पाकिस्तानी फौज बलूचिस्तान में बीते कुछ दिनों से बलूच विद्रोहियों के विरुद्ध आक्रामक कार्रवाई कर रही है। बलूच विद्रोहियों का सफाया करने के लिए फौज जमीनी और हवाई हमले कर रही है। इस बीच, पाकिस्तानी फौज ने 2 बलूच कमांडर सहित 10 लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है। हालांकि यूनाइटेड बलूच आर्मी ने इसका खंडन किया है।
पाकिस्तानी फौज खुफिया सूचना के आधार पर बलूचिस्तान के होशब जिले में आक्रामक सैन्य अभियान चला रही है। फौज का कहना है कि हाल ही में तुरबत और पास्नी में सुरक्षाबलों पर हमला करने वाले बलूच विद्रोही इस इलाके में छिपे हुए हैं। इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "होशब में ‘आतंकी शिविर’ और सामान्य क्षेत्र में उनके ठिकाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद 23 फरवरी, 2022 को सुरक्षाबलों ने बलूचिस्तान में बाहरी शक्तियों द्वारा प्रायोजित शांति के दुश्मनों को पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया। जब सैनिकों ने इलाके की घेराबंदी शुरू की तो ‘आतंकवादियों’ ने अपने ठिकाने से भागने की कोशिश की और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में ‘आतंकवादी कमांडर’ सहित 10 आतंकवादी में मारे गए।" आईएसपीआर के अनुसार, बलूचिस्तान में ‘आतंकी गतिविधियों’ के खात्मे तक सैन्य अभियान जारी रहेगा।
पाकिस्तानी फौज पाकिस्तानी फौज जमीनी और हवाई हमले कर बलूच लड़ाकों के एक ठिकान घेरने की कोशिश कर रही थी। बीएलए के संगठित प्रतिरोध के कारण फौज को काफी नुकसान तो हुआ ही, उसे पीछे हटने के लिए भी मजबूर कर दिया था। यही नहीं, कोहलू जिले में लड़ाकों ने दुश्मन फौज के एक कप्तान को भी मार गिराया था। 25 जनवरी को बलूच लिबरेशन फ्रंट ने केच जिले में 17 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था।
उधर, फौज के दावे को झुठलाते हुए यूनाइटेड बलूच आर्मी ने शुक्रवार देर रात को एक वीडियो जारी किया है। इसमें पाकिस्तानी फौज के दावे का खंडन किया गया है कि हमले में हाजी सहित 10 सेनानी मारे गए। यूनाइटेड बलोच आर्मी के कमांडर हाजी शाह मीर बलोच द्वारा जारी इस वीडियो में कहा गया है कि पाकिस्तानी फौज झूठी खबर फैला रही है। वे और उनके साथी स्वस्थ हैं और शत्रु फौज को लगातार नुकसान पहुंचा रहे हैं।
बीते रविवार को बलूच लिबरेशन आर्मी ने ग्वादर में पाकिस्तानी वायुसेना के एक बेड़े को तबाह कर दिया था। बीएलए सेनानियों द्वारा रिमोट कंट्रोल से किए गए इस हमले में वायुसेना के कई जवान मारे गए थे और कई घायल हो गए थे। पाकिस्तानी फौज पाकिस्तानी फौज जमीनी और हवाई हमले कर बलूच लड़ाकों के एक ठिकान घेरने की कोशिश कर रही थी। बीएलए के संगठित प्रतिरोध के कारण फौज को काफी नुकसान तो हुआ ही, उसे पीछे हटने के लिए भी मजबूर कर दिया था। यही नहीं, कोहलू जिले में लड़ाकों ने दुश्मन फौज के एक कप्तान को भी मार गिराया था। 25 जनवरी को बलूच लिबरेशन फ्रंट ने केच जिले में 17 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था।
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