आईआईटी रुड़की और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मध्य हुआ तकनीकी समझौता
Wednesday, May 18, 2022
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • Subscribe
होम भारत

आईआईटी रुड़की और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के मध्य हुआ तकनीकी समझौता

उत्तराखंड ब्यूरो by उत्तराखंड ब्यूरो
Dec 12, 2021, 12:27 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
आईआईटी रुड़की

आईआईटी रुड़की

Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail
गंगा के समानांतर ने विगेशनल चैनल निर्माण की तैयारी

 

आईआईटी रुड़की ने वाराणसी से साहिबगंज तक गंगा नदी के एक खंड के साथ 17 स्थानों पर नेविगेशनल चैनल के स्थिरीकरण पर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई), नोएडा के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी रुड़की द्वारा गंगा पर पहले किये गए रूपात्मक अध्ययन (मॉर्फोलॉजिकल स्टडी) का अनुसरण करता है। प्रोफेसर जेड अहमद, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईआईटी रुड़की की ओर से समझौते के हस्ताक्षरकर्ता थे।

परियोजना की लागत और अवधि क्रमशः 5.1 करोड़ रुपए और दो साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा होना है। हस्ताक्षर के समय जयंत सिंह, आशुतोष गौतम, तकनीकी; रविकांत, मुख्य अभियंता; आईडब्ल्यूएआई से एके मिश्रा; प्रो पीके गर्ग, प्रो एए काज़मी, प्रो पीके शर्मा और प्रो जेड रहमान उपस्थित रहे। जल मार्ग विकास के उपाध्यक्ष, परियोजना निदेशक और आईडब्ल्यूएआई की ओर से समझौते के हस्ताक्षरकर्ता जयंत सिंह ने इस अवसर पर कहा, 'जलमार्ग की अप्रयुक्त क्षमता को साकार करने के लिए एक एकीकृत परिवहन नेटवर्क प्रणाली के हिस्से के रूप में अंतर्देशीय जलमार्ग विकसित करने की हमारी प्रतिबद्धता है। अंतर्देशीय जलमार्गों पर यातायात में पिछले वर्षों में वृद्धि देखी गई है। 

आईडब्ल्यूएआई ने वित्त वर्ष 2030 तक अंतर्देशीय जल परिवहन (आईडब्ल्यूटी) के माध्यम से माल ढुलाई (फ्रेट मूवमेंट) की हिस्सेदारी को 2% से 3% और यातायात (ट्रैफिक वॉल्यूम) को लगभग 120 मिलियन टन तक बढ़ाने का प्रयास किया है। हमें विश्वास है कि आईआईटी रुड़की के साथ यह समझौता हमें हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने, और हितधारकों को व्यापार करने में आसानी (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस ) प्रदान करने में सहायक होगा।' प्रो. जेड अहमद के अनुसार, 'आईआईटी रुड़की अनुसंधान, नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है। देश के जलमार्गों के विकास के लिए आईडब्ल्यूएआई के साथ साझेदारी करते हुए हम गर्व और जिम्मेदारी की भावना महसूस करते हैं। हम देश हित में किफायती, भरोसेमंद, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल अंतर्देशीय जलमार्ग, और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए समर्पित हैं।'

अजित चतुर्वेदी, निदेशक आईआईटी रुड़की ने कहा
'दोनों संस्थान संयुक्त रूप से समझौता ज्ञापन के उद्देश्यों की प्राप्ति की दिशा में काम करेंगे। प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में आईआईटी रुड़की की विशेषज्ञता के चलते मुझे विश्वास है कि इस साझेदारी से देश के विकास को लाभ होगा। राष्ट्र के जलमार्गों की मजबूत उन्नति सुनिश्चित करने और गंगा के किनारे रहने वाले व्यापारियों, किसानों और जनता को आर्थिक लाभ सुनिश्चित करने के लिए आईडब्ल्यूएआई के साथ सहयोग करने में हमें प्रसन्नता है। यह सहयोग लघु उद्योगों के विकास को बढ़ावा देगा, रोजगार के अवसर पैदा करेगा, और माल (कार्गो) के लिए आसान और कुशल परिवहन प्रदान करेगा, इस प्रकार छोटे जेटी (घाट) के माध्यम से रसद (लोजिस्टिक्स) में सुधार होगा।' 

ShareTweetSendShareSend
Previous News

जनरल रावत और उनकी पत्नी की अस्थियां गंगा में प्रवाहित

Next News

मेरठ में बीजेपी के 25 हजार बूथ अध्यक्षों का सम्मेलन

संबंधित समाचार

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय द्वारा विद्यालयों को लिखा गया पत्र 

आम आदमी पार्टी का हुआ कांग्रेसीकरण, करने लगी तुष्टीकरण

हिजाब मामले पर तुरंत सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

ओबीसी आरक्षण के साथ निकाय चुनाव का रास्ता साफ, मुख्यमंत्री ने बताया ऐतिहासिक दिन

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

अमेरिकी दावा : अगले महीने तक रूसी मिसाइल सुरक्षा प्रणाली एस-400 तैनात करना चाहता है भारत

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

चीन से मुकाबला करने को भारत अरुणाचल में बनाएगा दूसरा सबसे बड़ा बांध

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

इराक में रेतीले तूफान से हाहाकार, हवाई अड्डे, स्कूल, दफ्तर बंद

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय द्वारा विद्यालयों को लिखा गया पत्र 

आम आदमी पार्टी का हुआ कांग्रेसीकरण, करने लगी तुष्टीकरण

हिजाब मामले पर तुरंत सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

ओबीसी आरक्षण के साथ निकाय चुनाव का रास्ता साफ, मुख्यमंत्री ने बताया ऐतिहासिक दिन

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

शीना बोरा हत्याकांड : इंद्राणी मुखर्जी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

जम्मू कश्मीर : सोपोर में लश्कर का आतंकी गिरफ्तार

AIMIM का प्रवक्ता दानिश कुरैशी गिरफ्तार, शिवलिंग पर की थी आपत्तिजनक पोस्ट

ज्ञानवापी : जहां शिवलिंग मिला, अगर फव्वारा है तो पानी की सप्लाई दिखा दें – हिंदू पक्ष

ज्ञानवापी : जहां शिवलिंग मिला, अगर फव्वारा है तो पानी की सप्लाई दिखा दें – हिंदू पक्ष

  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • Vocal4Local
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies