करवाया जा रहा है। इसके लिए एक दानी परिवार को अनुमति दे दी गयी है। इस सिंहासन पर 80 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च आएगा। श्री अजय ने कहा कि बदरी-केदार धाम और अन्य धार्मिक स्थलों पर कोविड के बाद इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के संदेश मिल रहे हैं। यात्रियों का ऋषिकेश में पंजीकरण होगा और उन्हें एक बैंड दिया जाएगा, जो उन्हें यात्रा को पूर्ण करवाने में मदद करेगा।
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