मां छिन्नमस्तिका मंदिर में चढ़ाए गए फूलों से गुलाल और बेल पत्रों से बन रही है अगरबत्ती
July 10, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

मां छिन्नमस्तिका मंदिर में चढ़ाए गए फूलों से गुलाल और बेल पत्रों से बन रही है अगरबत्ती

by रितेश कश्यप
Mar 21, 2022, 06:12 am IST
in भारत, बिहार
मंदिर परिसर में कार्य का निरीक्षण करती हुईं उपायुक्त माधवी मिश्रा

मंदिर परिसर में कार्य का निरीक्षण करती हुईं उपायुक्त माधवी मिश्रा

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर में भक्तों द्वारा चढ़ाए जा रहे फूलों और बेल पत्रों से गुलाल और अगरबत्ती बनाई जा रही है। इससे लगभग 40 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, वहीं मंदिर परिसर स्वच्छ और सुन्दर दिखता है। 

 हम सब जानते हैं कि मंदिरों में होने वाली पूजा में काफी संख्या में फूलों और बेल पत्रों का उपयोग किया जाता है। बाद में इन फूलों और बेल पत्रों को आसपास के नदियों या नालों में बहा दिया जाता है। इस कारण जल प्रदूषित होता है। कुछ ऐसा ही देश की प्रसिद्ध सिद्धपीठों में से एक झारखंड स्थित मां छिन्नमस्तिका मंदिर के आसपास भी हो रहा था। मंदिर में चढ़ाए जाने फूलों और बेल पत्रों को पास में बह रही भैरवी और दामोदर नदी के संगम में बहा दिया जाता था। इससे नदी का जल तो प्रदूषित होता ही था, साथ ही पूरे मंदिर क्षेत्र में कचरे का अंबार दिखाई देता रहता था। लेकिन अब यहां ऐसा नहीं होता। रामगढ़ जिले की उपायुक्त माधवी मिश्रा की पहल पर मां छिन्नमस्तिका मंदिर में चढ़ाए गए फूलों और बेल पत्रों से गुलाल, अबीर, अगरबत्ती आदि वस्तुएं तैयार की जा रही हैं। भविष्य में इस योजना को और भी बड़ा रूप देने की योजना है। रामगढ़ प्रशासन की इस पहल के बाद न सिर्फ नदियों का प्रदूषण स्तर कम हुआ है, बल्कि आसपास के क्षेत्र के कई लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। 
रामगढ़ की उपायुक्त माधवी मिश्रा के अनुसार होली से पहले मंदिर के फूलों से बना गुलाल बाजार में मिलने लगा था। इसके साथ ही इन फूलों और बेल पत्रों के माध्यम से अगरबत्ती और धूप बनाई जा रही है उसे भी बाजार में उतार दिया गया है। इससे लगभग 40 महिलाओं को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि ऐसी योजना सिर्फ राज्य में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चलाई जाए, ताकि मंदिरों के फूलों और बेल पत्रों का उचित उपयोग किया जा सके। 
मंदिर के पुजारियों के सहयोग से और वहां के दुकानदारों को भी इन वस्तुओं को बेचने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मां का आशीर्वाद रिसाइकल होने के बाद दोबारा श्रद्धालुओं के पास ही पहुंच रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा रजरप्पा मंदिर से निकलने वाले फूल, पत्ती आदि से अगरबत्ती, गुलाल इत्यादि बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस दौरान स्थानीय लोगों को कार्यों से जोड़ने एवं सामग्रियों की बिक्री हेतु योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के संबंध में अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। pic.twitter.com/LyjWERPcvT

— DC Ramgarh (@DC_Ramgarh) March 9, 2022

उपायुक्त माधवी मिश्रा ने यह भी बताया कि मंदिर में काफी दूर-दूर से लोग बकरों की बलि देने के लिए आते हैं। यहां पर बकरों की बलि देने के बाद उनका रक्त और उनके चमड़े को भी नदियों में प्रवाहित कर दिया जाता है। इससे भी रामगढ़ प्रशासन की ओर से योजनाबद्ध तरीके से बायो मिथनाइज प्रोसेस के माध्यम से बिजली उत्पादन की योजना बनाई गई है। इस बिजली का उपयोग पूरे मंदिर प्रांगण में ही किया जाएगा। 
मंदिर के पुजारी विक्रम पंडा ने बताया कि इस बार की होली में भी कई जगहों पर फूलों से बने गुलाल की बिक्री हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की इस पहल से एक नई क्रांति आई है। ऐसी ही पहल दूसरे मंदिरों में भी करने की आवश्यकता है।
इन योजनाओं के लिए जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट यानी डीएमएफटी के पैसों का उपयोग किया जा रहा है। इसे डीएमएफटी फंड भी कहते हैं। इसके पैसों का उपयोग जिले के अंदर कई विकास कार्यों के लिए किया जाता है।

रितेश कश्यप
Correspondent at Panchjanya | Website

दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।

 

  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    May 8, 2025, 09:33 pm IST
    घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन, दाईं ओर उपद्रवियों का दुस्साहस
    Apr 15, 2025, 08:09 pm IST
    “जब ‘सरकार’ ही कहेंगे संविधान के ऊपर शरिया, तो दंगाइयों का दुस्साहस बढ़ेगा ही! “
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    चम्पाई सोरेन के नेतृत्व में घर वापसी करने को आतुर जनजातीय समाज
    Apr 13, 2025, 01:46 pm IST
    झारखंड में घरवापसी की होड़, चर्च की बढ़ी बेचैनी !
  • रितेश कश्यप
    https://panchjanya.com/author/ritesh-kashyap/
    एएसआई सुजीत सिंह, इन्हें पत्थरबाजों पर कार्रवाई करने की बात कहने पर किया गया दंडित
    Apr 1, 2025, 10:36 am IST
    ‘तुम पत्थरबाजों के विरुद्ध करोगे कार्रवाई, हम तुम्हें करेंगे लाइन हाजिर’
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘अचानक मौतों पर केंद्र सरकार का अध्ययन’ : The Print ने कोविड के नाम पर परोसा झूठ, PIB ने किया खंडन

UP ने रचा इतिहास : एक दिन में लगाए गए 37 करोड़ पौधे

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वाले 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies