रुड़की आईआईटी देश के सर्वाधिक श्रेष्ठ शिक्षण संस्थानों में एक माना जाता है। संस्थान सीनेट ने अपने परिसर की मेधावी छात्राओं के लिए बिना गेट परीक्षा दिए ही पीएचडी में दाखिला देने का फ़ैसला लिया है।
आईआईटी रुड़की के डीन प्रोफेसर अपूर्व कुमार शर्मा ने बताया कि संस्थान सीनेट की बैठक में ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है कि नए शकुंतला फेलोशिप के जरिये मेधावी छात्राओं को पीएचडी करने का अवसर संस्थान देने जा रहा है। ऐसी छात्राओं को ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानि गेट की परीक्षा देने की भी जरूरत नहीं होगी। श्री शर्मा के मुताबिक 1237 छात्रों की तुलना में 436 छात्राओं ने यहां पीएचडी में दाख़िला लिया।
संस्थान इस बड़े अंतर को कम करने के लिए लड़कियों को पीएचडी करने के प्रवेश नियमों को आसान कर रहा है। उन्होंने बताया कि फेलोशिप के जरिये अलग से छात्राओं का कोटा भी निर्धारित किया जाएगा। जो कि वर्तमान दाखिला कोटे से अलग होगा। हर साल जुलाई और दिसम्बर में पीएचडी के प्रवेश लिए जाते हैं।
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