पति ने दहेज में बाइक मांगी थी, लेकिन ससुराल से बाइक नहीं मिली। इससे नाराज पति ने बीच चौराहे पर पत्नी को तीन तलाक देकर छोड़ दिया। यह मामला मध्य प्रदेश के इंदौर का है। पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक, इंदौर से करीब 35 किलोमीटर दूर केशरवर्डी की 22 वर्षीया महिला ने पति जोहेर पर दहेज के लिए प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। पीडि़ता का कहना है कि जोहेर ने सरेआम चौराहे पर तीन बार तलाक कह कर उसके साथ संबंध खत्म कर लिया। पीडि़ता का आरोप है कि पति जोहेर और उसकी मां तस्लीमा दो साल से दहेज के लिए उसे शारीरिक और मानसिक यातना दे रहे थे। साथ ही, दहेज में बाइक नहीं मिलने पर दोनों उसे काफी समय से तलाक की धमकी भी दे रहे थे। पुलिस ने बताया कि पीडि़ता की शिकायत पर पति व सास के खिलाफ मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) अधिनियम 2019 और उड़न का मामला दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
इससे पहले इंदौर की ही एक महिला ने अपने पति पर दहेज के लिए प्रताडि़त करने का आरोप लगाया था। पति पहले उसे पांच लाख रुपये दहेज लाने के लिए मारपीट करता था। इससे तंग आकर वह अपने मायके आ गई। जहां उसने बेटी को जन्म दिया। जब पति को पता चला कि उसने बेटी को जन्म दिया है तो उसने फोन पर ही तीन तलाक दे दिया। उसका पति उत्तर प्रदेश में रहता है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने पति और ससुराल पक्ष के लोगों पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज किया था।
दो दिन पहले इंदौर के एमजी रोड थाने में भी ऐसा ही मामला दर्ज किया गया था। पीडि़ता का आरोप था कि 15 दिसंबर, 2019 को उसका निकाह हुआ था। लेकिन पति कोई काम नहीं करता था। ससुराल वाले हमेशा उसे मायके से पैसे लाने को कहते थे। निकाह के समय भी पीडि़ता के पिता ने तीन लाख रुपये दिए थे। लेकिन दो माह बाद ही सास ने फिर से 4 लाख रुपये मांगे। पैैैसे नहीं मिले तो उसके साथ मारपीट की। पीडि़ता का कहना है कि उसके परिवार ने ससुराल पक्ष के लोगों को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन मांग हमेशा बढ़ती ही गई। 24 नवंबर को भी महिला के परिवार वाले ससुराल पक्ष के लोगों को समझाने गए, तो पति ने उसके पिता के सामने ही तीन बार तलाक बोलकर उन्हें घर से निकाल दिया। इसके बाद एमजी रोड थाने में पति और सास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
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