केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि अंग प्रत्यारोपण में भारत अब अमेरिका और चीन के बाद दुनिया में तीसरे स्थान पर आ गया है। 12वें भारतीय अंगदान दिवस पर मंडाविया ने शनिवार को कहा कि भारत में अंगदान की दर 2012-13 की तुलना में लगभग चार गुना बढ़ी है।
भारतीय अंगदान दिवस को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जीते जी रक्तदान और मरने के बाद अंगदान हमारे जीवन का आदर्श वाक्य होना चाहिए। उन्होंने अंगदान के महत्व को समझाते हुए कहा, ‘हमारी संस्कृति ‘शुभ’ और ‘लाभ’ पर जोर देती है, जिसमें व्यक्तिगत भलाई से अधिक समुदाय की भलाई निहित है। उन्होंने कहा, ‘‘12वें भारतीय अंगदान दिवस में भाग लेना मेरे लिए सम्मान की बात है, यह दिन अंगदान के नेक काम के लिए मनाया जाता है। वर्ष 2010 से मृतक दाताओं और उनके परिवारों द्वारा समाज में किए गए योगदान को याद करने के लिए हर साल भारतीय अंगदान दिवस मनाया जा रहा है।’’
मांडविया ने कहा, "मुझे यह बताते हुए बहुत गर्व हो रहा है कि देश में प्रति वर्ष किए गए अंग प्रत्यारोपण की कुल संख्या वर्ष 2013 में 4,990 से बढ़कर वर्ष 2019 में 12,746 हो गई है और भारत अब दुनिया में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। कोविड-19 महामारी ने अंग दान और प्रत्यारोपण नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, लेकिन उम्मीद है कि हम जल्द ही इसे पीछे छोड़ देंगे।’’
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